पुश्तैनी जमीन को हड़प कर धोखाधड़ी किए जाने की शिकायत कलेक्टर से की


 

भारत सागर न्यूज/देवास। पुश्तैनी जमीन को हड़प कर धोखाधड़ी किए जाने की शिकायत को लेकर दो सगे भाई रामप्रसाद और हुकुम पिता अम्बाराम मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर के समक्ष आवेदन लेकर पहुचे। शिकायतकर्ताओं ने आवेदन में बताया कि हमारी विवादित जमीन का प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है। जिसे धोखाधडी पूर्वक सुनील एवं मुकेश वर्मा द्वारा हडपा जा रहा है। सुनील पिता मोहनलाल एमपी ऑनलाइन का कार्य करता है तथा मुकेश वर्मा पिता स्व. अम्बाराम जो शासकीय अध्यापक वर्ग 3 में पदस्थ है। दोनो मिलकर प्रवीण वर्मा के साथ छल पूर्वक हमारी भूमि हड़पने के लिए बार-बार नामांकन कर रहे है। प्रवीण की भूमि का प्लाट और अन्य सुरेश पिता हुकुम सिंह गारी पटेल जो ग्राम रनायल (गाडरी) के रहने वाले को सन 2021-2022 में खरीदकर नामांतरण करवाया था। उसे 2024 में नही दिखाते हुए बिना कोई सबूत के हटा दिया गया। 


पीडित भाईयों ने बताया कि हमारी हिस्से की जमीन की बिना नपती किए कहा कि इधर तुम्हारी एक इंच की भी जगह नहीं है। 15 बाय 72 फिट रामप्रसाद वर्मा तथा 5 फीट हुकम सिंह पिता स्व. अम्बाराम वर्मा कुल रकबा 0.800 हेक्टेयर से 0.994 भूमि पर कब्जा प्रवीण एवं सुनील ने कर रखा है। हमारे द्वारा भूमि नपती का कहा तो सुनील पटेल, मुकेश वर्मा एवं प्रवीण वर्मा द्वारा नही करवाया जा रहा है। यह कि काटी गई भूमि को नक्शे ने नही हटाया गया। तीन बार नामांतरण बदले गए, उसकी प्रमाणित प्रतिलिपि हमारे पास उपलब्ध है। इसी प्रकार 303 से हमारी भूमि के नम्बरों को काटा गया जो पटवारी मौजा के नक्शे में दिखाई दे रहा है और सर्वे नंबर 303 एवं सर्वे नंबर 390 में हम 4 भाईयों का बंटवारा (सीमांकन) फर्जी तरीके से किया गया। क्योंकि इसमें हमारी स्वीकृति नही थी। 


                ऐसे कई फर्जी कार्य है जो हम दो भाईयों की सहमति से न करते हुए जमीन बंटवारे में धोखाधडी की। पीडित भाई रामप्रसाद एवं हुकम वर्मा ने कलेक्टर से मांग की है कि जमीन में की गई धोखाधड़ी की जांच की जाकर दण्डात्मक कार्यवाही की जाए। साथ ही हमारे हिस्से की जमीन हमे वापस दिलाई जाए।

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