प्रांतीय महिला स्व सहायता समूह महासंघ की महिलाओं ने 12 सूत्रीय मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन!
देवास। प्रांतीय महिला स्व सहायता समूह महासंघ की महिलाओं ने अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्टर कार्यालय में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। महासंघ जिलाध्यक्ष ज्योति अर्जुन बैरागी ने बताया कि प्रदेश भर के सरकारी स्कूलों और आगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों के लिए खाना बनाने वाली स्व सहायता समूह की महिलाओं की मांग है, कि अभी सरकार से 2 हजार रुपए प्रति माह मिलता है। इसे बड़ाकर 6000 किया जाए। आज के समय में इतनी मंहगाई है कि इतने कम मानदेय में घर का खर्चा भी पूरा नहीं हो पाता है।
महासंघ की मांग है कि स्कूलों में मध्यान्ह भोजन संचालक स्व सहायता समूह अध्यक्ष सचिव पारिश्रमिक मिले। प्राथमिक स्कूलों में भोजन पकाने की लगत दर में 6.5 से वृद्धि कर 10 रुपए प्रति छात्र हो वही मध्यमिका स्कूल मे 8.50 पैसे से बडा कर 15 रूपे किए जाए वहीं प्रति छात्र खाद्यान्न 100 ग्राम को बढ़ाकर 200 ग्राम किया जाए। स्व सहायता समूह को वर्तमान में 60 फीसदी बच्चों के आधार पर राशि और राशन दोनों दिए जा रहे है। स्कूल पोर्टल के अनुसार 100 फीसदी राशि और राशन दिया जाए।
स्कूलों में ठेकेदारों द्वारा मध्यान्ह भोजन का संचालन किया जा रहा है उस पर पूरी तरह रोक लगनी चाहिए। आंगनवाड़ी केन्द्रो में छात्र/किशोरी गर्भवती/धात्री माता भोजन दर 15 रूपए बढ़ाई जाए एवं भोजन पकाने वाली रसोईयों को 500 रूपए से बढ़ाकर 2000 रूपए किए जाए। महिला बाल विकास में 20 से 25 फीसदी कमीशन देकर ही बिल फाइल आगे बढ़ती है। ऐसे अवैध व्यापार पर लगाम लगनी चाहिए आदि मांगे शामिल है। ज्ञापन के दौरान हेमलता चौहान, जिला उपाध्यक्ष भगवंता चौहान सहित अन्य महिलाएं उपस्थित थी।
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