देवास में ’बड़ा विशाल नेटवर्क ग्रुप’’ सुर्खियों में ? ये 8 लाख का क्या हल्ला है भाई ?

  • क्या  इस  ग्रुप की भी दूसरे मार्केटिंग ग्रुप की  तर्ज पर कुछ दिनों बाद शहर सहित जिले भर में फेंचाइजी देना शुरू हो जाएगी ?
  • क्या शराब माफियाओं का बना बहुचर्चित सिंडिकेट व दलाल सहित लगभग आठ लाख रुपए मे बड़ाविशाल नेटवर्क ग्रुप कि शरण में ?


देवास, पंडित अजय शर्मा। देवास में अब अवैध व गैर कानूनी कारोबारियों सहित विघ्नसंतोषी, विघटनकारी, समाज विरोधी अवसरवादियों को अलग अलग भटकने कि आवश्यकता नहीं है। क्योंकि अवैध व गैर कानूनी कारोबारियों और दलालों से प्राप्त जानकारी अनुसार अब देवास में व्यवसायिक समूहों की तर्ज पर ही देवास में एक ’बड़ाविशाल नेटवर्क ग्रुप’ तैयार हो गया है। जिसमें आपके हर प्रकार के नशीले मादक पदार्थों जैसे गांजा, चरस, अफीम, ब्राउन शुगर, ड्रग्स, एमडी सहित जुआ सट्टा हाजिर पत्ते और रमी जैसे अवैध व गैर कानूनी व्यवसाय सहित अन्य विघ्नसंतोषी अवसरवादियों तक ही शामिल थे। सुत्रों की माने तो इसमें सिर्फ शराब माफियाओं को छोड़कर सभी प्रकार के अवैध व गैर कानूनी कारोबारियों को सुरक्षित व व्यवस्थित रूप से पूर्ण संरक्षण में चलाने कि गारंटी योजना लागू थी। 

         हालांकि अभी तक शराब माफियाओं ने आपस मे मिलकर अपना एक सिंडिकेट बनाकर एक मौनबीर दलाल को शासन-प्रशासन पुलिस सहित मीडिया व छुटभैय्यों का सेटलमेंट का अधिकारीक दलाल बना रखा था। जो ये मौनबीर दलाल के द्वारा बंटनी में हलकट स्वार्थी हरकतों से शराब माफियाओं का सिंडिकेट नेटवर्क  विगत कुछ दिनों से विवादित होकर  देवास शहर जिला सहीत संभाग व प्रदेश के मुखिया तक को संज्ञान में आ गया। इससे वो शराब माफियाओं का सिंडिकेट व उनका बीर दलाल भी घबरा गया और अपने इस अवैध शराब के कारोबार के लिए किसी पूर्ण समर्थन संरक्षण व सुरक्षा व्यवस्था की गारंटी वाले मॉल जैसे बडा ग्रुप की तलाश में लगे हुए थे।

 अवैध व गैर कानूनी कारोबारियों और दलालों से प्राप्त जानकारी अनुसार वैसे देवास में बहुत सारे छोटे-मोटे ग्रुप है। जो अवैध व गैर कानूनी कारोबारियों को सुरक्षित व व्यवस्थित  संरक्षण के साथ उनका धंधा करवाते हैं। ये जितने भी ग्रुप हैं, वो सारे ग्रुप छुटभैय्यों और दलालों द्वारा छोटे स्तर पर संचालित किए जा रहें हैं। इनमें भी कई  तो ऐसे भी हैं,जो किसी भी ग्रुप में शामिल नहीं होकर भी सिर्फ फोटो वीडियो रिकार्डिंग पर ही अपना अवैध व गैर कानूनी व्यवसाय बेखौफ होकर खुलेआम चला रहे हैं। 

                  लेकिन अवैध व ग़ैर क़ानूनी कारोबारियों और  दलालों से प्राप्त जानकारी अनुसार विगत हफ्ते में ही शायद शराब की दलाली भी  लगभग आठ लाख रुपए में तय होकर देवास के सबसे ‘बड़ाविशाल नेटवर्क’  ग्रुप में शामिल होकर सुरक्षा और व्यवस्था की पूर्ण गारंटी बन गया है। इस नेटवर्क में कारोबारी के साथ दलाल और खरीददार व बेचवाल सभी में असुरक्षा का भाव खत्म हो जाता है और संरक्षण भी पूरा रहता है।’

              किंतु बडा सवाल यह भी है कि आखिर देवास में ये तेजी से पनप रहा सबसे ’बड़ाविशाल  नेटवर्क ग्रुप’ का मैनेजर , डायरेक्टर और संचालन कर्ता व मालिक कौन हैं ? इस नेटवर्क का संरक्षक कौन है? ये भी पुलिस व शासन प्रशासन सहित समाजहित में गंभीर रुप से उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच का विषय है। जो समय के गर्भ में है।

             लेकिन शहर से ज़िले तक यही चर्चा आम है कि क्या अब देवास में डी मार्ट ग्रुप, विशाल मेगा मार्ट ग्रुप, पाकिजा ग्रुप कि तर्ज पर  एक और बड़ाविशाल नेटवर्क ग्रुप भी  सुर्खियों में है?

                  इतना ही नहीं बल्कि चर्चा तो अब इससे आगे भी जा चुकी है, कि क्या  इस  ग्रुप की भी दूसरे मार्केटिंग ग्रुप की तर्ज पर कुछ दिनों बाद शहर सहित जिले भर में फेंचाइजी देना शुरू हो जाएगी ? हालांकि ये भी समय के गर्भ में है। 











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