टोंकखुर्द में हुआ बाल हितैषी न्यायालय भवन का लोकार्पण.....




भारत सागर न्यूज़/भौरासा/चेतन यादव - टोंकखुर्द न्यायालय परिसर में 68.24 लाख रुपए की लागत से तैयार हुए, बाल हितैषी न्यायालय (चाइल्ड फ्रेंडली कोर्ट) का बुधवार को मप्र उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति रवि मलिमठ के कर कमलों एवं न्यायमूर्ति विजय कुमार शुक्ला पोर्टफोलियो न्यायाधिपति देवास एवं उच्च न्यायालय इंदौर खंडपीठ की गौरवमय उपस्थिति में ई- लोकार्पण संपन्न हुआ। लोकार्पण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रभात कुमार मिश्रा प्रधान न्यायाधीश जिला एवं सत्र न्यायालय देवास, दिनेश प्रसाद मिश्रा विशेष न्यायाधीश देवास व विशेष अतिथि शिवकुमार कौशल सीजेएम देवास, कन्हैयालाल तिलवारी, एसडीएम टोंक खुर्द, गौरव निरंकारी तहसीलदार टोंक खुर्द, हितेश पाटिल टीआई टोंक खुर्द थाना, गोविंद सिंह पटेल अध्यक्ष अधिवक्ता संघ टोंक खुर्द थे। इस मौके पर विशेष न्यायाधीश दिनेश प्रसाद मिश्रा ने कहा की न्यायालयीन प्रक्रिया के दौरान कई ऐसे मामले आते हैं, जिनमें 18 साल से कम उम्र के बच्चे या तो पीड़ित होते हैं या फिर किसी मामले में उनकी गवाही होती है। 





ऐसे में कई बार आम न्यायालयों में आरोपियों से बच्चों का आमना-सामना हो जाता है और कई मामलों में बाल गवाह आरोपी से भयभीत हो जाते हैं और डर के चलते गवाही नहीं दे पाते। इसी से बचने के लिए बाल हितैषी न्यायालय की परिकल्पना की गई है। इस कोर्ट में बयान के लिए आने वाले बच्चों को भय मुक्त  माहौल मिलेगा।न्यायालय में एक एक्यूस्ड बॉक्स भी बनाया गया है, जो चारों तरफ काली फिल्म की परत वाला होगा। उसमें आरोपित को बैठाया जाएगा, ताकि बच्चा उसे देख न सके और भयमुक्त माहौल में अपने बयान दर्ज करा सके।न्यायालय में गवाही देने के लिए पेश होने वाले बच्चों को बिल्कुल पारिवारिक माहौल दिया जाएगा। कोर्ट की दीवारों पर कार्टून बनाए गए हैं ताकि बच्चा सहज रह सके। कुछ दिनों में यहा खिलौने आदि की भी व्यवस्था की जाएगी। वरिष्ठ अधिवक्ता दिलीप सिंह पंवार ने कहा की टोंक खुर्द में बाल हितेषी न्यायालय खुलने से एवं अतिरिक्त जिला एवम सत्र न्यायालय प्रारंभ होने से टोंक खुर्द  क्षेत्र के पक्षकारों को अपीलीय न्यायालय में आवागमन का खर्च एवं समय की बचत होगी ,जिससे न्याय सस्ता ,सुलभ एवं सहज मिलने से आम लोगो की पहुंच के दायरे में होगा।




मुख्य न्यायाधिपति एवं पोर्ट फोलियो जज साहब का टोंक खुर्द को अमूल्य सौगात देने के लिए अधिवक्ता संघ की और से आभार।इस अवसर पर सहायक जिला अभियोजन अधिकारी चंदर सिंह परमार,दिलीप सिंह पंवार,सौदान सिंह ठाकुर,जगदीश सिंह गालोदिया, मुश्ताक अहमद सिद्दीकी,सुमेर सिंह यादव,पदम सिंह उदाना,श्याम गालोदिया,संतोष सिंह जाट,अंतर सिंह खरवाडिया,जगदीश लाठियां, आशीष भंडारी,शशिकांत शर्मा,सतीश पटेल,विनय श्रीवास्तव,अजय बामनिया,दीपेश व्यास,शाहरुख पटेल,सुनील वर्मा,गौतम गालोदिया,सहित अधिवक्तागण और पुरुषोत्तम साहू,सचिन लाड, आलिजा फातिमा एवं न्यायालयीन कर्मचारीगण एवं नगर के गणमान्य लोग व पत्रकारगण आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन न्यायाधीश बुदेसिंह सोलंकी ने किया और आभार न्यायाधीश श्वेता खरे ने व्यक्त किया।


बाल हितेषी कोर्ट में यह रहेगा खास...... 

बाल हितैषी न्यायालय में अपराधों के शिकार हुए पीड़ित बच्चों के मामलों की सुनवाई होगी. इस अदालत का मकसद है कि बच्चे सुरक्षित, दोस्ताना और पारिवारिक माहौल में बिना डरे गवाही दे सकें. इंतजाम कुछ ऐसे होंगे कि बच्चे उसके साथ वारदात को अंजाम देने के आरोपी को देख कर पहचान कर सकेंगे, लेकिन आरोपी बच्चे को नहीं देख सकेगा। यहां खाने से लेकर खेलने तक की व्यवस्थाएं है। मनोरंजन के लिए खेल खिलोने मौजूद रहेंगे।बालक आरोपी को देख सकेंगे और आरोपी को पता भी नहीं रहेगा।जानकारी के अुनसार इस बाल हितैषी न्यायालय में पाॅक्साे एक्ट, बाल अपराध से संबंधित मामलाें की सुनवाई सीधे होगी। यह न्यायालय आधुनिक संसाधनों से लैस होगी।














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