सत्संग द्वारा दिये गए सत्यज्ञान से जीवन में परिवर्तन - संत रामपाल जी महाराज
म.प्र./ संजू सिसोदिया। बीते रविवार देवास जिले के सतवास तह. के ग्राम भेसुन में LED TV के माध्यम से एक दिवसीय सत्संग आयोजित किया गया। सत्संग के द्वारा संत रामपाल जी महाराज जी ने बताया कि पूरा संसार दुःखी हैं इस संसार में एक भी जीव सुखी नहीं हैं। प्रत्येक जीव के दुःख का कारण उसके संचित पाप कर्म है तथा संत रामपाल जी महाराज जी ने यह भी बताया कि परमात्मा घोर से घोर पाप कर्म को भी नष्ट कर देता हैं। जैसे - ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 163 मंत्र 1 में प्रमाण है कि परमात्मा हमारे पाप कर्म से होने वाले हर कष्ट को दूर कर भयंकर रोग को काटकर हमारे नाक, कान, मुंख, जिव्हा, मस्तिष्क आदि प्रत्येक अंग की रक्षा कर सकते हैं।
ऐसे ही अनगिनत सद्ग्रंथो में पाप नाशक परमात्मा का प्रमाण है। तथा सत्संग में आए श्रद्धालुओं ने ध्यानपुर्वक सत्संग सुना और संत रामपा महाराज की बहुत सराहना की क्योंकि संत रामपाल जी महाराज जी सत्संग के दौरान सभी सद्ग्रंथो को खोलकर सबके समक्ष एक-एक शब्द का अर्थ सहित ज्ञान बताते हैं, इस कारण से सत्संग श्रवण करने आए कुछ श्रद्धालुओं संत रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा प्राप्त किए।
तथा सत्संग समाप्ति के पश्चात् संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायियों ने पवित्र पुस्तक "जीने की राह" पढ़ने के लिए कहा कि "जीने की राह" पुस्तक पढ़ने मात्र से लाखों लोगों के जीवन में परिवर्तन हो रहे हैं।
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