कलेक्टर कार्यालय से जांच प्रतिवेदन दस्तावेज स्थापना शाखा से गायब

- सूचना का अधिकार कानून का बनाया जा रहा मज़ाक
- शिवसेना ने की कलेक्टर से दस्तावेज चोरी होने की शिकायत,4 महीने से नहीं मिले दस्तावेज




भारत सागर न्यूज/देवास।  कलेक्टर कार्यालय से सूचना के अधिकार में जानकारी मांगी गई थी। वहीं स्थापना शाखा की ओर से दस्तावेज कार्यालय में नहीं होना बताया जा रहा है। इस मामले में शिवसेना जिला अध्यक्ष सुनील वर्मा का कहना है कि मेरे द्वारा कलेक्टर कार्यालय में सूचना के अधिकार में प्राचार्य डॉ उमा श्रीवास्तव शासकीय अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय देवास की आहरण संवितरण के अधिकार की जांच कलेक्टर के आदेश पर कराई गई थी जिसमें जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केंद्र देवास अधिकारी डॉ. राजेंद्र सक्सेना की अध्यक्षता में चार सदस्य जांच कमेटी गठित की गई थी (जांच कमेटी ने जांच कर 17 अक्टूबर 2022 को कलेक्टर कार्यालय को जांच रिपोर्ट सौंपी। जांच रिपोर्ट में डॉ. उमा श्रीवास्तव के पास आहरण संवितरण के अधिकार नहीं थे और राज्य सरकार व जिला प्रशासन से इन्होंने कोई अधिकार नहीं लिए जाना सिद्ध हुआ।








      जांच के इन्ही दस्तावेजों को सूचना अधिकार में 12/10/ 2023 को कलेक्टर कार्यालय से मांगा गया। लेकिन 30 दिन की समय सीमा समाप्त होने तक भी दस्तावेज नहीं दिये गये। शिक्षा विभाग की ओर से एक लेटर प्राप्त हुआ, जिसमें बताया कि जांच के सभी दस्तावेज कलेक्टर कार्यालय की स्थापना शाखा को जांच के बाद आगामी कार्यवाही के लिऐ जमा करा दिए है। इसके बाद वर्मा ने अपर कलेक्टर प्रवीण फुलपगारे के पास प्रथम अपील दायर की, जहां से भी वर्मा के पक्ष में आदेश देते हुए संबंधित को  सात दिवस के अंदर दस्तावेज देने के निर्देश स्थापना शाखा और सहयक लोक सूचना अधिकारी को दिए गए। लेकिन इस आदेश की भी अवहेलना करते हुए आज दिनांक तक दस्तावेज स्थापना शाखा की ओर से आवेदक को नहीं दिए गए। स्थापना शाखा अधिकारी दिनेश जेनवाल ने वर्मा को बताया की स्थापना शाखा के अंदर वह दस्तावेज मौजूद ही नहीं है।








                                     इसका मतलब यह है कि या तो दस्तावेज कार्यालय से चोरी हो गए हैं, या फिर जानबूझकर उन दस्तावेज को दबाया जा रहा है। कलेक्टर कार्यालय से दस्तावेज गायब हो जाना एक गंभीर लापरवाही है। स्थापना शाखा में दस्तावेज नहीं है तो जिम्मेदार अधिकारी क्या कर रहे हैं। इसी को लेकर वर्मा ने जिला दंडाधिकारी ऋषभ गुप्ता से न्यायालय कक्ष में मुलाकात कर दस्तावेज की जांच करने की मांग की व उन्हें बताया कि कार्यालय में आपके द्वारा कराई गई जांच के दस्तावेज उपलब्ध नहीं है। दस्तावेज या तो चोरी हो गए हैं या दस्तावेज कहीं छुपा दिए गए हैं। जिसके कारण मुझे दस्तावेज प्राप्त करने में परेशानियों सामना करना पड़ रहा है। मुझे दस्तावेज उपलब्ध करवाये जाए।  जिस पर कलेक्टर गुप्ता ने तत्काल संबंधित को दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा है।

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