कलेक्टर ऋतुराज सिंह ने किया महात्मा गांधी जिला चिकित्सालय देवास का औचक निरीक्षण
- वन स्टॉप सेन्टर के औचक निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित प्रशासक गीता ठाकुर को किया निलम्बित
- जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों को दी जाएगी और बेहतर सुविधाएं-कलेक्टर सिंह
भारत सागर न्यूज/देवास। कलेक्टर ऋतुराज सिंह ने शुक्रवार को महात्मा गांधी जिला चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एसडीएम बिहारी सिंह, सीएमएचओ डॉ. सरोजनी जेम्स बेक, सिविल सर्जन बसंत सारस्वत, चिकित्सकगण/ कर्मचारीगण तथा अन्य संबंधित उपस्थित थे।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर सिंह ने जिला चिकित्सालय परिसर में स्थित वन स्टॉप सेन्टर का औचक निरीक्षण कर कर्मचारियों से जानकारी ली और व्यवस्थाओं को देखा। इस दौरान वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक गीता ठाकुर के बगैर अनुमति के अनुपस्थित पाए जाने पर कलेक्टर सिंह ने गीता ठाकुर को निलम्बित करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर सिंह को देवास जिले के ग्राम गोरखेड़ी निवासी शंकरलाल ने आवेदन देते हुए अपने साथ जो घटना घटी के संबंध में आवेदन दिया। इस पर कलेक्टर श्री सिंह ने आवेदन पर सुनवाई करते हुए एसडीएम देवास को जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत के निर्देश दिए।
कलेक्टर ऋतुराज सिंह ने महात्मा गांधी जिला चिकित्सालय परिसर में आकस्मिक चिकित्सा इकाई, आयुष्मान, एसएनसीयू, डायलिसीस यूनिट, एनआरसी, जन्म-मृत्यु शाखा, रसोई घर, पीएम रूम सहित मैटरनिटी भवन के विभिन्न वार्ड का निरीक्षण किया। जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र शाखा का निरीक्षण कर कर्मचारियों से जानकारी ली। कर्मचारियों से पूछा कि कितने समय में प्रमाण पत्र जारी करते हो इस पर कर्मचारियों ने जानकारी दी।
कलेक्टर ऋतुराज सिंह ने एनआरसी में भर्ती बच्चों की माताओं से चर्चा की। एसएनसीयू में निरीक्षण कर चिकित्सक और स्टॉफ से चर्चा की। इंचार्ज डॉ. वैशाली निगम से पूछा कि यूनिट में फायर सेफ्टी कि क्या व्यवस्था है आकस्मिक घटना होने पर सुरक्षा की क्या व्यवस्था रहेगी इंचार्ज द्वारा सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी दी गयी।
निरीक्षण के इस दौरान कलेक्टर सिंह ने मरीजों से चर्चा की तथा पूछा कि यहां पर आपका उपचार अच्छे से किया जा रहा है तथा अच्छा ध्यान रखा जा रहा है। समय पर आपको खाना, दवाईयां मिलती है और खाने में क्या-क्या मिलता है। इस पर मरीजों ने बताया कि हमें यहां पर सभी सुविधाएं मिल रही है।
कलेक्टर सिंह ने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि अस्पताल को और अधिक सर्व सुविधायुक्त बनाया जाएं। यहां आने वाले मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानियां न आएं। मरीजों को अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलें। मरीजों से अच्छा व्यवहार रखें तथा मरीजों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसके विशेष ध्यान रखें। कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिए कि अस्पताल में मरीजों के बैठने के लिए उचित व्यवस्था हों, इसके लिए और कुर्सियां लगाई जाएं। उन्होंने कहा कि यहां अस्पताल के रेफर करने सहित अन्य अव्यवस्थाओं की जानकारी मिली है। जिस पर कलेक्टर सिंह ने एसडीएम एवं सिविल सर्जन को जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर सिंह नवीन मैटरनिटी भवन के विभिन्न ओपीडी और वार्ड में भर्ती मरीजों से बात कर उपचार के बारे में जानकारी ली। पीएनसी वार्ड में नवजात और मॉ के स्वास्थ्य की जानकारी ली और पूछा की जांच और उपचार या प्रसव के दौरान किसी चिकित्सक या स्टॉफ ने रूपये लिये क्या महिलाओं ने बताया कि किसी ने रूपये नही लियें सुमन हेल्प डेस्क के कर्मचारियों से जानकारी ली। हाई रिस्क और उच्च बीपी वाली गर्भवती महिलाओं को भी उच्च संस्था में रेफर करने के सम्बंध में स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. पुष्पा पवैया और डॉ. साधना वर्मा से पूछा क्यों रेफर किया। इस अस्पताल में डिलेवरी क्यों नही हो सकती थी।
जिला अस्पताल में डॉ. मनोज पाटीदार द्वारा अधिक कैसेस रेफर करने पर कलेक्टर सिंह ने सिविल सर्जन को निर्देश दिये कि विगत एक माह में जितने भी कैसेस रेफर हुए हैं उनकी जांच करें। लेबर रूम एवं ओ.टी. का निरीक्षण किया। एक एनेस्थेटिक के पदस्थ होने पर निर्देश दिये कि एक और एनेस्थेटिक की व्यवस्था करे। अस्पताल में आने वाली गर्भवती महिलाओं की समय पर जांच और उपचार किया जावे। अकारण रेफर नहीं करना है। टीकाकारण सेक्शन का निरीक्षण किया ओपीडी में विभिन्न वार्डों में मरीजों और हितग्राहियों के बैठने कि उचित व्यवस्था करने के निर्देश सिविल सर्जन को दिये।
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