मूल दस्तावेज जमा करने के बाद भी जिला प्रशासन द्वारा मंदिर की जमीन को नही कराया जा रहा कब्जामुक्त!
देवास। नई आबादी में विगत कई वर्षो से श्रीकृष्ण एवं गोगादेव मंदिर की जमीन पर किए गए अवैध कब्जे के सम्पूर्ण दस्तावेज सामाजिक कार्यकर्ता आर.बी. भाई पटेल ने विगत दिनों कलेक्टर को जमा करते हुए उचित कार्यवाही की मांग की थी। दस्तावेज जमा होने के 8 दिनों बाद भी जमीन को कब्जा मुक्त नही किए जाने पर पटेल ने मंगलवार को पुन: जनसुनवाई में आवेदन दिया। पटेल ने बताया कि 100 वर्ष पूर्व वाल्मीकि समाज को जूनियर महाराज ने राजबाडे के पास बस्ती को हटाकर उज्जैन रोड नई आबादी पर उनके कच्चे मकान बनाकर भूमि दान में दी थी।
वाल्मीकि समाज ने गली नं. 08 में मकान अपने हिसाब से स्थापित कर आखिरी में गोगा देव मंदिर के लिए एक भूमि का चयन कर चद्दर व खम्बे लगाकर गोगादेव चौहान मंदिर की भूमि कर पूजा पाठ करने लगे। वर्तमान में उक्त जमीन पर विशेष समुदाय के व्यक्ति ने कब्जा कर रखा है। नजूल के समस्त दस्तावेज निकालकर कलेक्टर कार्यालय में जमा किए है जिसके आधार पर अब तक जमीन को कब्जा मुक्त कराते हुए समाजजनों को सौंपना चाहिए थी, लेकिन क्षेत्र के पटवारी, नगर निगम के भवन अधिकारी भूमि की जमीन को कब्जा मुक्त कराए जाने की बजाय व्यक्तिगत लाभ लेने में लगे है।
कब्जाधारी व्यक्ति ने मंदिर की भूमि पर अवैध निर्माण कर रखा है, जिससे समाजजनों में रोष व्याप्त है। पटेल ने जनसुनवाई में आवेदन देकर मांग की है कि शीघ्र ही उचित कार्यवाही करते हुए जमीन को कब्जे से मुक्त कराई जाए, जिससे समाजजन अपने आराध्य देव की पूजा-अर्चना कर सके।
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