500 वर्ष के संघर्ष के बाद हिन्दू समाज के माथे पर लगा कलंक मिट पाया.....
विहिप की धर्मसभा में प्रांत संगठन मंत्री नंददास दंडोतिया ने कहा..........
देवास। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल मालवा प्रांत के तत्वाधान में शौर्य जागरण यात्रा निकाली गई। यात्रा का समापन जवाहर चौक में एक धर्म सभा के रूप में हुआ। सभा में विश्व हिंदू परिषद प्रांत संगठन मंत्री नंददास दंडोतिया, बजरंग दल प्रांत संयोजक नितिन पाटीदार, रामद्वारा देवास के पीठाधीश, विश्व हिंदू परिषद शाजापुर विभाग के सहमंत्री शिवप्रसाद शर्मा एवं अध्यक्ष कैलाश डागा मंच पर उपस्थित थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नंददास दंडोतिया ने कहा कि हिंदू समाज द्वारा 500 वर्ष के संघर्ष के बाद समाज के माथे पर लगा कलंक मिट गया है तथा 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर के अंदर भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। उन्होंने बताया कि जब देश का विभाजन हुआ और धर्म के नाम पर हुआ तो हिंदू धर्म को अपमानित करने के लिए डेढ़ करोड़ लोगों को भारत में क्यों रोक दिया गया।
हमारी सभ्यता के ऊपर बार-बार आक्रमण हुए। हर आक्रमण की अगर गणना की जाए तो मुगल एवं ईसाइयों के द्वारा किए गए आक्रमण में लगभग 65 करोड़ हिंदुओं का वध किया गया। करोड़ों महिलाओं का बलात्कार हुआ। ज्यादा दूर न जाए तो भारत विभाजन में लाखों लोगों की हत्या और कई माता बहनों का अपमान हिंदू समाज ने झैला है। इस प्रकार की घटनाएं सतत रूप से हिंदू समाज के ऊपर हो रही है, किंतु अब परिवर्तन आ चुका है। इसका स्पष्ट उदाहरण अयोध्या में विराजित होने वाले भगवान श्री रामलला की प्रतिमा स्थापना के बाद समझ में आना चाहिए।
रामलला की स्थापना धारा 370 का समापन समान नागरिक संहिता की ओर जब देश की सरकार बढ़ रही है। तब हमें लगता है कि अब हमारे मजे लेने वालों के दिन पूरे हो गए। अब हम उठकर जवाब देने में सजग हो गए हैं। इसी के जागरण के लिए विश्व हिंदू परिषद द्वारा संपूर्ण भारत में प्रत्येक जिले में शौर्य जागरण यात्राओं का आयोजन किया गया। देवास जिले की यात्रा का व्रत बताते हुए विभाग के मंत्री शिव प्रसाद ने कहा कि लकुमडी से पीपलरावा, चौबारा, टोंकखुर्द, भौंरासा, सोनकच्छ, देवगढ़, हाटपिपलिया, करनावद, नेवरी, बरोठा, केरोल, शिप्रा, देवास होते हुए यात्रा का कल विजयागंज मंडी में समापन होगा। अभी तक इसी यात्रा में 15 बड़ी सभाएं, 10 नुक्कड़ सभाएं करते हुए सैकड़ो गांव को हम लोग छू चुके हैं। हिंदू समाज द्वारा जिस प्रकार से इस यात्रा को प्रतिशाद किया गया अभूतपूर्व ऐतिहासिक है। आभार विश्व हिंदू परिषद कोषाध्यक्ष विजय पांचाल ने माना।
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