देवास जिले में आयुष चिकित्सक नागरिकों को बारिश में आहारचर्या तथा ऋतुचर्या का सीखा रहे है पालन
भारत सागर न्यूज/देवास। जिले में आयुष चिकित्सक नागरिकों को बारिश में आहारचर्या तथा ऋतुचर्या का पालन सीखा रहे है। आयुष चिकित्सकों द्वारा बताया जा रहा है कि वर्षा ऋतु मे हमारे शरीर में भोजन का पाचन करने वाली जठाग्नि मंद पड जाती है, इससे भूख कम लगने के साथ अजीर्ण और यकृत संबंधी बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए हमें खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
आयुष विंग औषधालय की चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. ममता जूनवाल ने बताया कि आयुर्वेद संहिताओं में बारिश के मौसम में स्नेह प्रधान तथा अम्ल-लवण युक्त भोजन तथा गेंहू की रोटी के साथ जौ, अरहर, मूंग की दाल, चावल का मांड, लौकी, परवल, कद्दू, घीया, तोरई तथा भिण्डी की सब्जी का सेवन करें।
आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ. कल्पना मेहर ने बताया कि गर्म करके ठण्डा किया हुआ जल पीना चाहिए। इसमे शहद का उपयोग भी कर सकते है। रात्रि में दही या छाछ का सेवन नहीं करें। घर पर बना हुआ सुपाच्य, सात्विक और ताजा भोजन करें। रात्रि भोजन सूर्यास्त के पूर्व करें। उपवास में साबुदाने तथा फ्रीज में रखी ठण्डी चीजों का इस्तेमाल न करें।
Comments
Post a Comment