महिला रसोइया समूह महासंघ ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्टर को सौंपा आज ज्ञापन
भारत सागर न्यूज/देवास - महिला रसोइया समूह महासंघ के बेनर तले मध्यान्ह भोजन एवं साझा चूल्हा संचालन करने वाली महिलाएं अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नाम कलेक्टर देवास को आज ज्ञापन सौंपेंगी। महासंघ की जिलाध्यक्ष ज्योति अर्जुन बैरागी ने बताया कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित पीएम पोषण आहार (मध्याहन भोजन) एवं साझा चूल्हा योजना अंतर्गत स्कूल एवं आँगनवाडीयों में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा संचालन का कार्य किया जाता है। जिसमें स्कूल एवं आँगनवाडीयों में बच्चों को पूरक पोषण आहार एवं भोजन दिया जाता है। जिसकी राशि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जाती है।
जिससे योजना का संचालन समय पर होता है। लेकिन विगत 2 माह से स्वयं सहायता एवं रसोईयाँ का वेतन प्राप्त नहीं होने से बच्चों को मैन्यु अनुसार भोजन उपलब्ध करवाने में समूह संचालकों को आर्थिक रुप से बहुत ही ज्यादा परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है। जिस कारण कई गरीब एवं छोटे समूह संचलाकों को कर्ज लेकर योजना का संचालन करना पड़ रहा है। इन गरीब महिलाओं की परेशानियों को देखते हुए इनको राशि जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जाये एवं हमारी मुख्य माँगों का निराकरण किया जाये। जिससे केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना को नियमित रुप से संचालित कर सके।
ये हैं प्रमुख माँगें...
1. समय पर खाद्यान राशि एवं रसोइयों का वेतन उपलब्ध कराया जाए।
2. उपस्थिति को आधार बनाकर रसोइया बहनों को हटाना बंद किया जाए।
3. साझा चूल्हा कि राशि हर माह नियमित रुप से समूहों के खातों में डाली जाये एवं खाद्यान बच्चों की दर्ज उपस्थिति के अनुसार दिया जाये।
4. समूहों की बहनें बहुत पहले से मध्याहन भोजन संचालन का कार्य कर रही है,इसमें अधिकतम महिलाएं कम शिक्षित होती है इसलिए उनको कागजी कार्य के नाम पर अधिकारियों द्वारा परेशान न किया जाये।
5. सरकार द्वारा मिडील स्कूल में 8 रुपये 17 पैसे प्रति छात्र एवं प्राथमिक विद्यालय में 5 रुपये 37 पैसे प्रति छात्र दिया जाता है। जिसमें बच्चों को मैन्यु अनुसार भोजन देना संभव नहीं है। इसे बढ़ाकर माध्यमिक विद्यालय में 15 रुपये प्रति छात्र एवं प्राथमिक विद्यालय में 10 रुपये प्रति छात्र किया जाए।
6. जिन नगर पंचायतों में स्वयं सहायता समूह द्वारा मध्याहन भोजन संचालन का कार्य किया जाता है वहां ठेका प्रथा बंद किया जाए।
ज्ञापन में देवास जिले से समस्त रसोईया बहन एवं समूह संचालक उपस्थित थे।
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