दलितों पर आए दिन हो रहे जानलेवा हमला एवं अत्याचार के विरोध में दिया धरना, घायलों को एसपी कार्यालय ले जाकर भीम आर्मी एवं अ.भा. बलाई महासंघ ने किया धरना प्रदर्शन

  • जिले में दलितों पर आए दिन हो रहे जानलेवा हमला एवं अत्याचार के विरोध में दिया धरना


भारत सागर न्यूज/देवास। दलितों पर हो रहे अत्याचार के तहत जानलेवा हमलों एवं पुलिस द्वारा न्याय संगत कार्यवाही करते हुए कमजोर धाराओ मे रिपोर्ट दर्ज किये जाने के विरोध भीम आर्मी एवं अखिल भारतीय बलाई महासंघ ने विगत दिनों हुई घटना के घायलों को लेकर जाकर  शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय का करीब एक घंटे तक घेराव व नारेबाजी कर धरना प्रदर्शन किया। एड. हीरो सोलंकी एवं महासंघ जिलाध्यक्ष प्रदीप मालवीय ने बताया कि देवास जिले मे लचर कानून व्यवस्था के चलते आए दिन दलितों पर अन्याय, अत्याचार के मामले बढ़ते जा रहे हैं। मामलों में पुलिस द्वारा कार्यवाही के नाम पर सिर्फ लीपापोती की जा रही है। जिससे दबंगो के हौसले बुलंद हो रहे है और लगातार दलित कमजोरी के साथ एट्रोसिटी, मारपीट, जानलेवा हमले और मॉब लिंचिंग जैसी गंभीर घटना घटित हो रही है। 




                                                    हालहीं में 24 जनवरी को सोनकच्छ थाना अंतर्गत भागसरा के भादर सिंह पर गांव के सरपंच दिलीप सिंह पिता बाबूलाल, जितेन्द्र पिता बाबूलाल, पिंकेश पिता कैलाश, कमल नागर, चरण नागर एवं बाबूलाल नागर ने हथियारों सेे लैस होकर रात के अंधेरे मे रास्ता रोककर सामूहिक रूप से जान लेवा हमला कर दिया और उसे मृत समझकर सडक के साइड में फेंक दिया। पीडित भादरसिंह ने घटना उपरांत बताया कि पंचायत मे गंभीर भ्रष्टाचार देखे जाने पर सूचना के अधिकार के तहत आरटीआई लगाकर पंचायत मे हुए पांच सालों का कामो की जानकारी मांगी थी। इसी से खफा होकर इन लोगों ने योजनाबद्ध तरीके से मुझ पर जान लेवा हमला कर दिया।  इसी प्रकार 8 जनवरी को टोंकखुर्द अन्तर्गत ग्राम भंवरा में ईश्वर मालवीय पर गांव के ही राजेश पिता कमल सिंह खाती, दीपक, अनिल, कमल पिता छतरसिंह, मदन पिता सुुखराम नेे पुरानी रंजिश को लेकर प्राणघातक हमला कर दिया। जिसके कारण ईश्वर मालवीय का बाया हाथ, पैर की हड्डी और पसलियां भी टूट गई। जिससे वह गंभीर घायल हो गया।  पुलिस में शिकायत करने पर पहले तो पुलिस ने उचित कार्यवाही नही की और इसके बाद आरोपियों द्वारा ईश्वरसिंह पर रिपोर्ट वापस लेने का दबाव बनाया गया। 



                                      उसे जान से मारने की धमकी दी जा रही है। वही पुलिस द्वारा दोनों ही मामलों मे कोई गंभीरता नही दिखाई गई। दोनो मामलों में पुलिस द्वारा मामूली धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया। जिले में दलित समाज की महिलाएं भी सुरक्षित नहीं है। आए दिन महिलाओं पर भी अत्याचार होते रहते है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में हुए धरना प्रदर्शन स्थल ग्राम भागसरा एवं भंवरा के दोनो पीड़ित भी उपस्थित थे। जिन्होंने पुलिस के सामने अपनी पीडा बताई। भीम आर्मी और अभा बलाई महासंघ ने मांग की है कि उपरोक्त मामलो में शीघ्र न्यायपूर्ण जाँच कर आरोपियों पर कठोर धाराओं में प्रकरण दर्ज किया जाकर गिरफ्तार किया जाए।


                                                                          एसपी श्री उपाध्याय ने प्रदर्शन पश्चात उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। इस अवसर पर अमरीश  बिजोनिया, जयकुमार चौहान, संतोष बागडिया, विक्रम सिंह रेकवाल, पवन आवले, दीपक सेंधालकर, सचिन सिंधल, कैलाशप्रिय कलेशरिया, रामबाबू, विनोद मालवीय, अखिलेश मालवीय, जितेन्द्र अटारिया, धर्मेन्द्र मालवीय, नवीन कोठरिया, अंतर सिंह कोठरिया, अरूण कश्यप, अनिल रावण, दिलीप बाघेला, निलेश कोठरिया सहित बडी संख्या में संगठन कार्यकर्ता एवं परिवारजन उपस्थित थे।


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