बिजली विभाग की मनमानी से मामा शिवराज सिंह चौहान की लाडली बहनें पिछले 6 माह से अंधेरे में।
सीहोर/जावर/रायसिंह मालवीय की रिपोर्ट - जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार सभा कर-कर के मंच से जनता की सेवा करने और लाड़ली बहनों की हर संभव मदद की बाते कर रहें है। लेकिन उनके ही गृह जिले की आष्टा विधानसभा के ग्राम हाजीपुर में लाड़ली बहनों के 6 माह से अंधेरे में रहने का मामला सामने आया है।
जी हां हम उस विधानसभा के गांव की बात कर रहें हैं, जिस गांव की अजा बस्ती में पीछले 6 माह से अंधेरे मे है।
- हम उस गांव की बात कर रहे हैं, जिस बस्ती में अंधेरा है, उस बस्ती का पंच अनुसूचित जाति का हैं।
- उस ग्राम का सरपंच अनुसूचित जाति का हैं ।
- उस पंचायत का जनपद सदस्य अनुसूचित जाति का हैं।
- उस पंचायत वार्ड का जिला पंचायत सदस्य अनुसूचित जाति का हैं।
- उस क्षेत्र का जनपद पंचायत अध्यक्ष अनुसूचित जाति का हैं।
- उस विधानसभा का विधायक अनुसूचित जाति का हैं।
- उस जिले का जिला पंचायत अध्यक्ष अनुसूचित जाति का हैं।
- यहीं नहीं लोकसभा सीट का सासंद भी अनुसूचित जाति का हैं।
इतना सब कुछ होने के बाद भी अगर यह जनप्रतिनिधि आम जनता की समस्याओं को अनदेखा करते हैं तो इससे बडी शर्म की बात क्या हो सकती है।
जावर के ग्राम हाजीपुर में पिछले 6 माह से ट्रांसफार्मर जला पड़ा है जिसे 2 माह पहले बिजली विभाग वालों ने बुलावा लिया पर अभी तक ट्रांसफार्मर सुधार कर नही लगाएं।
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ग्रामीणों की माने तो ग्रामीणों द्वारा जिला पंचायत अध्यक्ष के पास जाकर भी इस समस्या से अवगत करा दिया गया है, उनके द्वारा थोडा थोडा बिजली बिल का भुगतान का बोला था।
ग्रामीणों ने 38000 हज़ार बिल का भुगतान करने के बाद भी बिजली विभाग कुंभकरणी नींद सोया है।
बिजली विभाग की गुंडई इस बात से जाहिर है कि ग्रामीणों का कहना है कि जले हुए ट्रांसफार्मरो की ग्रामीणों ने चंदा करके ट्रैक्टर ट्रॉली से भेजा है।
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