डॉक्टरों की लापरवाही से इलाज में खर्च हुए 5 लाख रुपए, अस्पताल से हर्जाना दिलाया जाए
भारत सागर न्यूज़/देवास। डॉक्टरों की लापरवाही के कारण इलाज सही नही होने के कारण तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर अन्य निजी अस्पताल में इलाज कराने पर खर्च हुए 5 लाख रुपए का हर्जाना अस्पताल प्रबंधन दिलाए जाने को लेकर निमाड नगर इटावा निवासी चंद्रा बाई पति सोहनलाल ने मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपा। शिकायतकर्ता आरोप लगात हुए बताया कि कुछ समय से बच्चेदानी मे समस्या होने के कारण डॉ. फातिमा की देखरेख में कराने के बाद डॉ. फातिमा की जाँचों एवं सलाह अनुसार बीमारी का ईलाज जवाहर नगर मिश्रीलाल नगर चौराहा ए.बी. स्थित पाटीदार हास्पिटल में डॉ. मनोज पाटीदार, डॉ. महेन्द्र पाटीदार एवं प्रिया पाटीदार से कराया था।
21.09.2023 की रात से ब्लीडिंग होने के कारण अस्पताल में दिखाने के पश्चात ऑपरेशन के लिए भर्ती किया था। इलाज के दौरान खून की जाँच कराने की सलाह दी गई थी। जिसमे रिपोर्ट आने पर हिमोग्लोबिन का परसेंटेज 7.1 प्रतिशत मात्र आने के पश्चात भी आपरेशन कर दिया गया, परन्तु ब्लड की कमी के चलते मेरी हालत बिगड गई। बिगडी तबीयत को देखते हुए अपेक्स अस्पताल रेफर कर दिया गया। झटके बंद नही होने एवं ऑक्सीजन की कमी की पूर्ति तुरंत नही होने पर अपेक्स अस्पताल द्वारा की गई जाँचो में हुई त्रुटियों को छुपाते हुए अपेक्स से मुझे 23.09.2023 की शाम को इंदौर के बाम्बे अस्पताल रेफर कर दिया गया। मेरा सही इलाज नही होने से मेरी मानसिक स्थिति खराब हो गई। हालत खराब होने के कारण मेरी मेमोरी मानसिक स्थिती खराब हो गई। हर 15 से 20 दिन बाद मुझे ईलाज, दवाई एवं जाँच के लिये आना जाना पड है।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि पाटीदार अस्पताल के डॉ. मनोज पाटीदार एवं प्रिया पाटीदार की लापरवाही के कारण मेरा भविष्य खराब हो चुका है। मेरा इलाज में अब तक 5,00,000/- पांच लाख रुपये खर्चा हो गया है और अभी इलाज भी चल रहा है। मेरी आर्थिक स्थिती भी अत्यंत खराब हो चुकी है। पीडिता ने मांग की है कि अस्पताल की लापरवाही के कारण खर्च हुए मेरे 5 लाख रूपए का हर्जाना मुझे दिलाया जाए। शिकायत सुनने के बाद कलेक्टर ने सीएमचओ को जाँच के निर्देश दिए। जहां सीएमएचओ ने पीडित परिवार को समस्त दस्तावेज सीएमएचओ कार्यालय में जमा करने का कहते हुए उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया।
Comments
Post a Comment