सडक़ निर्माण में बड़ी लापरवाही दो विभागों के बीच उलझा विद्युत मंडल का पोल शिफ्टिंग कार्य कलेक्टर से की शिकायत - शिवसेना
- निर्माण के दौरान डंपर से चालू लाइट के तार टूटे करंट फैलने के डर से दहशत में स्थानीय रहवासी, मौके पर पहुंचे शिवसेना जिलाध्यक्ष
- दिसंबर महीने में पीडब्ल्यूडी, विद्युत मंडल विभाग का जॉइंट सर्वे 20 लाख रुपए अधिक की लागत से होता लाइट शिफ्टिंग कार्य,
विभाग
- ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग (आरईएस) ने बिना विद्युत मंडल की सहमति के सडक़ निर्माण कार्य चालू कर दिया, जिस पर बड़ी मात्रा में डंपर व अन्य मशीन निकल रही है...
भारत सागर न्यूज/देवास। सडक़ निर्माण में बड़ी लापरवाही के कारण दो विभागों के बीच विद्युत मंडल का पोल शिफ्टिंग कार्य उलझा हुआ है। जिसकी शिकायत शिवसेना ने कलेक्टर से की है। शिवसेना जिलाध्यक्ष सुनील वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया नागुखेडी ग्राम पंचायत में ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग (आरईएस) अंतर्गत ग्राम भीमसी से करनाखेड़ी सडक़ मार्ग का डामरीकरण निर्माण कार्य चल रहा है, क्रश्वस् विभाग व ठेकेदार ने विधुत पोल,तार ऊंचे, शिफ्टिंग, किए (बीना कार्य ) प्रारंभ कर दिया जिसे कहीं लोगों के घरों की चालु लाइट के तार व कनेक्शन टूट गए बड़ा हादास होने से बचा,विद्युत लाइट पोल /तार शिफ्टिंग की उचित व्यवस्था किए जाने की मांग को लेकर शिकायत कलेक्टर ऋषभ गुप्ता जी के पास की गई जहा उन्हें बताया है कि दो विभागों पीडब्ल्यूडी/आरईएस विभाग के बीच विद्युत मंडल की लाइट शिफ्टिंग का कार्य उलझ गया है।
सर्वे पीडब्ल्यूडी विभाग ने कराया और निर्माण ह्म्द्गह्य विभाग ने कर दिया, सडक़ पर डामरीकरण का कार्य तो चल रहा है, लेकिन बिना पोल और तार शिफ्टिंग के है काम चल रहा है अब स्थानीय निवासी रोज के तार टूटने से परेशान हो गए हैं। तार टूटने व करेंट फैलने की शिकायत लेकर विद्युत मंडल श्री वर्मा पहुंचे। जब शिवसेना जिला अध्यक्ष सुनील वर्मा ने विद्युत मंडल पर शिकायत दर्ज कराई तो विद्युत मंडल सुपरवाइजर हरिओम शाह का कहना है इसकी जिम्मेदारी निर्माण अधीन संबंधित कंपनी ठेकेदार की है उनके द्वारा पहले विद्युत मंडल अनुमति लेने थी जिसके बाद ही कार्य करना था, सडक़ ऊंची हो जाने के कारण पूर्व की लाइट नीची हो गई वाहनों में करेक्ट फैलने से लेकर घरों के सर्विस वायर टूट रहे हैं। इसकी लगातार शिकायत भी मिली जब में मौके पर पहुंचा तो पता चला कि सर्व मैने पीडब्ल्यूडी विभाग के साथ किया था, लेकिन यहां तो निर्माण एजेंसी दूसरी ही कार्य कर रही है। इस संबंध में संबंधित निर्माण एजेंसी को भी बिना अनुमति लिए निर्माण कार्य करने के लिए पत्र लिखकर कहा की कोई घटना घटी तो इसकी जिम्मेदारी संबंधित विभाग और कंपनी की रहेगी।
20 लाख से भी अधिक राशि होती पोल शिफ्टिंग पर खर्च
पीडब्ल्यूडी विभाग विद्युत मंडल के दिसंबर माह में जॉइंट सर्वे में 22 पोल, तार शिफ्ट किए जाने का एस्टीमेट विभाग को दिया था, लगभग 20 लाख से भी अधिक राशि से विद्युत पोल शिफ्टिंग का कार्य होता। शिवसेना ने मांग की है कि विभागों की लड़ाई के चक्कर में जनता को परेशानी नहीं होनी चाहिए। इसमें जनता की क्या गलती। सडक़ के साथ उन्हें विद्युत सप्लाई की उचित व्यवस्था मिलनी चाहिए। समय रहते व्यवस्था सुनिश्चित हो जाएगी तो कोई बड़ा हादसा नहीं होगा। इस प्रकार की लापरवाही कार्य करने वाले जिम्मेदारों पर कार्रवाई किए जाने मांग की है। आवेदन देते समय शहर अध्यक्ष ठाकुर श्रावण सिंह बैस, जिला संयोजक कृष्णा पारखे, जिला उपाध्यक्ष लखन टिपानिया, जिला महासचिव विनोद पटेल, रत्नेश गुप्ता, राकेश लाल, विजय जायसवाल, अंकित कौशल अन्य शिवसैनिक उपस्थित थे। उक्त जानकारी शिवसेना जिला प्रवक्ता संजू भाटी ने दी।
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