दीपावली पर वास्तु के अनुसार अपने पूजा घर को सजाएं और पाएं दैवीय आशीर्वाद

 


भारत सागर न्यूज/देवास। दीपावली भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। मान्यता है कि त्रेता युग में इस दिन भगवान श्री राम अयोध्या पर विजय प्राप्त कर अयोध्या लौटे थे।  इसलिए इसे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक भी माना जाता है। इसके अलावा इसे प्रकाश पर्व के रूप में भी मनाया जाता है। इस अवसर पर लोग अपने घरो में साफ़ - सफाई करते हैं, घरों को सजाते हैं, और माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं।  इस दिन लोग देवी - देवताओं की विशेष कृपा के लिए प्रार्थना करते हैं, और उनसे आशीर्वाद मांगते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह के लिए पूजा घर की सजावट और व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए जिससे समस्त देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त हो सके और घर में सुख - शांति, तथा समृद्धि बनी रहे। देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आप अपने पूजा घर में निम्न उपाय कर सकते हैं।  


पूजा घर का स्थान: वास्तु शास्त्र में पूजा घर का स्थान काफी अहमियत रखता है।  पूजा के स्थान को आपके घर के उत्तर - पूर्व दिशा में स्थापित करना अत्यंत शुभ माना जाता है। "ईशान कोण" के नाम से जाने जानी वाली इस दिशा को समर्पण, शान्ति, और ज्ञान का प्रतीक माना जाता है।  ऐसी मान्यता है कि यदि पूजा घर को इस दिशा में रखा जाता है तो वहां सकारात्मक ऊर्जा का परवाह आसानी से होता है और दैवीय आशीर्वाद प्राप्त होता है।  

पूजा स्थल की सफाई: दीपावली पर पूजा से पहले पूजा घर की सफाई सुनिश्चित करें।  यह बहुत जरुरी है। साफ़-सुथरे पूजा घर में देवी - देवताओं का निवास माना जाता है। यह नकारात्मकता को दूर कर सकारात्मकता को तो आकर्षित करता ही है, साथ ही साथ देवी देवताओं को भी यहां निवास करने के लिए आमंत्रित करता है। हमें हमेशा पूजा घर को साफ़ रखना चाहिए और किसी भी प्रकार की गंदगी या अव्यवस्था से बचाना चाहिए। 


दीयों  का उपयोग:- दीपावली के पर्व को मुख्य रूप से दीयों का पर्व भी कहा जाता है।  पूजा घर में दीपक जलाना केवल आस्था का प्रतिक ही नहीं है बल्कि यह सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करता है।  दीपक को हमेश पूजा स्थल पर जलाकर रखना चाहिए इससे दैवीय शक्तियां आमंत्रित होती हैं।  इसके आलावा घर में सुख, समृद्धि और सभी घरवालों का उत्तम स्वास्थ्य बना रहता है।

रंगोली का महत्व: आमतौर पर रंगोली को घर की सजावट और सुंदरता बढ़ाने के लिए जाना जाता है।  इसके अलावा रंगोली सकारात्मक ऊर्जा की प्रतीक भी है।  पूजा घर के बाहर या उसके आस-पास रंगोली बनाने से देव प्रसन्न होते हैं इसलिए इसे अत्यंक शुभ माना जाता है।  रंगोली को सजाने तथा अधिक आकर्षक बनाने के लिए रंग बिरंगे फूलों और रंगों का उपयोग करना चाहिए। एक सुन्दर तथा आकर्षक रंगोली केवल सुंदरता ही नहीं बढाती है बल्कि घर में माता लक्ष्मी के वास को भी सुनिश्चित करती है।  

फूलों की सजावट: ऐसी मान्यता है कि देवी - देवताओं को पुष्प बहुत पसंद होते हैं, इसलिए इन पुष्पों से पूजा घर को सजाना चाहिए।  पूजा करते समय भगवान् को पुष्प अर्पित भी करने चाहिए।  इस दौरान हमें हमेशा गेंदा चमेली और गुलाब जैसे ताज़ा और सुगंधीदार फूलों का उपयोग करना चाहिए।  इससे केवल पूजा स्थल सुगन्धित ही नहीं होता है बल्कि माता लक्ष्मी का आशीर्वाद भी हमें प्राप्त होता है।  

देवी-देवताओं की मूर्तियाँ और तस्वीरें :- पूजा घर में देवी - देवताओं की तस्वीरों और मूर्तियों की स्थिति का भी काफी महत्त्व होता है।  हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ये मूर्तियां या तस्वीरें सही दिशा में हो।  इनके लिए सर्वोत्तम दिशा उत्तर - पूर्व दिशा होती है, जहा से सकारात्मक ऊर्जा का संचार सुनिश्चित होता है। हमें प्रतिदिन इन मूर्तियों की सफाई करनी चाहिए और उन्हें उचित रूप से सजाएं चाहिए।  माता लक्ष्मी की तस्वीर को हमें विशेष स्थान देना चाहिए क्योंकि दीपावली के दिन उनकी पूजा का विशेष महत्त्व होता है।  

वास्तु के अनुसार पूजा घर की सजावट: हमें पूजा घर को सजाते समय वास्तु का विशेष ध्यान रखना चाहिए।  वास्तु शास्त्र के अनुसार पूजा घर को सजाते समय हम निम्न महत्वपूर्ण बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।  

सामग्री: पूजा घर में हमें हमेशा लकड़ी, संगमरमर या मिटटी से बने फर्नीचर का उपयोग करना चाहिए।  ये सामग्रियां सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती हैं, इसलिए इनका उपयोग शुभ माना जाता है।   
 रंग: पूजा घर की दीवारों को हल्का पीला, सफ़ेद, हरा जैसे हल्के तथा सुखदायी रंगों से रंगना चहिये। ये रंग शुभ माने जाते हैं।  
दर्पण का उपयोग: पूजघर में कभी भी दर्पण नहीं लगाना चाहिए क्योंकि यह नकारात्मकता को बढ़ा सकता है और इससे दैवीय शंक्तिया नाराज हो सकती हैं।  

नैतिकता और ध्यान: दीपावली पर पूजन करते समय हमें समारे मन को साफ़, सकारात्मक और संतुलित रखना चाहिए।  ध्यान और प्रार्थना करते समय हमें अपने मन में शुभ विचार ही लाने चाहिए।  इससे आपके भीतर की ऊर्जा सकारत्मक होगी साथ ही दैवीय आशीर्वाद भी आपको प्राप्त होगा।  

विशेष पूजा सामग्री: दीपावली की पूजा में हमें हमेशा विशेष पूजन सामग्री का प्रयोग करना चाहिए। इस पूजा में आप निम्न सामग्रियों को शामिल कर सकते हैं  

- दीपक और तेल: पूजा में दीपक जलाते समय यह सुनिश्चित करें कि वह दही या सरसों के तेल से ही जलाये जाएँ।  

- फल और मिठाइयाँ: भोग लगाते समय हम ये ध्यान रखें कि ताजे फल और मिठाइयों का ही भोग लगाया जाए। इससे देवी देवता प्रसन्न होते हैं और आपको अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं।  

- कमल के फूल: माना जाता है कि माता लक्ष्मी को कमल का फूल अत्यंत प्रिय होता है।  अतः यदि हम इसे पूजा में शामिल करते हैं तो इससे लक्ष्मी माता प्रसन्न होती हैं, और आपको आशीर्वाद प्रदान करती हैं।  


परिवार के साथ सामूहिक पूजा: दीपावली की पूजा करते समय यह ध्यान रखें कि पूजा के दौरान आपका पूरा परिवार उपस्थित हो। सामूहिक रूप से से पूजा करने से घर के सदस्यों के बीच प्रेम और संबंधों में मजबूती आती है।  इससे माँ लक्ष्मी की कृपा आप पर अधिक होती है।  घर के सभी सदस्य मिलकर दीपक जलाये, पूजा करें, और भजन करें।  

सकारात्मक सोच और इरादे:- दीपावली की पूजा करते समय यह सुनिश्चित करें कि इस दौरान आपकी सोच और इरादे सकारात्मक हो।  यदि आप पूर्ण श्रद्धा के साथ पूजा करते हैं, तो देवी - देवताओं का वास आपके घर में होता है।  इसलिए अपने मन को शांत रखें एवं सकारात्मक तथा अच्छे विचारों के साथ माता की पूजा कर उनसे सफलता, सुख - समृद्धि की प्रार्थना करें। 

दीपावली के शुभ अवसर पर अपने पूजा स्थल को सजाने के इन वास्तु उपायों का पालन करके  आप अपने घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार तो करते ही हैं इसके साथ ही आपको देवी लक्ष्मी की असीम कृपा भी प्राप्त होती है। यह त्यौहार अपने साथ सुख - समृद्धि, तथा सफलता को लेकर आता है। जब आप पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ इन वास्तु उपायों का पालन करेंगे तो माता लक्ष्मी की असीम कृपा आपके ऊपर बानी रहेगी।  इसके साथ ही अन्य देवी - देवता भी आपसे प्रसन्न रहेंगे और अपना आशीर्वाद आपके ऊपर बनाये रखेंगे।

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