मेरिट में आने के बाद भी नहीं हो रही नियुक्तियां, पेपर वेरिफिकेशन में अपात्र
भारत सागर न्यूज/ देवास। कर्मचारी चयन मंडल आयोग की हाल ही में हुई परीक्षा में पास अभ्यर्थियों की प्रदेशभर में विभिन्न पदों पर नियुक्ति होना है, जिसकी काउंसलिंग विभागवार चल रही है। जिसमें मेरिट लिस्ट में आने के पश्चात भी नियुक्ति नही हो रही है। जिससे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त है। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष राजेश गुर्जर ने बताया कि कर्मचारी चयन मंडल द्वारा 12 फरवरी को जारी हुए परीक्षा परिणाम में मेरिट सूची में नाम शामिल बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता (एएनएम) का 12 से 26 फरवरी 2024 तक मेडिकल एवं डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन विभाग द्वारा कराया जा रहा है। जिसमें मेरिट में चयनित संविदा एएनएम का भी वेरिफिकेशन किया जा रहा है।
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जिसमें उन्हें 1.18 माह का डिप्लोमा एवं प्राइवेट कॉलेज के नाम सहित अन्य विषय के नाम से अपात्र किया जा रहा है। जबकि ज्यादातर एएनएम 2013 से पहले से ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में सेवाएं दे रही है। इनका नर्सिंग काउंसलिंग द्वारा 18 माह का डिप्लोमा ही मान्य किया गया है। इनकी भर्ती के समय प्राइवेट कॉलेज एवं शासकीय कॉलेज का बंधनकारी नही था।
जबकि 2013 के बाद दो वर्ष का एएनएम का डिप्लोमा विभाग द्वारा जारी किया गया है। इसलिए इन पर उक्त शर्तें लागू नहीं होती है। संघ ने मांग की है कि अपना सम्पूर्ण जीवन पढाई कर मेरिट में आने के बाद नियुक्ति नहीं होना एक बहुत बडी लापरवाही है। इसलिए मेरिट के आधार पर नियुक्तियां की जाकर अपात्रों को पात्र किया जाए।
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