जमीन के बंटवारे में रिश्तों का बंटाढार ! बहन का नाम हटाकर दो भाईयों ने किया जमीन का बंटवारा !
भारत सागर न्यूज/देवास। दो सगे भाईयों ने जमीन से बहन का नाम हटवाकर बंटवारा कर लिया। जब इसकी जानकारी उनकी बहन देवास निवासी रूखमाबाई पति मनोहरलाल को लगी तो उन्होंने इसकी शिकायत कलेक्टर को आवेदन देकर की। शिकायत में श्रीमती रूखमाबाई ने बताया कि देवास जिले के ग्राम तुमढ़ावदा तहसील व देवास पटवारी हल्का नम्बर 09 सर्वे नम्बर 198 रकबा 2.5300 की जमीन देवीसिंह, कचरूलाल, राजू बाई एवं रूख्माबाई पिता भेरूलाल के नाम से कृषि भूमि स्थित है। मेरे पिता के निधन के बाद जमीन पर माता ताराबाई का नाम दर्ज हो गया। माता के निधन के बाद हम चार भाई-बहन के नाम कृषि भूमि राजस्व रिकार्ड में दर्ज की गई।
किंतु मेरे दो भाईयों ने मेरे साथ विश्वासघात कर मेरे हिस्सा नही देते हुए जमीन के दस्तावेज से मेरा नाम काट दिया। मेरी माताजी का स्वर्गवास होने के पश्चात मेरे माता-पिता की पुश्तैनी जमीन पर हम चार भाई बहनों का नाम वारिस के रूप मेंं दर्ज हो गया था। किंतु मेरी शादी होने के बाद मेरी अनुपस्थिति में मेरे भाई देवीसिंह, कचरूलाल पिता भेरूलाल ने ग्राम तुमड़ावदा तहसील देवास में स्थित 10 बीघा कृषि भूमि से मेरा नाम कटवाकर अपने नाम कर ली। दोनो भाईयों ने 420 तरीके से कृषि भूमि का हिस्सा-बाटा कर 5-5 बीघा अपने नाम करवा ली।
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बड़े भाई देवीसिंह ने अपने हिस्से की 5 बीघा जमीन अन्य को विक्रय कर दी। भूमि के लेन-देन की जानकारी मुझे आज तक नही दी गई। इस जालसाजी में मेरे भाईयों के अलावा ग्राम तुमड़ावदा निवासी बिजेन्द्र सिंह प्रजापत एवं देवकरण और होशियारी निवासी करण सिंह भी शामिल है। पूर्व मेें इसकी शिकायत रजिस्ट्रार कार्यालय, देवास, विजयागंज मण्डी थाना एवं तहसीलदार से भी की। लेकिन कोई निराकरण नही निकला। श्रीमती रूखमाबाई ने आवेदन देकर मांग की है कि शासन के आदेश अनुसार मेरी जमीन के विक्रय पर रोक लगाकर मुझे मेरा हिस्सा दिया जाए।
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