लैंड पूलिंग योजना को लेकर मेला अधिकारी व कलेक्टर ने दी जानकारी, इस योजना से किसान को होगा लाभ।




भारत सागर न्यूज/उज्जैन ( संजय शर्मा )। उज्जैन में सिंहस्थ 2028 को लेकर सरकार लैंड पूलिंग योजना लेकर आई जिसमें सिंहस्थ क्षेत्र में आने वाली भूमि को सरकार द्वारा अधिग्रहण किया जाएगा जिससे की किया क्षेत्र में स्थाई निर्माण किया जा सके इसको लेकर मेला अधिकारी आशीष सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्यक्ष में श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा होता है इस बार 2028 के सिंहस्थ में लगभग 30 करोड़ से अधिक श्रद्धालु उज्जैन पहुंचेंगे,वही मेले मे जो अस्थाई संरचनाओं बनाई जाती है 



उसके कहीं ना कहीं दुष्परिणाम होते हैं जो हमें पूर्व के सिंहस्थ में देखने को मिले हैं और जब भी सिंहस्थ खत्म होता है उसके बाद बड़े पैमाने पर उसे क्षेत्र में अतिक्रमण हो जाता है इन सारी समस्या को लेकर सरकार द्वारा लैंड पूलिंग की पॉलिसी द्वारा इसको किया जा रहा है इससे न केवल किसानों का फायदा होगा बल्कि स्थाई संरचनाओं से श्रद्धालु संतो को भी इसका फायदा मिलेगा चाहे कितनी भी संख्या में श्रद्धालु आ जाए फिर भी किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी।



किसानों में पहली भ्रांति को लेकर मेला अधिकारी आशीष सिंह ने कहा कि सभी किसनो जो इंटीरियर में बैठे हुए हैं जिनके पास रोड के किनारे जमीन नहीं है इस योजना के बाद प्रत्येक किसान की जमीन 18 मीटर की चौड़ी रोड पर आ जाएगी। और वहां पर उनका स्थाई निर्माण की भी अनुमति होगी एवं बेचने की भी अनुमति होगी. अभी हम जो जमीन की कीमत बीघा में देखते हैं लेकिन इस योजना के आने के बाद उन जमीनों की कीमत स्क्वायर फीट में हो जाएगी जिससे किसानों को लाभ होगा।


लैंड पूलिंग को लेकर अगर कोई किसान सहमत नहीं है तो उसको लेकर सरकार द्वारा जो भूमि अधिग्रहण अधिनियम में उसके तहत किसान को सरकार द्वारा गाइडलाइन का जो नियम है उसको दुगना मुआवजा देकर भूमि अधिग्रहण की जा सकती है लेकिन धर्म और सिंहस्थ  का मामला है इसको देखते हुए सरकार द्वारा जो 50% भूमि अधिग्रहण की जा रही है उसकी गाइडलाइन के अनुसार किसान को मुआवजा भी दिया जाएगा 

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