संसार में सबसे बड़ा कोई दान है, तो वह अन्न दान- पं. अजय शास्त्री

- श्री रामी गुजराती माली समाज में देवी पुराण कथा




भारत सागर न्यूज/देवास। प्रत्येक मानव के लिए अन्न और जल उतना ही आवश्यक है जितना जीवन के लिए प्राणवायु। अन्न मां अन्नपूर्णा को चढ़ाया जाता है और जल भगवान शंकर को अर्पित किया जाता है। यदि संसार में सबसे बड़ा कोई दान है, तो वह अन्न दान है। यह विचार श्री रामी गुजराती माली समाज द्वारा स्थानीय श्री रामी गुजराती माली धर्मशाला, चोपड़ा बड़ा बाजार में सात दिवसीय देवी पुराण कथा के दूसरे दिन कथा वाचक भागवताचार्य पं. अजय शास्त्री सिया वाले ने व्यक्त किए। 



उन्होंने अन्न-जल के महत्व और सेवा के महात्म्य पर गहराई से प्रकाश डालते हुए कहा, कि यदि कोई भूखा व्यक्ति हमारे द्वार पर आए तो हमें उसे भोजन देना चाहिए। किसी प्यासे को पानी पिला देना ही सच्ची मानवता है। उन्होंने कहा, कि आज के समय में कई लोग संपन्न होते हुए भी जरूरतमंदों की सहायता करने से कतराते हैं। 



उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे सेवा, परोपकार और दान के महत्व को समझें और जरूरतमंदों की सहायता करें। पं. शास्त्री ने सत्संग के महत्व को बताते हुए कहा कि सत्संग से मनुष्य के विचार शुद्ध होते हैं और आत्मा को आध्यात्मिक बल प्राप्त होता है। सत्संग के माध्यम से मनुष्य को परमात्मा की कृपा प्राप्त होती है और वह सही मार्ग पर चलता है। उन्होंने कहा, कि संसार में सभी अपने-अपने स्वार्थ के लिए कार्य करते हैं, 




लेकिन परमात्मा सबके हित के लिए सोचते हैं और सबका ध्यान रखते हैं। सत्संग में बैठने से व्यक्ति के अंदर भक्ति भाव जागृत होता है, जिससे वह सद्मार्ग पर चल पाता है। उन्होंने बताया कि जब मनुष्य सत्संग में बैठकर प्रवचन सुनता है तो उसके मन में भक्ति, परोपकार और धर्म के प्रति आस्था बढ़ती है। सत्संग न केवल आध्यात्मिक ज्ञान बढ़ाता है, बल्कि हमारे जीवन को भी सकारात्मक दिशा में प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि यदि मनुष्य सच्चे मन से ईश्वर की भक्ति करे और सत्संग में भाग ले, तो जीवन में सच्ची शांति प्राप्त कर सकता है। 



कथा प्रतिदिन दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक आयोजित की जा रही है, जिसमें भक्तजन श्रद्धा और भक्ति के साथ भाग ले रहे हैं। कथा के दौरान भक्ति संगीत और आध्यात्मिक प्रवचनों से वातावरण धर्ममय हो रहा है। इस दौरान जय अंबे जगदंबे मां के जयघोष से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। कथा पंडाल में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ी और भजन-कीर्तन के साथ भक्ति का संचार हुआ। श्री रामी गुजराती माली समाज आयोजक मंडल और अन्नपूर्णा सेवा समिति ने व्यास पीठ की पूजा-अर्चना कर महाआरती का आयोजन किया। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने कथा श्रवण कर धर्म लाभ लिया और देवी मां का आशीर्वाद प्राप्त किया।

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