जिले में दस्तक अभियान द्वितीय चरण का हुआ शुभारंभ, अभियान में 9 माह से 5 वर्ष के बच्चों को दिया जाएगा विटामिन-ए अनुपूरण

  • जिले में दस्तक अभियान द्वितीय चरण 28 फरवरी 2024 तक होगा आयोजित



भारत सागर न्यूज/देवास - मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विष्णुलता उइके ने बताया कि प्रदेश में बाल मृत्यु प्रकरणों में कमी लाने के उद्देश्य से विभाग द्वारा प्रतिवर्ष महिला एवं बाल विकास विभाग के समन्वय से दस्तक अभियान संचालित किया जाता है। शासन कि विस्तृत दिशानिर्देशानुसार देवास जिले में भी दस्तक अभियान के द्वितीय चरण का शुभारम्भ 30 जनवरी मंगलवार से किया गया।



                     सीएमएचओ डॉ उइके ने बताया कि कलेक्टर ऋषव गुप्ता के निर्देशन में दस्तक अभियान चलाया जाएगा। मंगलवार 30 जनवरी को जिला मुख्यालय सहित विकासखण्ड मुख्यालयों में अभियान का शुभारंभ किया गया। देवास जिला मुख्यालय पर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में शहरी नोडल अधिकारी डॉ. एम.एस.गोसर द्वारा विटामिन-ए की खुराक पीलाकर और ओ.आर.एस देकर दस्तक अभियान का शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर, मेडिकल ऑफिसर डॉ. आयुष आचार्य, जिला मीडिया अधिकारी कमलसिंह डावर, डीसीएम ओप्रकाश मालवीय, बीईई सुखदेव रावत सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी आशा कार्यकर्ता एवं हितग्राही उपस्थित थे।


         शहरी नोडल अधिकारी डॉ एम.एस.गोसर ने कहा कि प्रदेश में 30 जनवरी से 28 फरवरी 2024 तक दस्तक अभियान का आयोजन किया जा रहा है। है। इस अवधि में स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग के मैदानी कार्यकर्ताओं द्वारा 9 माह से 5 वर्ष के बच्चों का विटामिन-ए अनुपूरण दिया जावेगा। पूर्व में आयोजित दस्तक अभियान प्रथम चरण में 6 माह से 5 वर्ष के चिन्हित एनीमिक बच्चों में डिजिटल हीमोग्लोबिनोमीटर से हीमोग्लोबिन की फॉलोअप जॉच एवं प्रबंधन किया जावेगा। अभियान में प्रदायित सेवाओं की रिपोर्टिंग एवं मॉनीटरिंग जिला एवं ब्लाॅक स्तर पर निरन्तर कि जाएगी और दस्तक मॉनीटरिंग टूल में जानकारी अद्यतन कि जावेगी।  


         अभियान के दौरान प्रदेश की सभी चिंन्हित मध्यम और गंभीर एनीमिक महिलाऐं जो की आर.सी.एच. पोर्टल में दर्ज है उन सभी को आयरन सुकोज, ब्लड ट्रांसफ्युजन और इंजेक्शन एफसीएम के द्वारा उपचारित किया जाये तथा व्हीएचएनडी के दौरान सभी गर्भवती महिलाओं को हिमोग्लोबिन की जांच तथा नवीन चिन्हांकित एनीमिक महिलाओं का उपचार किया जायेगा। अभियान के दौरान उप स्वास्थ्य केन्द्र अंतर्गत आने वाले सभी ग्रामों में वी.एच.एन. डी. दिवस के दौरान हिमोग्लोबिन की ए.एन.एम./ सी.एच.ओ. के द्वारा की जायेगी गर्भवती महिलाओं में हिमोग्लोबिन की जांच और उपचार के लिये टी -3 (टेस्ट ट्रीट एंड टॉक) कैम्पेन का आयोजन समुदाय तथा संस्था स्तर पर किया जायेगा तथा कैम्पेन के माध्यम से सभी चिन्हांकित एनीमिक गर्भवती महिलाओं का उपचार सुनिश्चित किया जायेगा।





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