निगम अधिकारी एवं कर्मचारियों की निष्क्रियता के कारण स्वच्छता में पिछड रहा देवास, जिम्मेदार कौन?
- गंदगी से त्रस्त होकर कालोनीवासियों ने उठाई झाड़ू, नगर निगम घेराव की दी चेतावनी
भारत सागर न्यूज/देवास। अयोध्या धाम में प्रभु श्रीराम की स्थापना 22 जनवरी को होना है। इसके उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 से 21 जनवरी तक विशेष स्वच्छता अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए है। किंतु देवास शहर में इसके विपरीत कार्य हो रहा है। देवास शहर ने बीते समय स्वच्छता में अच्छी रैंकिंग प्राप्त की थी। वहीं आज पुन: देवास शहर स्वच्छता में पिछड रहा है। इस मुख्य कारण नगर निगम में बैठक निष्क्रिय अधिकारी व जवाबदार जनप्रतिनिधि है। वार्ड क्रमांक 20 विकास नगर के पीछे की ओर स्थित शिखर जी धाम के रहवासियों ने अपने नगर की गंदगी से तंग आकर स्वयं साफ-सफाई अभियान चलाया।
कनक बिहारी धाम सेवा समिति के सदस्यों ने बताया कि देश सहित पूरे देवास में स्वच्छता अभियान चल रहा है। किंतु जिस प्रकार वार्डो में साफ-सफाई होना चाहिए, वैसी नहीं हो रही है। शिखरजी धाम में ना तो समय पर कचरा गाड़ी पहुंच रही है और ना ही निगम के सफाई कर्मचारी आज तक सफाई करने पहुंचे। जबकि वार्डवासी समय पर निगम को टैक्स जमा करते है। वार्डवासियों ने कई बार निगम आयुक्त, महापौर, सभापति, पार्षद सहित संबंधित जवाबदारों को इसके बारे में अवगत कराया, किंतु कोई स्थाई हल नहीं निकला। वार्डवासियों का कहना है कि देवास से 35 किमी दूर स्थित इंदौर शहर हर बार स्वच्छता में नंबर 1 पर आता है।
लेकिन देवास शहर देवास हर बार पिछड़ जाता है। इसका जिम्मेदार कौन है? देवास के संबंधित जबाबदार व कर्मचारी जब तक अपना कार्य जिम्मेदारी से नही करेंगे शहर में गंदगी का साम्राज्य फैलता जाएगा। गंदगी से त्रस्त होकर रहवासियों ने खुद ने झाडू उठाई और अपनी कालोनी की सफाई की। कालोनीवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि आगामी दिनों में साफ-सफाई नहीं होती है तो हम सब मिलकर निगम का घेराव करेंगे। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी स्थानीय शासन प्रशासन की होगी।
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