अखंड सौभाग्य की प्राप्ति कामना..... के साथ स्वर्णकार समाज की महिलाओं ने मनाया गणगौर पर्व, निकाला चल समारोह
भारत सागर न्यूज/देवास। स्वर्णकार समाज महिला मंडल द्वारा पारम्परिक रूप से दो दिवसीय गणगौर उत्सव उत्साह के साथ मनाया गया। उत्सव का शुभारंभ कुनिका सोनी ने गणेश वंदना की शानदार प्रस्तुति के साथ की। प्रथम दिवस विजय वाटिका में विविध आयोजन हुए, जिसके अंतर्गत सास-बहू प्रतियोगिता, सिंगल डांस गोरा विवाह आदि अन्य कार्यक्रम हुए। जिसमें समाज की वरिष्ठ मातृ शक्तियों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। रेट्रो थीम मे मीनाक्षी सोनी प्रथम, पुनम सोनी द्वितीय, संगीता सोनी तृतीय रही।
सास-बहू प्रतियोगिता मे प्रथम रही डिंपल सोनी व अन्नया सोनी, द्वितीय बबीता सोनी, गुंजन सोनी, चीनू सोनी, तृतीय पुरस्कार शालू सोनी व आशी सोनी को दिया गया। सिंगल डांस प्रतियोगिता में नैंसी सोनी प्रथम, द्वितीय मंजू सोनी एवं तृतीय पुरस्कार प्रज्ञा सोनी रही। विशेष प्रस्तुति श्रीमती शकुंतला सोनी द्वारा दी गई। गणगौर स्वागत नृत्य महिला मंडल की प्रीति सोनी, ज्योति सोनी, कोमल सोनी, डॉली सोनी, शालू सोनी, आशी सोनी द्वारा किया गया। द्वितीय दिवस गणगौर का भव्य चल समारोह निकाला गया। श्री सत्यनारयण मंदिर से प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए मल्हार स्मृति मंदिर उद्यान पहुंचकर सम्पन्न हुआ। स्वर्णकार समाज की महिलाओं ने आकर्षक वेशभूषा में बढ़-चढक़र हिस्सा लिया।
समाजजनों व सामाजिक संस्थाओं ने चल समारोह का विभिन्न स्थानों पर पुष्पवर्षा एवं स्वल्पाहार के साथ स्वागत किया। महिलाओं ने शिव (इसर) और पार्वती (गौरी) की पूजा की। महिलाओं ने इस पर्व के लिए काफी उत्साह रहता है। जो इस वर्ष भी दिखाई दिया। महिलाओं ने गणगौर माता की आराधना करते हुए भजनों पर जमकर नृत्य किया। समाज अध्यक्ष मनोहर सोनी द्वारा स्लपाहार की व्यवस्था की गई। स्वर्णकार समाज महिला मंडल की अध्यक्ष श्रीमती राजश्री सोनी के नेतृत्व में दो दिवसीय गणगौर महोत्सव सम्पन्न हुआ। आभार सचिव श्रीमती डिंपल ललित सोनी ने माना। संचालन शीतल सोनी व नंदिनी सोनी ने किया।
गणगौर पर्व का महत्व बताते हुए कहा कि इस पर्व को इसलिए मनाया जाता है कि गौरा जी इन दिनों अपने मायके आती है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और भगवान शिव व माता पार्वती का पूजन करती हैं। इतना ही नहीं, कुंवारी लड़किया भी गणगौर का व्रत रखती हैं और अच्छे जीवनसाथी की कामना करती हैं। यह व्रत अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए रखा जाता है। साथ ही हर वर्ष गणगौर पर्व अति उत्साह के साथ भव्य से मनाए जाने का निर्णय लिया।
Comments
Post a Comment