10 गांवों में चला चाइल्ड-टू-चाइल्ड कैंपेन, बच्चों को स्कूल भेजने और बाल मजदूरी रोकने का लिया संकल्प
भारत सागर न्यूज/देवास। जिले के 10 गांवों में शिक्षा और बाल सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए आरंभ संस्था द्वारा 10 गांवों में चाइल्ड-टू-चाइल्ड कैंपेन चलाया गया, जिसमें बच्चों ने अपने साथियों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित किया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य बच्चों का शाला में नामांकन बढ़ाना और बाल मजदूरी से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना था।
इस अभियान में स्थानीय सरपंचों, स्कूल शिक्षकों, आंगनबाड़ी, आशा कार्यकर्ता और समुदाय के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी कई बच्चे शिक्षा से वंचित हैं या बाल श्रम में लगे हैं। इस अभियान के तहत, बाल नेताओं ने घर-घर जाकर परिवारों को समझाया कि बच्चों को स्कूल भेजना कितना जरूरी है। ग्राम देवगढ़ के सरपंच रणजीत मकवाना ने कहा, "यह एक सराहनीय पहल है। शिक्षा ही बच्चों के भविष्य को संवार सकती है"।
बच्चों को बाल मजदूरी से बचाने के लिए अभियान के अंत में अभिभावकों ने शपथ पत्र पर सामूहिक हस्ताक्षर किए की वे अपने बच्चों को किसी भी हाल में मजदूरी में नहीं लगाएंगे और उनकी शिक्षा सुनिश्चित करेंगे। संस्था की काउंसलर अनामिका वैष्णव ने कहा, "जब बच्चे खुद बदलाव के वाहक बनते हैं, तो समाज में तेजी से सुधार होता है। इस अभियान के माध्यम से हम शिक्षा और बाल अधिकारों को मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।" पूरे कैंपेन में सुपरवाइजर मधुसूदन बडोलिया, राकेश बगानिया, रोहित सेंधव एवं मनीषा प्रजापति उपस्थित थे।
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