महाराष्ट्र की राजनीतिक शुचिता और समृद्ध परम्पराओं को भाजपा बरबाद कर रही ।- कुणाल चौधरी
रायसिंह मालवीय/ 7828750941
महाराष्ट्र वह राज्य है जिसने लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक जैसे स्वातन्त्र्य नायकों की पहल पर गणेशोत्सव से देश भर में स्वतन्त्रता प्राप्ति की सफल अलख जगाई । आजादी के लिए धर्म और अध्यात्म का सफल प्रयोग महाराष्ट्र में सबसे पहले हुआ था । दुर्भाग्य से उस प्रदेश की राजनैतिक शुचिता को भाजपा द्वारा खत्म किया जा रहा है
स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद से ही देश मे हमारे नीति नियंताओं ने हजारों वर्षों की गुलामी और उसके कारणों से सबक ले कर देश मे लोकतंत्र की स्थापना की । सहज और सार्वभौमिक जिम्मेदारियां तय करके देश के विकास की आधारशिला रखी लेकिन दुनिया के सबसे बड़े लोकतन्त्र हमारे देश की व्यवस्था को वर्तमान सत्ता द्वारा बरबाद किया जा रहा है । यह ठीक वैसा ही है जैसे अंधे के हाथ बटेर लग गयी हो ।
देश मे यह सब पहली बार देखने को मिल रहा है जब कुंठित मानसिकता के लोग सत्ता में बैठ कर अपनी अकर्मण्यता का दोष भी विपक्ष को देने पर आमादा हैं । नाच न जाने आंगन टेड़ा वाली कहावत को साबित करने पर तुली भाजपा सरकार अपनी तानाशाही प्रवृत्ति , हताशा , कुंठा और नफरत के चलते शासकीय तंत्र का दुरुपयोग सरकारें गिराने , विपक्षी नेताओं की छवि खराब करने और जनता को बरगलाने में कर रही है । चरित्र हनन , झूठ और अफवाह बाजी भाजपा के नेताओं के हथियार हैं । महाराष्ट्र में भी केंद्र सरकार यही सब कुछ कर रही है । दुर्भाग्य से ऐसे ही लोग हमारी संस्कृति और धर्म के ठेकेदार बने हुए हैं ।
हमे एक मजबूत विकल्प के रूप में भाजपा की इस तानाशाही के खिलाफ प्रदेश से लेकर सम्पूर्ण देश में मजबूती से लड़ाई लड़नी पड़ेगी । देश को बर्बादी से बचाने के लिए तानाशाही को जड़ से खत्म करना ही होगा ।
यह बात पूर्व विधायक तथा हाल ही में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में राष्ट्रीय सचिव एवम महाराष्ट्र राज्य के संगठन प्रभारी नियुक्त किये गए युवा नेता कुणाल चौधरी ने प्रदेश कांग्रेस महासचिव तथा पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार के साथ कार्यकर्ताओं से कही ।
कुणाल चौधरी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का अपनी नियुक्ति के लिए आभार जताते हुए बताया कि उन्हें विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महाराष्ट्र राज्य का प्रभार सौंपा गया है । महाराष्ट्र राजनीतिक , धार्मिक सामाजिक ,सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से बेहद सम्पन्न राज्य है । यहां त्रयम्वकेश्वर ज्योतिर्लिंग और भगवान पंढरीनाथ की धर्म भूमि है । महाराष्ट्र संत तुकाराम , महात्मा ज्योतिबाफुले और डॉ भीमराव अंबेडकर की कर्मभूमि भी है । सफल सामाजिक और राजनीतिक आंदोलनों के चलते महाराष्ट्र में विकसित शुचितापूर्ण राजनितिक परम्परा को केंद्रीय एजेंसियों के भय ,धमक तथा आर्थिक प्रलोभन से खत्म कर वहां निकम्मी और नशेलची लोगो की सरकार बनवा दी है । कुणाल चौधरी ने बताया कि अपने प्रारम्भिक दौरे में हमने यही पाया है कि महाराष्ट्र की जनता लोकमत और तार्किक राजनीति से छेड़छाड़ बर्दाश्त नही करती जनता ऐसा करने वाले नेताओं को सबक सिखाने के लिए कटिबद्ध है । हम संगठन प्रभारी के रूप में अपने साथियों के साथ महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन की सरकार बना कर प्रदेश की राजनीतिक शुचिता को फिर से स्थापित करेंगे ।
कुणाल चौधरी ने प्रदेश कांग्रेश महासचिव कैलाश परमार सहित सभी कार्यकर्ताओं का अपने स्वागत के लिए आभार माना ।
Comments
Post a Comment