ग्राम काकड़ादा में निकला पथ संचलन
भौरासा निप्र ! (चेतन यादव) ग्राम काकड़ादा में निकला पथ संचलन नागर धाकड़ समाज धर्मशाला से प्रारंभ होकर ग्राम के मुख्य मार्गो से निकला पथ संचलन ग्राम में ग्रामीणों द्वारा कई जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया इस अवसर पर मंडल कार्यवाह जगदीश धाकड़, जितेंद्र माली, उपखंड कारवां वक्त महेंद्र धनगर टोंक खंड शताब्दी विस्तारक ने बताया हमारा इतिहास गौरव से भरा हुआ है हमारा देश सोने की चिड़िया विश्व गुरु रहा है हमारे यहां तक्षशिला नालंदा विश्वविद्यालय हुआ करते थे जिस मे विदेश से भी विद्यार्थी विद्या अध्ययन करने आया करते थे।
हमारा इतिहास विजयशाली इतिहास रहा है जिस सिकंदर को विश्व विजेता हमें पढ़ाया गया वह भारत में पराजित होकर गया वह अपने देश में जाकर मृत्यु को प्राप्त हुआ हमें हमारा इतिहास गलत पढ़ाया गया अकबर जैसे लुटेरों को महान बताया गया जिससे हिंदू समाज में निराशा आत्मज्ञानी स्वाभिमान शून्यता आ गई यह बात डॉक्टर हेडगेवार जी के ध्यान में आई और संघ की स्थापना 1925 में की संघ समरसता कुटुंब प्रबोधन पर्यावरण नागरिक अनुशासन जैसे कई कार्य कर रहा है इन कार्यों में सभी को लगाना है और हमारे गांव को मेरा गांव मेरी अयोध्या के साथ मेरा गांव मेरा रामराज्य होगा इस भाव से काम करना है संचालन में मंडल के पांच गांव से 53 संख्या उपस्थिति रही !
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