देवास से लगभग 25 किमी दूर टोंकखुर्द के समीप है पांडवकालीन महादेव का मंदिर, हर साल होता है महायज्ञ
भारत सागर न्यूज/देवास - देवास से 25 किमी दूर टोंकखुर्द के समीप पांडवकालीन महादेव का मंदीर है। यहां प्रत्येक वर्ष पूज्य महाराज श्री धरानंद सरस्वती जी जो कि श्री निरंजन देव तीर्थ जी महाराज, पुरी पीठाधीश्वर के विशिष्ट शिष्यों में से एक हैं, के द्वारा शिवशक्ति यज्ञ किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस यज्ञ के करने से आसपास के क्षेत्र में अतिवृष्टि नही होती, ओले नही गिरते और आसपास शांति व्यवस्था बनी रहती है। शिवशक्ति यज्ञ पिछले 12 वर्षों से लगातार चला आ रहा है। इस दौरान यहां मेला भी लगता है।
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झरनेश्वर मंदिर में हो रहे इस यज्ञ अनुष्ठान में आसपास के भक्त प्रेमी बड़े ही उत्साह से भाग लेते हैं। क्षेत्रवासियों के अनुसार झरनेश्वर मंदीर महाभारत कालीन है और पांडवों के द्वारा यहां महादेव की पूजा की जाती थी। इसी क्षेत्र के आसपास पहाड़ी में पांडव निवास करते थे, जिससे समीप के गांव का नाम भी पांडी पड़ा।
झरनेश्वर महादेव मंदिर के समीप ही एक बड़ा कुण्ड भी स्थित हैं। जहां वर्षभर जल भरा रहता है। ऐसी किवदतीं हैं कि इस कुंड के जल से पांडव भगवान महादेव का जलाभिषेक करते थे। शिवशक्ति यज्ञ में यज्ञाचार्य पं. दिनेश शास्त्री यज्ञ में रोजाना 21 जोड़ों को यज्ञ कर्म करवाते हैं। 7 दिवसीय इस आध्यात्मिक माहौल का समापन 2 मार्च को होगा।
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