सोनकच्छ: मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में सोनकच्छ देगा सामाजिक समरसता का संदेश सर्व समाज की होगी भागीदारी
- 2 फरवरी को सुबह 9:00 बजे से सोनकच्छ मंडी प्रांगण में होगा आयोजन
- आयोजन में सर्व समाज की भागीदारी होगी
- 300 दूल्हा दुल्हन सात फेरे लेंगे वहीं 31 मुस्लिम जोड़ों का निकाह भी होगा
- सोनकर ने कहा, सभी तैयारियां अंतिम चरण में
- पंडाल को सनातन का प्रचार करने वाले महान संतों के चित्रों से सजाया जाएगा
भारत सागर न्यूज/देवास/सोनकच्छ। सोनकच्छ विधायक डॉक्टर राजेश सोनकर अपने विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह समारोह का आयोजन करवाने जा रहें हैं जो क्षेत्र में अपनी तरह का पहला आयोजन होगा। इस दौरान नगर का हर घर बाराती और घराती की भुमिका में होगा और इस आयोजन में सर्व समाज की भागीदारी होगी।
इस बारे में बात करते हुए क्षेत्रीय विधायक डॉ राजेश सोनकर ने बताया कि मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह समारोह 2 जनवरी को सुबह 9:00 बजे से सोनकच्छ मंडी प्रांगण में उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी, जिला पंचायत अध्यक्ष लीला देवी लाल अटरिया एवं सम्मानित कालूराम जी की उपस्थिति में संपन्न होगा। इस दौरान दूल्हा-दुल्हन के स्वागत के लिए नगर को दुल्हन सा सजाया जाएगा।
नगर में सनातन की झलक दिखलाता यह आयोजन मध्य प्रदेश का पहला अनूठा आयोजन होगा जिसमें सर्व समाज की भागीदारी होगी।
उन्होंने आगे कहा कि पूरा सोनकच्छ इस विवाह समारोह का साक्षी बनेगा और सामाजिक समरसता का भाव सोनकच्छ में होने वाले इस अनूठे मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह समारोह देखने को मिलेगा। इसमें 300 दूल्हा दुल्हन सात फेरे लेंगे वहीं 31 मुस्लिम जोड़ों का निकाह भी होगा।
डॉ राजेश सोनकर ने बताया कि आयोजन में 300 हिंदू नव युगल जोड़े गायत्री परिवार द्वारा वैदिक रीति रिवाज और मंत्रोच्चार से विवाह के बंधन में बंधने जा रहे हैं। इसके पश्चात सोनकच्छ के सर्व समाज द्वारा कन्यादान की रस्म होगी जिसमें दुल्हन के पैर पुजे जाएंगे और समाजसेवी परिवार उन्हें उपहार स्वरूप भेंट भी प्रदान करेंगे वही अलग पंडाल में मौलवी काजी की उपस्थिति में 31 मुस्लिम नवयुगलों को निकाह पढ़ाया जाएगा।
एक भव्य चल समारोह में घर-घर से स्वागत और महिलाएं मंगल गीत गाते हुए चलेगी। मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह समारोह का चल सुबह 9:00 बजे सांवेर हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना के पश्चात प्रारंभ होगा।
तैयारियों को लेकर कहीं यह बात
सोनकर ने बताया कि दूल्हा दुल्हन आकर्षक पुष्पों से सजाए वाहनों पर सवार होकर चलेंगे। चल समारोह में श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर सांवेर से प्रारंभ होकर गीता भवन बस स्टैंड से महाराणा प्रताप चौक होते हुए मंडी प्रांगण पहुंचेगी।
चल समारोह में बैंड, बाजे, ढोल, ताशे, ऊंट, घोड़ा आदि शामिल होंगे।
विवाह संस्कार संपन्न होने के बाद दूल्हा दुल्हन विशेष रूप से बनाए गए मंच पर विराजमान साधु संत विद्वानों से आशीर्वाद लेकर नवजीवन की शुरुआत करेंगे।
पंडाल को सनातन का प्रचार करने वाले महान संतों के चित्रों से सजाया जाएगा।
रामायण के रचयिता वाल्मीकि जी गोस्वामी तुलसी दास जी संत रविदास जी टेक चंद जी महाराज अहिल्या माता सहित अन्य महापुरुषों के चित्र पंडाल में सजाए जाएंगे।
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