देशी कटटा खरीदने बुलाने के बहाने युवक का किया अपहरण, 40 लाख की फिरौती की मांग पर पुलिस हुई सक्रिय, 4 गिरफ्तार, 1 फरार
भारत सागर न्यूज/देवास - देवास के थाना औद्योगिक क्षेत्र में आने वाले गंगा नगर के एक युवक भावेश उर्फ शिब्बू पिता ललित सोनी का अपहरण पिछले दिनों हो गया था। अपहरण की घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय के निर्देशन में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। कुल चार पुलिस टीमों का गठन कर पहली टीम को सीसीटीव्ही कैमरे चेक करने हेतु, दूसरी टीम को टेक्नीकल इन्वेस्टीगेशन हेतु, तीसरी टीम को धरपकड़ हेतु और चौथी टीम को सूचना संकलन तथा पूछताछ हेतु कार्य सौंपा गया था। टीमों के द्वारा शुरूआती जाँच के दौरान तथा दोस्तों से की गई पुछताछ और तकनीकी अनुसंधान से यह स्पष्ट हो गया कि भावेश का अपहरण फिरोती के लिये अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा कर लिया गया है।
देवास के पुलिस थाना औद्योगिक क्षेत्र अन्तर्गत 2 दिन पूर्व हुए एक अपहरण का खुलासा पुलिस ने प्रेस वार्ता में किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयवीरसिंह भदौरिया ने बताया कि दिनांक 29.12.2023 को सूचनाकर्ता ललित पिता जयनारायण पंजाबी सोनी उम्र 48 साल निवासी 152 गंगा नगर देवास ने अपने पूत्र भावेश उर्फ शिब्बू पिता ललित सोनी उम्र 24 साल निवासी 152 गंगानगर देवास के गायब हो जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। परिजनों द्वारा शंका व्यक्त किये जाने पर पुलिस थाना औद्योगिक क्षेत्र द्वारा भावेश सोनी के गायब होने की घटना को अत्यन्त गंभीरता से लिया गया । चार पुलिस टीमों का गठन कर पहली टीम को सीसीटीव्ही कैमरे चेक करने हेतु, दूसरी टीम को टेक्नीकल इन्वेस्टीगेशन हेतु, तीसरी टीम को धरपकड़ हेतु और चौथी टीम को सूचना संकलन तथा पूछताछ हेतु कार्य सौंपा गया था। टीमों के द्वारा शुरूआती जाँच के दौरान तथा दोस्तों से की गई पुछताछ और तकनीकी अनुसंधान से यह स्पष्ट हो गया कि भावेश का अपहरण फिरोती के लिये अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा कर लिया गया है। सभी टीमों को थाना प्रभारी औद्योगिक क्षेत्र के नेतृत्व और नगर पुलिस अधीक्षक देवास के निर्देशन पर तत्परता एवं सावधानी से कार्य करने हिदायत दी गई थी ताकि भावेश को कोई क्षति न पहुँचे। साथ ही आरोपियों की पहचान कर उन्हे गिरफ्त में लेने की चुनौती को भी मद्देनजर रखा गया।
पुलिस द्वारा लगातार कैमरे चैक कर तलाश शुरू की गई जाँच के दौरान ज्ञात हुआ कि भावेश अपने दोस्त की मोटर साईकल से लिफ्ट लेकर मक्सी बायपास चौराहा पर पहुँचा फिर वहाँ से किसी के साथ चला गया अगले दिन भावेश को फोन लगाने वाले बंटी नामक दोस्त द्वारा अपहृत भावेश सोनी के पिता ललित सोनी तथा पूछताछ पर पुलिस को यह जानकारी दी थी कि बंटी में भावेश के नम्बर पर फोन किया था जिसपर एक महिला बात कर रही थी और 40 लाख रूपये की फिरोती मांगी है।
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चारों पुलिस टीमों के सामूहिक प्रयासों के बाद कुछ फोन नम्बर टारगेट किये गये जिनके तकनीकी अनुसंधान के आधार पर पुष्टि होने पर जिला रतलाम व जिला मन्दसौर के लिये दबिश हेतु पुलिस टीमें रवाना की गई थी । सावधानी और तत्परता पूर्वक की गई कार्यवाही के कारण अलसूबह अलग-अलग दो ठिकानों पर ग्राम बरखेड़ा कला जिला रतलाम तथा ग्राम सूरी जिला मन्दसौर में मय शस्त्र के दबिश दी गई जो आरोपी गण हेमराज उर्फ अजय शर्मा, सपना पति हेमराज उर्फ अजय शर्मा तथा गुड्डी बाई पति दशरथ सोलंकी तथा गोविन्द को हिरासत में लिया गया तथा ग्राम सूरी में बांध कर रखे गये अपहृत भावेश सोनी को इनके कब्जे से मुक्त कराया जाकर बचाया गया है।
विवेचना के दौरान पूछताछ ज्ञात हुआ कि भावेश सोनी अपनी गलत संगतों को लेकर कर्ज में आ चुका था जिसे एसे कार्य की तलाश थी जिसमें ज्यादा रूपये कम समय में कमा सके। भावेश सोनी के घर पर पूर्व में हेमराज उर्फ अजय शर्मा निवासी बरखेडा कला जिला रतलाम का किराये से निवास करता था जो अपने साथ सपना उर्फ सीमा नाम की एक महिला को लेकर भावेश के यहाँ उसे अपनी पत्नि बताकर किराये रह रहा था इसी दौरान भावेश की हेमराज उर्फ अजय शर्मा से जान पहचान हो गई जिसे उसके कट्टे बेचन खरीदने की जानकारी थी। इसी बात को जानते हुए भावेश ने हेमराज से बात की थी और देवास में देशी कट्टे लेकर बेचने का प्लान बनाया था जो हेमराज ने उसे मक्सी बायपास चौराहा पर बुलाया था।
देशी कट्टे खरीदने बेचने के लिये हेमराज से मिलने के लिये दिनांक 29.12.2023 को भावेश अपने दोस्त हार्दिक की मोटर साईकल से लिफ्ट लेकर मक्सी बायपास चौराहा पर पहुँचा जहाँ पर हेमराज उर्फ अजय शर्मा, उसकी पत्नि सपना व दोस्त गोविन्द प्रजापति निवासी दुपाड़ा जिला शाजापुर को मिला और उसे कट्टे दिखाये और उसे कट्टे चलाकर दिखाने का बोलकर अपने साथ वेगनार कार में बैठा कर ले गये जिसे सफर में साथ में रखा एवं रास्ते में गरोठ में भावेश का मोबाइल लेकर बंद कर दिया। बाद ग्राम सूरी थाना नाहरगढ जिला मन्दसौर में ले जाकर गुड्डी बाई के घर पर इसे बंदी बना लिया। अगले दिन फोन चालू किया जो भावेश के पिता के मित्र का फोन लगा तो एक महिला ने फोन उठाया और बोला की भावेश को छोड़ने के 40 लाख रूपये की फिरोती मांगी गई।
सभी पुलिस टीमों के सम्मिलित प्रयासों के अलावा प्रधान आरक्षक शिवकुमारसिंह, प्रधान आरक्षक पंकज कुशवाह थाना औद्योगिक क्षेत्र देवास एवं सायबर सेल के प्रधान आरक्षक शिवप्रताप सिंह सेंगर की भूमिका विशेष तौर पर सराहनीय रही हैं। वहीं अपने बेटे भावेश के मिलने के बाद परिजनों ने पुलिस की कार्यवाही से संतुष्ट होकर पुलिस अधिकारियों का सम्मान कर धन्यवाद दिया।
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