सदियों के बाद चिडिय़ा चहचहाई, रामलला आ रहे हैं शुभ घड़ी आई

विराट कवि सम्मेलन में गूंजे राम जन्मभूमि मुक्ति के संघर्ष, मंदिर निर्माण एवं भक्ति के स्वर


भारत सागर न्यूज/देवास। हिन्द रक्षक संगठन द्वारा विगत 21 वर्षो से मकर सक्रांति उत्सव  आयोजित किया जाता रहा है । इस वर्ष पतंग महोत्सव के साथ अयोध्या में रामलला के आगमन की खुशियों के मध्य विराट अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, एक शाम राम के नाम आयोजित किया गया । संस्था के जिला संयोजक एवं नेता सत्तापक्ष मनीष सेन ने बताया कि नावेल्टी चौराहा पर विराट एक शाम राम के नाम कवि सम्मेलन श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन, श्री राम मंदिर निर्माण एवं भक्ति के स्वरो से गुंजायमान हुआ। 



                                

          मंचासीन अतिथियों सर्वश्री महंत बाबा बालकनाथ जी महाराज, विधायक गायत्रीराजे पवार, भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव खंडेलवाल, देविप्रा अध्यक्ष राजेश यादव, योगगुरु राजेश बैरागी, विधायक प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल, वरिष्ठ पत्रकार अनिलराज सिंह सिकरवार, भाजपा नेता भरत चौधरी जी एवं कविगणों का स्वागत हिन्द रक्षक संगठन सयोंजक मनीष सेन, अजय अग्रवाल, गौतम सिंह राजपूत, सजंय दायमा, प्रभात कल्याणे, आशीष विजयवर्गीय, अभिमन्यु पुजारी, जीतू चौहान, महेश बोडाने, विनय चावडा, सजंय तरलेजा, आशीष शर्मा, संजय नागर, प्रवीण भावसार, कमलेश श्रीवास, राजेश पटेल, अजय वर्मा, आशुतोष मेहता, राजेंद्र चावड़ा, राजकुमार ठाकुर सहित समस्त कार्यकर्ताओं ने श्री राम मंदिर का माडल भेंटकर, भगवा दुपट्टा ओड़ाते हुए किया। शहर के लोकप्रिय सबरस कवि शशिकांत यादव के सफलतम संचालन में देश के प्रसिद्ध कवि सरदार प्रताप फोजदार नई दिल्ली,  सुश्री श्रद्धा शौर्य नागपुर, योगेंद्र शर्मा भीलवाड़ा, गौरव चौहान इटावा उत्तरप्रदेश, दिनेश देशी घी बेरछा, मुन्ना बैट्री मंदसौर, डॉ भुवन मोहिनी इंदौर , जगदीश सेन देवास ने भरपूर हास्य व्यंग्य के साथ यह कहते हुए कि शुभ घड़ी आई है बधाई हो बधाई । करोड़ो दिलों की कली मुस्काई ।। जय श्री राम बोलो जय श्री राम । रोम रोम में समाए जय श्री राम।। बाबर ने खींची थी कलंक की लकीर । मिटाने को लड़े कई राम जी के वीर।। आजादी से पहले भी कई लड़े मरे । 



                                आजादी के बाद भी चुप नहीं रहे ।। लगातार उठते रहे मुक्ति के स्वर । संतो में, समाज में, संसद में स्वर।। त्रेतायुग की धरोहर की भक्ति के स्वर । हर काल, परिस्थिति में गुंजाए स्वर ।। जीत हुई उन स्वरों के सम्मान की । राम जी के लाडले हिन्दुस्थान की ।। मुगलों के काल की मिटी परछाई । शुभ घड़ी आई है बधाई हो बधाई सहित विविध ओजस्वी एवं राष्ट्र भक्ति से ओतप्रोत रचनाओं से श्री राम मंदिर निर्माण के लिए मुक्ति आंदोलन, श्री राम की महिमा एवं भक्ति के साथ राष्ट्रीयता के स्वर गूंजाये। देवास के वरिष्ठ कवि देवकृष्ण व्यास के द्वारा गाई गई रामलला की आरती से कवि सम्मेलन का समापन हुआ। अंत में सभी का आभार संगठन संयोजक मनीष सेन ने व्यक्त किया।


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