Dewas- नगर निगम में सत्ता का दम ! कांग्रेस के पार्षदों की समस्याओं का ध्यान नही और भाजपा के पार्षदों के लिये भाजपा कार्यालय पंहुच गये कमिश्नर ! Dewas Nagar Nigam

  • निगम आयुक्त BJP कार्यालय तलब किये गए,बंद कमरे में हुई बैठक।
  • वहीं निगम में लालटेन लेकर पहुंचे कांग्रेस पार्षदों ने दिया धरना ...
  • निगम कमिश्नर के भाजपा कार्यालय जाने के मामले ने लिया राजनीतिक रंग, कांग्रेस अध्यक्ष ने ली आपत्ति...




देवास -नगर निगम के विभिन्न वार्डों में बारिश के समय कार्य नहीं होने से विपक्षी दल कांग्रेस के साथ ही सत्ताधारी दल भाजपा के पार्षद भी नाराज है। बुधवार को कांग्रेस पार्टी के पार्षद निगम कार्यालय पहुंचे और निगम के मुख्य गेट पर निगम प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना दिया।पार्षद यहाँ लालटेन लेकर बैठ गए।

पार्षदों का कहना था कि नगर निगम द्वारा भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है कांग्रेसी पार्षद की सुनी नहीं जा रही है वार्ड में लाइट की समस्या जलभराव की समस्या सहित कई समस्याएं व्याप्त है।


वहीं भाजपा के कुछ पार्षदों ने भी अपने वार्डों में समय पर कार्य नहीं होने से नाराजगी जताई और आज भाजपा कार्यालय पर भाजपा जिला अध्यक्ष राजीव खण्डेलवाल, महापौर प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल,सभापति रवि जैन के समक्ष अपनी समस्याएं रखी इस दौरान भाजपा कार्यालय पर निगमायुक्त विशाल सिंह भी पहुंचे और बंद कमरे में करीब एक घंटे तक जनप्रतिनिधियों व निगमायुक्त की चर्चा हुई। दरअसल शहर में बीजेपी के पार्षद हो या कांग्रेस के पार्षद दोनों ही जन समस्याओं को लेकर आज नगर निगम की कार्य प्रणाली के विरोध में नजर आए।
मीडिया से बातचीत में भाजपा कार्यालय पहुंचने के सवाल के जवाब में नगर निगम कमिश्नर विशाल सिंह चौहान बोले कि हम अधिकारी मंदिर,मस्जिद, कांग्रेस कार्यालय सभी जगह चले जाते है। रूटीन की चीजों को लेकर बातचीत हुई है। कुछ अपेक्षाएं समय पर पूरी हो जाती है,कुछ नहीं हो पाती है। नगर निगम में बहुत से विषय होते हैं। किसी के यहाँ पानी,सफाई,लाईट की समस्याएं है।
 



मामले में भाजपा जिला अध्यक्ष राजीव खण्डेलवाल का कहना है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार है। पार्षदों की समस्याओं के निराकरण के लिए कमिश्नर साहब को निर्देशित किया है। दोनों पक्षों की बात हुई। ये परिवार की बैठक थी। चूंकि सरकार है इसलिए अधिकारी को बुलाकर निर्देशित किया है। संवादहीनता के कारण जो कमी आ रही थी उसे दूर करके निरन्तर विकास हो यह बातचीत हुई है। भाजपा पार्षद कार्यालय आए और समस्याएं बताई है। हमारे यहां कोई गुटबाजी नहीं है।
वहीं इस पूरे मामले ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी का कहना है कि अधिकारी का भाजपा कार्यालय जाना आदर्श आचरण संहिता का उल्लंघन है। कलेक्टर को यह संज्ञान में लेना चाहिए।अधिकारियों को सावधान रहना चाहिए।


कांग्रेस के पार्षद भी नगर निगम में बैठे थे।कमिश्नर भाजपा-कांग्रेस दोनों दलों के पार्षदों की बैठक नगर निगम में ले लेते।भाजपा कार्यालय से अच्छा नगर निगम कार्यालय है। मुद्दे एक ही थे।एक जगह बैठक हो जाती।
देवास के हाल बेहाल है। कांग्रेस के तो ठीक भाजपा के पार्षद भी परेशान है। भाजपा जिला अध्यक्ष बुलाकर अधिकारी को निर्देश देने वाले कौन होते है... कमिश्नर का राजनीतिक दल के कार्यालय जाना आपत्तिजनक है। हमने कभी ऐसा नहीं किया। जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को अपने दायरे में रहना चाहिए। अधिकारी जनता के होते है। सरकारें बदलती रहती है।








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