कार्यशाला में मलेरिया, डेंगू की रोकथाम की जानकारी देते हुए किया जागरूक
भारत सागर न्यूज/देवास। विश्व मलेरिया दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय वाहक जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम के आरंभ में जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. रश्मि दुबे ने कहा कि देश में मलेरिया उन्मूलन सन 2030 तक किया जाना है। इसके लिए देवास जिला अग्रणी है। विगत 8 वर्षो के मेरे कार्यकाल में मलेरिया विभाग ने जिले में उत्तरोत्तर प्रगति की है। इससे पहले मलेरिया विभाग उपेक्षित रहा है। डॉ. रश्मि दुबे ने बरोठा टीम की लारवा सर्वे, फीवर सर्वे, तथा ब्लड स्लाइड कलेक्शन में उल्लेखनीय कार्य की प्रशंसा की। कार्यशाला में बरोठा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की सीबीएमओ डॉ. मेघा पटेल, उप प्राचार्य, निहारिका श्रीवास्तव, बीपीएम सुषमा राणावत, बीसीएम सुनीता सोलंकी तथा डबल्यु एचओ मॉनिटर राजेंद्र भारम्बे विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यशाला में आरडी किट से रक्त की जांच करने डिमांस्ट्रेशन कर समझाया गया तथा डिक्यूमेंट्री फिल्म के माध्यम से मलेरिया, डेंगू की रोकथाम की जानकारी दी।
कार्यशाला में अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालो को प्रशस्ति पत्र प्रदान करते हुये सम्मानित किया। सम्मानित होने वालो में मुख्य रूप से सेक्टर क्षिप्रा के पर्यवेक्षक डॉ.इकबाल मोदी, योगेंद्र सिंह चंदेल, जगदीश चौधरी, बरोठा, अकील शेख, डबल चौकी, डॉ.तरुणकुमार पाठक,नीलिमा परमार लोहार पिपलिया, प्रतिभा सिसोदिया, पटलावड़ा, विष्णु चौधरी, मिश्रीलाल वर्मा, निशा नायकर, भानगढ़, डॉ.कैलाश कारपेंटर, उपड़ी, हिमांशी सिंह, राजोदा, प्रखर बहाड़, राधेश्याम अगीरवाल, बांगरडा, अलका टोप्पो, डॉ.अकरम पठान , मोहन एरवाल ,वीरेंद्र पंवार , बांगर,पवित्रा चौहान, रमेश मालवीय , राजेश शर्मा, सुरेश पटेल,चंद्रा जाटव, नीलम बंसल, उषा पांचाल, राजाराम मालवीय, धरम दास देवड़ा, अंतर सिंह गुजराती, इत्यादि शामिल हुए। संचालन लेब तकनीशियन रवींद्र चंद्रावत ने किया तथा आभार मलेरिया निरीक्षक मोहन एरवाल ने माना। अंत में रैली निकालकर वेक्टर जनित रोगो से रोकथाम की जानकारी दी।
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