सामाजिक कार्यों में हमेशा अग्रणी रहने वाले अनुज प्रजापति युवाओं के लिए बने प्रेरणा स्त्रोत
समाजसेवा करने का था जुनून, पुलिस आरक्षक की परीक्षा पास होने के बाद भी नही की नौकरी
भारत सागर न्यूज/देवास। ऐसे तो कई ऐसे महापुरूषों के नाम है जो युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने है। जिन्हें युवा हर वर्ष उनकी जन्म जयंती पर पूजकर स्मरण करते है। स्वामी विवेकानंद जी ने बाल स्वरूप में ऐसे कई काम किए जो आज भी याद किए जाते है। देश करोड़ो युवा विवेकानंद जी को अपना आदर्श मानकर उनके पद चिन्हों पर चलते है। इसी प्रकार शहर में छोटी सी उम्र में कई सामाजिक कार्य करने वाले अनुज प्रजापति जो युवाओं के लिए आदर्श बनते जा रहे है। अनुज में सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने का बचपन से जुनून था। नौकरी के कई अवसर आए, लेकिन उन अवसरो को छोड़ सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने का निर्णय लिया।
अनुज ने पुलिस आरक्षक की भर्ती परीक्षा पास करने के बाद भी नौकरी नही की और सामाजिक कार्य के जरिए देशसेवा करने का फैसला लिया। अनुज ने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में अध्ययन कर बी.कॉम विषय में टॉप भी किया। घर बैठे कई नौकरियों को ठोकर मार समाजसेवा करने के निर्णय पर अनुज शुरू से अडिग थे। अनुज प्रजापति पिछले 7 वर्षो से सैकड़ों युवाओं के साथ मिलकर सामाजिक कार्य करते आ रहे है। इनके द्वारा बनाई गई संस्था युथ पावर फाउण्डेशन जो साल में अनेकों कार्य जैसे रक्तदान, ठण्ड में जरूरतमंदों को कम्बल, स्वेटर एवं वस्त्र का वितरण, नि:शुल्क रक्तदान शिविर, स्वच्छता अभियान, महापुरूषों की जयंती जरूरतमंदों के बीच मनाना आदि ऐसे कई कार्य है जो करती रहती है। अनुज द्वारा बनाई गई संस्था में लगभग 200 से अधिक सदस्य है जो सतत मानवसेवा व सामाजिक कार्य में लगे रहते है।
अनुज अपनी पढ़ाई के साथ जरूरतमंदों की सेवा भी करते रहते है। उनकी संस्था से शहर सहित जिले के कई युवा भी प्रभावित होकर जुड़ रहे है। संस्था का मुख्य उद्देश्य फिजुल खर्चा न करते हुए पैसे का सदुपयोग सामाजिक कार्य मे करना है। इतनी सी उम्र में इतने सामाजिक कार्य करना जो कि देश के युवाओं के प्रति आदर्श दायक है। अनुज प्रजापति ने अपनी पढ़ाई के दौरान इंदौर में अध्ययन करते हुए प्रथम वर्ष में 400 में से 400 अंक प्राप्त किए है जो यह दर्शाता है कि वे सामाजिक के साथ पढ़ाई में भी अव्वल है। अनुज प्रजापति से सीख लेकर ऐसे युवा जो दिनभर मोबाईल, टीवी एवं अन्य ऐसे कार्य में लगे रहते है जो कि नुकसानदायी है उन सबको छोडकऱ समाजहित के कार्य में योगदान देना चाहिए।
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