मजदूरी करने गए परिवार का मकान तहसीलदार ने बिना सूचना पत्र दिए तोड दिया
- पीड़ित अपने छोटे बच्चों व परिवार के साथ पहुंचा कलेक्टर कार्यालय, दिया आवेदन
भारत सागर न्यूज/देवास। मजदूरी करने गए परिवार का मकान बिना सूचना दिए तहसीलदार द्वारा तोडने की शिकायत लिए एक पीडित परिवार अपने छोटे बच्चों के साथ आवेदन लिए गुरूवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचा। पीडित प्रकाश पिता मांगीलाल ने बताया कि जिले के ग्राम हीरापुरा सिंदनी में जन्म से अपने परिवार के साथ निवास कर रहा हूँ। मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करता हूँ। मेरा कच्चा मकान शासकीय भूमि सर्वे नंबर 145 मद चरनोई पर बना हुआ था।
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इस मकान पर में विगत 36 वर्षो से निवास कर रहा हूँ। पीडित ने आरोप लगाते हुए बताया कि तहसीलदार विजयगंज मण्डी द्वारा मेरे कच्चे मकान को बिना किसी सूचना पत्र दिए तोड दिया गया। वहीं मोनू यादव नामक युवक को भूमि पर खम्भे गडवा कर कब्जा दिलवा दिया। मेरे व मेरे परिवार द्वारा आपत्ति लेने पर धमकी दी जाती है कि जेल के अंदर बंद करवा देंगे और अभद्र भाषा में हमारे साथ व्यवहार किया जाता है। पुलिस भी बार-बार प्रताडित कर रही है। पीडित ने बताया कि मेरे तीन छोटे बच्चें है। मेरा मकान उजड गया। अब में इनको लेकर कहा जाऊंगा। बिना सूचना पत्र के मेरा मकान तोड दिया गया।
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जब मैंने सूचना पत्र मांगा तो हाथ से दिनांक डालकर मुझे सूचना पत्र थमा दिया। मैं मेरे परिवार के साथ दो वक्त की रोटी के लिए मजदूरी करने गया था। घर पर कोई नही था। हमें बिना बताए हमारे बसे बसाए मकान को तहस-नहस कर दिया। हमारे मकान के पास कालू पिता पेमा का भी मकान था। वे लगभग 60 वर्ष से निवास कर रहे थे। उनका मकान भी बिना सूचना पत्र दिए तहसीलदार द्वारा तोड दिया गया। पीड़ित ने आवेदन देकर मांग की है कि मुझे व कालू को तोडे गए मकान पर पुन: कब्जा दिलाया जाकर आर्थिक सहायता दी जाए। जिससे हम हमारा मकान का निर्माण पुन: कर सके।
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