अखिल भारतीय बलाई समाज ने साइकिलिस्ट दिलीप सौराष्ट्रीय का किया अभिनंदन
- 20 राज्यों की 10 हज़ार किमी सायकल यात्रा कर लौटे
भारत सागर न्यूज़/शाजापुर/रायसिंह मालवीय। अखिल भारतीय बलाई समाज के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष। दिलीप सिंह बामनिया एवं समाज सेवी श्री रामचंद्र धानुक के नेतृत्व में आज मां राज राजेश्वरी माता परिसर में भव्य स्वागत किया गया,ज़िला मुख्यालय के नज़दीक छोटे से गांव पिंदोनिया निवासी युवक ने सायकल से 20 राज्यों की 10 हज़ार किलोमीटर से अधिक यात्रा कर रिकार्ड बनाया है। भारत दर्शन यात्रा पर निकले युवक ने अपनी यात्रा के दौरान तमाम कठनाईयों के बावजूद हौंसला नही हारा और यात्रा पूरी कर सोमवार को शाजापुर पहुंच गया। जहां उसका भव्य स्वागत कर अभिनन्दन किया गया।
भारत की संस्कृति और उसके लोग अनोखे हैं। कोस-कोस पर बदलती भाषा, रहन सहन के साथ अपनी परम्पराओं से लगाव यहां के लोगों की पहचान है। इसके साथ सबसे खूबसरत बात ये है कि देश के किसी भी राज्य के लोग एक दूसरे को अपनाने में पीछे नही रहते। अतिथि देवो भवः भारत की रगों में दौड़ता है। इस तरह के अनुभव लेकर लौटे ग्राम पिंदोनिया के दिलीप सौराष्ट्रीय का जगह जगह अभिनन्दन किया गया। प्रेम, सदभावना के साथ देश की मिली जुली संस्कृति को जानने 25 मार्च 2023 को सायकल से भारत भ्रमण पर निकले दिलीप सौराष्ट्रीय ने 10 हज़ार किमी से ज़्यादा की यात्रा की। वे पड़ोसी देश नेपाल भी गए, जहां उन्होंने भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन कर देश की प्रगति और भाईचारे की कामना की।
20 राज्यों की यात्रा में युवक ने देश प्रेम, सौहार्द, पर्यावरण और अपनी परम्परागत मिली जुली संस्कृति के साथ बढ़ावा देने का संदेश दिया। दिलीप सौराष्ट्रीय ने अपनी यात्रा के अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि मप्र, राजस्थान, गुजरात, पंजाब हो या बंगाल यहां के लोग देश के लिए अपना सर्वोच्च न्योछावर करने की भावना रखते हैं। हम जैसे यात्रियों को अपनी तरफ़ से हर प्रकार की सुविधा और प्रेम देकर गर्व की अनुभूति करवाते हैं। विशेष रूप से पंजाब के लोग अतिथि सेवा में बहुत आगे हैं।दिलीप सौराष्ट्रीय पिता रमेश चंद्र सौराष्ट्रीय जो की एक साइकिलिस्ट और BA,MA D,ed PGDCA के साथ साथ चयनित वर्ग 3 के शिक्षक भी है अपनी भारत दर्शन साइकिल यात्रा प्रारंभ कर सर्वप्रथम गुजरात महाराष्ट्र गोवा कर्नाटक केरल तमिलनाडु फिर से कर्नाटक में राज्यपाल महोदय श्री थावरचंद जी गहलोत के द्वारा पुरस्कृत भी हुवे वे अपनी यात्रा को आगे बढ़ते हुए आंध्र प्रदेश उड़ीसा वेस्ट बेंगल असम नेपाल बिहार उत्तर प्रदेश,दिलीप चंद्र सौराष्ट्रीय द्वारा बताया गया कि उनका लक्ष्य इस यात्रा को लेकर पूरे भारत की परिक्रमा करना था और इसके पीछे तर्क है की जिस धरती पर महात्मा गांधी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर भगवान श्री कृष्ण भगवान श्री राम और अनेकों अनेक महापुरुषों ने जन्म लिया यहां पर इस मातृभूमि पर मर मिटने वाले अनेको अनेक शहीद हुए ऐसी मातृभूमि का ऋण चुकाने का यह सही समय और अपनी यात्रा को परिक्रमा के जरिए भारत भूमि का ऋण उतारने यात्रा करने निकल गया कई जिले के एसपी डीएसपी और बड़े अधिकारियों से भी मुलाकात हुई जिन्होंने यात्रा को धनराशि देकर पूर्णता समर्थन किया और यात्रा के खर्चे में सहयोग दिया।
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दरअसल यह यात्रा महज 400 रुपए के साथ प्रारंभ की गई थी बाकी सारा खर्च रास्ते में मिलने वाले लोग और देश प्रेमी लोगों ने सहयोग देखकर यात्रा को आगे बढ़ाया और जब मध्य प्रदेश के अलीराजपुर झाबुआ से यात्रा गुजर रही थी तब इन्होंने बताया कि अलीराजपुर की गरीबी और बेहाली देखकर इन्होंने कसम खाई दृढ़ संकल्प किया कि मुझे अपनी यात्रा के जरिए कुछ फंड इकट्ठा करके डोनेशन इकट्ठा करके आदिवासी बच्चों के लिए निशुल्क शिक्षा हेतु स्कूल और हॉस्टल का निर्माण करना है और यह अपना लक्ष्य बना लिया आज 10 जून 2024 को लगभग 5 माह के बाद यह यात्रा समाप्त हो रही है और सकुशल जैसे वह घर से निकले थे पूरे भारत में प्रेम प्यार सपोर्ट और भाईचारा लेकर वापस अपने घर वापस लोटे हैं ।
बलाई समाजजनो ने भारत यात्री का किया अभिनन्दन
भाईचारे का पवित्र संदेश देकर भारत दर्शन यात्रा से शाजापुर लौटे दिलीप सौराष्ट्रीय का स्वागत कर अभिनन्दन किया और उनकी होंसला अफ़ज़ाई की। इस अवसर पर राम चंद्र चौहान, टी,आर,सिसोदिया, रामचंद्र धानुक,अनिल मालवीय, भवर लाल सोराष्ट्रिय,बाल चन्द सोराष्ट्रीय,नारायण सिंह मालवीय,पंकज सोराष्ट्रीय,भागीरथ धानुक,बाल कृष्ण पटोंदा,पंकज सोराष्ट्रीय, महेन्द्र सोराष्ट्रीय,गंगाराम धानुक,जितेंद्र मालवीय,,बलराम धानुक,माखन लाल धानुक, राजेश सोराष्ट्रीय,राजेश गोयल,अशोक मालवीय,दिनेश सिंदल,सुमन सिंह मंगरोलिया,रामचंद्र जी चौहान,दामोदर जी गोयल,दिनेश धानुक,बालचंद जी सोराष्ट्रीय,बाबूलाल गोयल,बद्रीलाल सोराष्ट्रीय, मौजूद थे।
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