शिक्षा विभाग की चयन समिति द्वारा (सेवा निवृत्त रिटायरमेंट छोड़कर ) बाकी सब अपने वाले, पहचान वाले, रिश्तेदारों और सिफारिश वाले तथा आर्थिक प्रभाव वालों को ही शिक्षक दिवस पर सम्मानित किया गया...?
विगत दिनों 5/9/2023 को नगर निगम सामान्य प्रशासन एवं शिक्षा समिति के द्वारा स्थानीय मल्हार स्मृति आडिटोरियम में शिक्षक दिवस सम्मान समारोह आयोजित किया गया था। इस अवसर पर विधायक श्रीमती गायत्री राजे पवार, महापौर श्रीमती गीता दुर्गेश अग्रवाल, सहित सभापति रवि जैन, विकास प्राधिकरण अध्यक्ष राजेश यादव, नेता सत्तापक्ष मनीष सेन, निगम सामान्य एवं शिक्षा समिति अध्यक्ष पिंकी संजय दायमा, आयुक्त रजनीश कसेरा, वित्त एवं लेखा विभाग समिती अध्यक्ष अजय तोमर, सूचना प्रोद्योगिकी विभाग समिति अध्यक्ष रामदयाल यादव, पार्षद राहूल दायमा, खुशबु निलेश वर्मा, रितु सवनेर, भूपेश ठाकुर, विकास जाट, महेश फुलेरी, पार्षद प्रतिनिधि प्रवीण वर्मा, राज वर्मा, निलेश वर्मा, मुकेश मोदी, संजयसिह ठाकुर, गोपाल खत्री, उपायुक्त देवबाला पिपलोनिया, स्वच्छता ऐम्बेसडर विष्णु वर्मा, महेश सोनी, अशोक देशमुख आदि सहित सैकडो शिक्षक शिक्षिकायें उपस्थित रहे।
इस वर्ष 2023 के शिक्षक दिवस के अवसर पर 22 सेवानिवृत्त शिक्षकों के साथ ही उत्कृष्ठ विद्यालय, शासकीय तथा अशाकीय स्कुलो के 90 शिक्षको के साथ ही 15 शासकीय श्रेष्ठ विद्यालय एवं 5 अशासकीय श्रेष्ठ विद्यालय के पदाधिकारियो का सम्मान शाल श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर किया गया।
यहां यह बताना भी आवश्यक है कि अब तो शिक्षक दिवस पर सम्मान भी अपने वाले, पहचान वाले, रिश्तेदारों, राजनीतिक या अन्य सिफारिश वाले, तथा आर्थिक प्रभाव में लेन-देन करके ही सम्मान किया जाना भी शहर से जिले तक सुर्खियां बटोर रहा है ! जिसमें शिक्षक श्री मान ओम प्रकाश मंडलोई जी और शिक्षिका श्री मती अरुणा महेश मिश्रा जी सहित अन्य कई ऐसे शिक्षक शिक्षिकाओं को उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया जिस सम्मान के बारे में उनको खुद स्वयं को ही नहीं मालूम कि उन्होंने इस वर्ष ऐसा कौन-सा कार्य किया था जो उत्कृष्ट कार्य में गिना जाकर सम्मानितों में शामिल हुए। यह गंभीर जांच का विषय है। हालांकि हमारे पास शिक्षा विभाग एवं संकूलों से प्राप्त जानकारी अनुसार ऐसे कई शिक्षक शिक्षिकाओं कि जानकारी मिली जिन्होंने अपनी पदस्थि से आज दिनांक तक कुछ भी कोई कार्य ऐसा किया ही नहीं फिर उत्कृष्ट कार्य कब और कैसे तथा कहां किसके पास जाकर किया गया जो सीधे शिक्षक दिवस पर उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित ही कर दिये गये।
(1) आदरणीय श्री ओम प्रकाश मंडलोई जी सर नमस्कार
सर मंडलोई जी मुझे शिक्षा विभाग के विश्वशनीय सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि शिक्षक दिवस 2023 पर आपको उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कृत सम्मानित किया गया है।
सर मंडलोई जी कृपया आप स्पष्ट करने का कष्ट करें कि आपके द्वारा इस वर्ष आपके द्वारा ऐसा कौन सा उत्कृष्ट कार्य किया गया ..?
जिस विद्यालय में आप कार्यरत हैं,उस विद्यालय से आपका ही नाम पुरस्कृत सम्मानित करने के लिए चयन समिति द्वारा क्यों चयनित किया गया..?
जबकि आपके विद्यालय में आपसे ज्यादा शिक्षित व योग्य शिक्षक शिक्षिकाएं पदस्थ हैं।
क्योंकि मुझे शिक्षा विभाग के विश्वशनीय सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि चयन समिति द्वारा मोटी नगद राशि प्राप्त कर आपको पुरस्कृत सम्मानित किया गया है..? क्या यह सत्य है ? इसकी उच्चाधिकारियों सहित म.प्र.शासन प्रशासन को निष्पक्ष जांच कर दोशियों पर कड़ी कार्रवाई करने की शिकायत कि जा रही है।
इतना ही नहीं बल्कि हमारे द्वारा एक और शिक्षिका को भी वाहटसप पर लिखकर पूरी जानकारी भेजी कि....
(2 ) आदरणीया श्री मती अरुणा महेश मिश्रा जी मेडम नमस्कार मेडम मिश्रा जी मुझे शिक्षा विभाग के विश्वशनीय सूत्रों से ज्ञात हुआ है, कि शिक्षक दिवस 2023 पर आपको उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कृत सम्मानित किया गया है।
मेडम मिश्रा जी कृपया आप स्पष्ट करने का कष्ट करें कि इस वर्ष आपके द्वारा ऐसा कौन सा उत्कृष्ट कार्य किया गया है ..?
जिस विद्यालय में आप कार्यरत हैं, उस विद्यालय से आपका ही नाम पुरस्कृत सम्मानित करने के लिए चयन समिति द्वारा क्यों चयनित किया गया..?
जबकि आपके विद्यालय में आपसे ज्यादा शिक्षित व योग्य शिक्षक शिक्षिकाएं पदस्थ हैं।
क्योंकि मुझे शिक्षा विभाग के विश्वशनीय सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि चयन समिति द्वारा मोटी नगद राशि प्राप्त कर आपको पुरस्कृत सम्मानित किया गया है..? क्या यह सत्य है ?
और मेडम मिश्रा जी मुझे ये भी जानकारी प्राप्त हुई है कि आपको उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कृत सम्मानित किया गया है। जबकि ऐसा है ही नहीं। बल्कि आपको इसलिए पुरस्कृत सम्मानित किया गया है। क्योंकि आपके पति श्री महेश चंद्र मिश्रा जी का शिक्षा विभाग में बहुत बड़ा वजनदार वर्चस्व है। उन्हीं के कारण आपको ये सम्मान प्राप्त हुआ है!
मेडम जी शिक्षक दिवस 2023 को किये गये पुरस्कृत सम्मानित शिक्षक शिक्षिकाओं जिसमें (सेवा निवृत्त रिटायरमेंट छोड़कर) सभी की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच कर वैधानिक कार्यवाही किए जाने कि उच्चाधिकारियों सहित म.प्र.शासन प्रशासन को मय प्रमाण लिखित शिकायत की जा रही है।
अब यहां यह बताना भी आवश्यक है कि हमने दोनों को अपना नाम पता मोबाइल नंबर सहित दिनांक 21/9/2023 को पूरा लिखकर भेजा। हमारे द्वारा इतना स्पष्ट लिखने के बाद भी दोनों ही शिक्षक शिक्षिका से आज दिनांक खबर लिखे जाने तक कोई भी जवाब उनके उत्कृष्ट कार्य के बारे में नहीं प्राप्त हुआ है। तो हमारे द्वारा यह तथ्य सार्वजनिक प्रकाशित कर जिला कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी सहित जे.डी. उज्जैन संभाग को अवगत कराया जा रहा है कि कृपया वास्तविक शिक्षक शिक्षिकाओं के मान सम्मान कि गरिमा बनाए रखने के लिए एक बार आप उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करेंगे तो आम जनता-जनार्दन में और शिक्षा विभाग सहित अन्य विभागों में भी शिक्षक दिवस के अतिरिक्त 15 अगस्त/26 जनवरी जैसे महत्वपूर्ण दिवस पर भी ऐेसा जिन्होंने अपनी पदस्थि से आज दिनांक तक कुछ भी कोई कार्य ऐसा किया ही नहीं फिर भी उन्हें उत्कृष्ट कार्य कब और कैसे तथा कहां किसके पास जाकर किया गया जो सीधे शिक्षक दिवस व 15 अगस्त तथा 26 जनवरी पर उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित ही कर दिये जाते हैं। ये चिंतनीय तथा गंभीर जांच का विषय है।
'पूर्व में भी समाचार में स्पष्ट लिखा कि आप अपना स्पष्टीकरण अभिमत लिखकर वाहटसप या ईमेल आई डी पर दे सकते हैं हम मान्य करेंगे!'
भारत सागर न्यूज ने पूर्व में भी समाचार में स्पष्ट लिखा था हालांकि हमारे द्वारा संबंधितों से लिखकर पूर्ण जानकारी स्पष्टीकरण लिखित में चाहा है।और वो भी लिखित जवाब देने के लिए हमें वाहटसप पर भी भेज सकते हैं। हम उसमें भी पूर्ण मान्य करके आपका पक्ष निष्पक्षता से न्यायोचित ढ़ंग से रखेंगे।
इतना ही नहीं बल्कि हमारे द्वारा संबंधित शिक्षक शिक्षिकाओं से वाट्सअप पर संपर्क कर लिखकर भी हमने अपनी बात रखी और साथ ही उनके विरुद्ध मिली जानकारी भी बताई और साथ ही हमने उनको आश्वस्त करते हुए स्पष्ट लिखा है कि आप अपना स्पष्टीकरण अभिमत लिखित रूप में देने के साथ आप वाट्सअप पर भी हमें लिखित अपना अभिमत दे सकते हैं। हम उसे भी मान्य कर आपका पक्ष भी प्रमुखता से प्रकाशित करेंगे। लेकिन अब आप वाट्सअप के साथ हमारे ईमेल आई डी पर भी भेज सकते हैं।
'और अब अंत में......?.'
जिला कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा स्वत संज्ञान लेते हुए सभी संकूलों और स्कूलों की निष्पक्ष जांच कर ग़लत तरीके से प्राप्त किये गये पुरस्कृत सम्मानित प्रतिक चिन्ह भेंट वापसी करवाना क्षति पूर्ति, रिकवरी या अन्य वैधानिक कार्यवाही करना ही न्यायोचित होगा।
अन्यथा कि स्थिति में हम एक जिम्मेदार नागरिक और जिम्मेदार पत्रकार होने के नाते शिक्षा के सम्मान में व देश के भावी भविष्य हमारे नन्हें-मुन्ने बच्चों के उज्जवल भविष्य को संवारने व सुरक्षित करने के लिए जनहित में हम स्वयं ही शिकायत करने और उचित कार्रवाई करवाने की पहल भी करने के लिए स्वतंत्र रहेंगे।
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