PM MODI ने उज्जयिनी की धरा पर जीवाजी वैधशाला के पास पहली विक्रमादित्य वैदिक घड़ी सहित उज्जैन के 681 विविध विकास परियोजनाओं का वर्चुअल लोकार्पण एवं शिलान्यास किया
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव वैदिक घड़ी सहित विविध विकास परियोजनाओं के वर्चुअल भूमि पूजन एवं लोकार्पण कार्यक्रम में भोपाल में शामिल हुए
भारत सागर न्यूज/उज्जैन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 फरवरी को प्रदेश में 17 हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास, समस्त जिलों में साइबर तहसील का शुभारम्भ एवं उज्जयिनी की धरा पर जीवाजी वेधशाला के पास विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का वर्चुअल लोकार्पण किया। वर्चुअल कार्यक्रम में भोपाल में राज्य स्तरीय कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि शामिल हुए। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्चुअल कार्यक्रम में उज्जैन जिले के 682 विकास परियोजनाओं (लागत 1819.549 करोड़) का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इसमें मप्र जल निगम मर्यादित विभाग के नर्मदा-गंभीर समूह जल प्रदाय योजना अन्तर्गत 1462.21 करोड़ रुपये की परियोजना तथा उज्जैन विकास प्राधिकरण की 137.53 करोड़ रुपये की लागत से टीडीएस-03 एवं 04 के निर्माण कार्य का भूमि पूजन किया।
इसी तरह उज्जैन विकास प्राधिकरण की शिप्रा विहार योजना अन्तर्गत व्यवसाय सह आवासीय कॉम्पलेक्स के 66.75 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण कार्य का भूमि पूजन किया। उज्जैन में बाबू जगजीवनराम योजना अन्तर्गत 250 सीटर कन्या छात्रावास का निर्माण कार्य का भूमि पूजन वर्चुअल किया गया। इस कार्य की लागत 11.71 करोड़ रुपये है। इस तरह जिले में 1819.549 करोड़ रुपये की लागत के विविध विकास परियोजनाओं एवं निर्माण कार्यों का भूमि पूजन एवं लोकार्पण किया।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में भोपाल से राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने वर्चुअल के माध्यम से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वागत अभिनन्दन करते हुए अवगत कराया कि मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा क्षेत्रों में वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से 15 लाख से अधिक लोग जुड़े हैं। पूरे प्रदेश में अलग-अलग प्रकार के विविध 17500 करोड़ रुपये की सौगात प्रधानमंत्री ने दी है। उनका हृदय से साधुवाद। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में नित-नये विकास के कार्य हो रहे हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में तेज गति से देश आगे बढ़ रहा है। साथ ही साथ प्रदेश का भी तेज गति से विकास हो रहा है। आपके माध्यम से नदी जोड़ो अभियान भी चलाया गया है।
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प्रधानमंत्री के नेतृत्व में नये-नये प्रदेश में नवाचार हो रहे हैं। बिजली, पानी, सड़क, रेल, सिंचाई, कृषि के क्षेत्र में उत्तरोत्तर विकास के कार्य हो रहे हैं। गांवों के विकास के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों का विकास भी तेज गति से किया जा रहा है। वहीं धार्मिक पर्यटन को बढ़ाने के उद्देश्य से कार्य किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि दुनिया की पहली ऐसी विक्रमादित्य वैदिक घड़ी होगी, जो इंडियन स्टैंडर्ड टाइम (IST) और ग्रीनविच मीन टाइम (GMT) तो बताएगी ही, पंचांग और 30 मुहूर्त की भी जानकारी देगी। सूर्योदय - सूर्यास्त से लेकर सूर्य और चंद्र ग्रहण कब होगा? विक्रमादित्य वैदिक घड़ी यह भी बताएगी।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वीसी के माध्यम से प्रदेश में 17 हजार करोड़ की लागत से विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास, प्रदेश के समस्त जिलों में साइबर तहसील का शुभारम्भ और विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का उद्घाटन बटन दबाकर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विकसित भारत अभियान को तेज गति से ले जाने का कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश के डिंडोरी में हुई वाहन दुर्घटना में व्यक्तियों के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त करते हुए इस दु:ख की घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है। भारत तभी विकसित होगा, जब हमारे राज्य विकसित होंगे। एक मार्च से उज्जैन में विक्रमोत्सव का विशाल कार्यक्रम प्रारम्भ होने वाला है। बाबा महाकाल की नगरी में प्राचीनकाल से कालगणना का केन्द्र रहा है और अब विक्रमादित्य वैदिक घड़ी स्थापित होने से पुन: कालगणना होगी। प्रदेशवासियों को विभिन्न विकसित परियोजनाओं आदि विकास कार्यों की बधाई देते हुए कहा कि चारों तरफ आमजन में एक ही बात सुनाई दे रही है कि विकास ही विकास। किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने में प्रदेश में परियोजना का अधिक महत्व स्थापित होगा। इससे बड़ी सेवा और क्या हो सकती है कि किसानों के खेतों में सिंचाई होगी। सरकार की प्राथमिकता है, तेज गति से प्रगति कर विकसित भारत बनाने का संकल्प पूर्ण हो सके। सरकार गांव को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दे रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि सरकार अनाज, फल, सब्जी, मछली आदि सहकारिता पर बल दे रही है। गांव में सहकारी समितियों का गठन किया जा रहा है और हर प्रकार से हमारे गांवों की आय बढ़े। गांवों में छोटी-छोटी बातों को लेकर विवाद होते थे, इसलिये प्रदेश में सभी जिलों को साइबर तहसील का शुभारम्भ किया गया है। स्वामित्व योजना के तहत शत-प्रतिशत ड्रोन से सर्वे कराकर लाखों लोगों को स्वामित्व कार्ड बनाये गये हैं।
उज्जैन में वर्चुअल कार्यक्रम के तहत वेधशाला जन्तर-मन्तर के समीप कार्यक्रम में विधायक श्री अनिल जैन कालूहेड़ा, महापौर श्री मुकेश टटवाल, सभापति श्रीमती कलावती यादव, संभागायुक्त डॉ.संजय गोयल, कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री आशीष पाठक, पूर्व विधायक श्री पारस जैन, सर्वश्री राजेन्द्र भारती, विवेक जोशी, रूप पमनानी, अशोक प्रजापत, जगदीश अग्रवाल, संजय अग्रवाल, किशोर खंडेलवाल, शिवेंद्र तिवारी, परेश कुलकर्णी, विजय चौधरी, ओम जैन, जगदीश पांचाल, वरिष्ठ पत्रकार श्री अर्जुन सिंह चन्देल सहित इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया आदि गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। उज्जैन कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने एनयूएलएम योजना अन्तर्गत पांच हितग्राहियों को चेक वितरित किये। इसी तरह स्वच्छ भारत अभियान अन्तर्गत थर्ड थीम पद्धति पर आधारित प्रतियोगिता का आयोजन गत जनवरी माह में किया गया था। इस दौरान प्रतियोगिता में विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र एवं चेक भेंट किये गये। अतिथियों ने वैदिक घड़ी बनाने वाले श्री आरोह श्रीवास्तव के माता-पिता को सम्मानित किया गया। जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ.राजेन्द्र गुप्त आदि गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का निर्माण लखनऊ की संस्था 'आरोहण' के आरोह श्रीवास्तव ने बनाई है। इसमें GMT के 24 घंटों को 30 मुहूर्त (घटी) में बांटा गया है। हर घटी का धार्मिक नाम और खास मतलब होगा। घड़ी में घंटे, मिनट और सेकंड वाली सुई भी रहेगी। सूर्योदय और सूर्यास्त के आधार पर यह टाइम की कैलकुलेशन करेगी। मुहूर्त गणना, पंचांग, मौसम से जुड़ी जानकारी भी हमें इस घड़ी के जरिए मिलेगी।
वैदिक घड़ी में वैदिक समय, IST, GMT के साथ भारतीय काल गणना विक्रम संवत् की जानकारी मिलेगी। विक्रम संवत् पंचांग (भारतीय प्राचीन कैलेंडर) शामिल रहेगा। सूर्योदय से सूर्यास्त के साथ ग्रह, योग, भद्रा, चंद्र स्थिति, नक्षत्र, चौघड़िया, सूर्यग्रहण, चंद्रग्रहण की जानकारी देगा। अभिजीत मुहूर्त, ब्रह्म मुहूर्त, अमृत काल और मौसम से जुड़ी सभी जानकारी मिल सकेगी। घड़ी में हर घंटे बाद बैकग्राउंड में नई तस्वीर दिखेगी। द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर, नवग्रह, राशि चक्र के साथ दूसरे धार्मिक स्थल भी दिखाई देंगे। देश-दुनिया के खूबसूरत सूर्यास्त, सूर्य ग्रहण के नजारे भी दिखेंगे। वैदिक घड़ी इंटरनेट और ग्लोबल पॉजिशिनिंग सिस्टम (GPS) से जुड़ी होगी।
वैदिक घड़ी से जुड़ा मोबाइल ऐप भी लॉन्च होगा। वैदिक घड़ी के सभी फीचर इस एप में रहेंगे। उज्जैन में लगने वाली घड़ी में जो बदलाव होंगे, वो एप में भी शो होंगे। आप इसे मैन्युअल भी ऑपरेट कर सकेंगे। इसे आप प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकेंगे। उज्जैन को काल गणना (टाइम कैलकुलेशन) का केंद्र माना जाता रहा है। उज्जैन से कर्क रेखा (ट्रॉपिक ऑफ कैंसर) गुजरी है। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के अथक प्रयास से उज्जैन को टाइम कैलकुलेशन का सेंटर बनाने की भूमिका रही है।
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