निजी शिक्षण संस्थाओं द्वारा शैक्षणिक सामग्री में की जा रही मनमानी, कलेक्टर को दिया आवेदन!
- निजी स्कूल संचालकों द्वारा निर्धारित की गई दुकानों पर ही मिलती है शैक्षणिक सामग्री!
देवास। शहर की निजी शैक्षणिक संस्थाओं द्वारा शैक्षणिक सामग्री खरीदने में की जा रही मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए नगर जनहित सुरक्षा समिति द्वारा बुधवार को कलेक्टर के नाम एडिशनल कलेक्टर अभिषेक शर्मा को आवेदन दिया गया। इसके पूर्व भी नगर जनित सुरक्षा समिति द्वारा मनमानी को लेकर अवगत कराया गया था। लेकिन अब तक निजी स्कूल संचालकों की मनमानी पर अंकुश नहीं लग पाया है। जिससे पालको पर भारी आर्थिक बोझ पड़ रहा है। निर्धारित की गई दुकानों पर ही मिलती है शिक्षण सामग्री।
लेकिन कई बार उक्त निर्धारित की गई दुकानों पर भी सामग्री नहीं मिल पाती है। इसलिए पालकों को मानसिक प्रताड़ना का शिकार होना पड़ता है। छात्र-छात्राओं, अभिभावकों को कॉपी,किताब, यूनिफॉर्म शूज आदि लेने के लिए निर्धारित की गई दुकान से ही सामग्री लेने के लिए बाध्य किया जाता है और कहा जाता है कि उक्त दुकान पर ही सामग्री मिलेगी। क्योंकि इन दुकानों पर इन शैक्षणिक संस्थाओं का कमीशन होता है। जिसके चलते दुकानदार अभिभावकों से मनमाने भाव में सामग्री देते हैं। जिसके कारण पालकों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। एवं जिन दुकानों पर शैक्षणिक सामग्री एवं ड्रेस आदि मिलती वहां से कई बार अभिभावकों को सामग्री नहीं मिलने पर वापस लौटना पड़ता है।
क्योंकि उक्त सामग्री मात्र एक ही दुकान पर मिलती है। इस कारण बार-बार दुकान का चक्कर लगाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। अगर जनित सुरक्षा समिति के अनिल सिंह बैस, सुनील सिंह ठाकुर, विनोद सिंह गौड़, विजय सिंह तवर, सुभाष वर्मा, अनूप दुबे, तकी उद्दीन काजी, सुरेश रायकवार मुबारिक भाई, उमेश राय ने कलेक्टर ऋषव गुप्ता से ऐसी समस्त निजी शिक्षण संस्थाओं पर अंकुश लगाने की मांग की है। यह जानकारी अनिल सिंह बैस ने दी।
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