देवास में पोस्टर वार ! शहर में अवैध होर्डिंगों से राजनैतिक मार्केटिंग ?
Bharat Sagar News, देवास। माँ शारदीय नवरात्रि पर्व के साथ त्यौहार शुरू होने वाला है। नवरात्रि में आसपास के क्षेत्र सहित देशभर से श्रध्दालु मां के दर्शन करने देवास पंहुचते हैं जिनके स्वागत और अपनी राजनीति की मार्केटिंग करने के लिये देवास के नेतागण पसस्पर पोस्टर वार के माध्यम से अपना शक्ति प्रदर्शन करते हैं। देवास के मुख्य मार्गों से लेकर गली और कोनों कोनों में अवैध पोस्टर की बाढ़ सी आ गई है। रविवार को भी एक पोस्टर वार देवास में देखने को मिला जहां वैध पोस्टर लगाने वाली संस्था के सदस्य अवैध पोस्टर को निकालने पहुंचे, उसी दौरान पोस्टर लगाने वाले नेतागण भी वहीं पहुंच गये और राजनीतिक हुज्जत करने लगे। इन अवैध पोस्टरों में दोनों पार्टियों के नेतागण शामिल हैं और इस बार दोनों दलों के नेताजी एक होकर पोस्टर न हटाने को लेकर विवाद करते रहे।
जानकारी अनुसार देवास होर्डिंग एसोसिएशन का कहना है कि हमने निगम में 10 वर्ष का अनुबंध कर रखा है। जिसके अंतर्गत देवास नगर निगम से अनुबंधित 50 होर्डिंग नगर निगम सीमा में लगे हैं। 50 लाख रूपए प्रतिवर्ष निगम को टैक्स के रूप में देते है। उसके बावजूद नगर निगम प्रशासन द्वारा हमारा सहयोग नही किया जाता।
एसोसिएशन के सदस्य ने बताया कि अवैध फ्लेक्स बैनर लगाने वालों ने होर्डिंग की क्षमता से ज़्यादा फ्लेक्स लगाकर होर्डिंग स्ट्रक्चर को ओवरलोड कर दिया। जन सुरक्षा को देखते हुए अपने होर्डिंग्स से अवैध फ्लेक्सो के ओवरलोड को तुरंत हटाने की कार्यवाही करने की कोशिश रविवार को एसोसिएशन द्वारा की गई। हमारे द्वारा स्थापित इन अनुबंधित होर्डिंग पर आए दिन जन्मदिन बधाइयाँ, नियुक्तियाँ एवं धार्मिक आयोजन के अवैध फ्लेक्स विज्ञापन विभिन्न आयोजकों द्वारा जबरदस्ती और बिना अनुमति के धौस धपट् के साथ लगाये जाते हैं। जिसके संबंध में हम विभिन्न थानो और प्रशासन को 3 वर्षों से शिकायत कर रहे हैं। होर्डिंग्स पर हमारे प्रशिक्षित स्टाफ़ के अलावा देवास शहर में फ्लेक्स बैनर छापने वाले अपने स्टाफ को मेरे होर्डिंग्स पर अनाधिकृत और अवैध विज्ञापन लगाने के लिए रात के अंधेरे में हमारे यूनिपोल होर्डिंग विज्ञापन बोर्ड पर अवैध रूप से चढ़ जाते हैं और अपना विज्ञापन लगा जाते हैं। यह लोग एक के ऊपर अनेक बैनर रात के अंधेरे में हमारे होर्डिंग्स पर टांग जाते हैं, इससे होर्डिंग ओवरलोड हो जाते हैं और अपनी क्षमता से ज़्यादा लोड झेल रहे हैं। स्ट्रक्चर ओवरलोड होने से स्ट्रक्चर की गुणवत्ता प्रभावित होने की स्थिति बन जाती है। हमारे द्वारा अवैध फ्लेक्स का ओवरलोड हटाने की कार्यवाही की जाती है तो अवैध विज्ञापन लगाने वाले विभिन्न राजनीतिक लोग अपना दबाव से उससे हटाने नहीं देते, हमारे स्टाफ से मारपीट करते है। ऐसे में होर्डिंग ओवरलोड होने के समय तेज बारिश, हवा या तूफान में होर्डिंग की सुरक्षा प्रभावित हो सकती है और जनहानि भी हो सकती है। देवास शहर में नवरात्रि पर्व पर चामुंडा माता टेकरी मंदिर आने वाले लाखों श्रद्धालुओ एवं आमजन की सुरक्षा को देखते हुए अवैध फ्लेक्सों को निकवाने की कोशिश की गई। लेकिन गंदी राजनीति के कारण हमारी कोशिश नाकाम रही। यदि ऐसे में कल से कुछ हानि, दुर्घटना होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? इस संबंध में जबलपुर हाईकोर्ट के ऑर्डर अनुसार प्रशासन से कई बार मदद माँगी गई, किंतु आज दिनांक तक प्रशासन ने कोर्ट के निर्णय को भी अनदेखा किया और हाईकोर्ट की अवमानना की। देवास होर्डिंग एसोसिएशन का कहना है कि इस कार्यवाही के पूर्व हमने पुलिस एवं नगर निगम को भी सूचित किया, लेकिन संबंधितों द्वारा किसी भी प्रकार की मदद नही की गई। देवास होर्डिंग एसोसिएशन के सदस्यों ने नगर निगम प्रशासन से मांग की है कि निगम से अनुबंधित सभी होर्डिंग्स पर लगे अवैध फ्लेक्सों के ओवरलोड को हटाने के साथ जन सुरक्षा की कार्यवाही में नगर निगम प्रशासन, जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन हमारी मदद करे।
वहीं इस मामले में राजनेताओं के अलग-अलग वक्तव्य सामने आये हैं जिनमें वे नवरात्रि की बधाईयां आने वाले भक्तों को देने का बताते हैं। मजे की बात तो यह है कि उनके यह पोस्टर वैध हैं ही नही। आये दिन ख्ांबों पर लगने वाले पोस्टरों से कई वाहन चालकों के घायल होने के समाचार मिलते रहते हैं। यही नही जिला चिकित्सालय के पास स्थित एक बड़े होर्डिंग पर तो बड़ा विवाद तक हो गया था हालांकि बाद में वह स्थान हट गया।
यहां देखने वाली बात होगी कि लाखों रुपये राजस्व के रुप में जमा करने वाली संस्था अपने पोस्टर लगाती है अथवा अवैध बैनरों की हर बार की कहानी बरकरार रहती है। हालांकि यह बात तो स्पष्ट है कि देवास में नवरात्रि के दौरान अवैध होर्डिंग्स का ही बोलबाला रहता है। क्योंकि लगभग हर आयोजक एक बड़े नेता के नाम पर कार्यकर्ता बन मां के नाम का प्रयोग कर अपनी राजनीतिक मार्केटिंग करना चाहता है।
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