ब्रिज पर पोस्टर से यातायात विभाग हाशिए पर ? बन रहे मीम पर मीम ! memes on dewas bridge
- नवनिर्मित ब्रिज पर पोस्टर से यातायात विभाग पर क्यों कसे जा रहे तंज ? निर्माण से लेकर चालू होने तक विवाद ?
राहुल परमार, देवास । शहर के नवनिर्मित ब्रिज से विवादों की समाप्ति नही हो रही है। निर्माण से लेकर इसके चालू होने तक में ब्रिज विवादास्पद हो चुका है। पूर्व में इसके डिजाइन और निर्माण के स्थान को लेकर देवास के नेताओं और आसपास के व्यापारियों द्वारा विरोध किया गया। इसके बाद देवास के कांग्रेसियों ने इसका नाम जबरन ब्रिज तक रख दिया। यही नही इसके निर्माण के बाद भी कई दिनों तक इस ब्रिज का उद्घाटन नही किया गया। अब जब यह ब्रिज शुरु हो चुका है तो यहां दुर्घटनाओं का सिलसिला शुरु हो गया। इसके बाद प्रशासन ने देवास के रामनगर से बावड़िया तक बने इस ब्रिज पर दोपहिया वाहनों के चलने से रोक संबंधी पोस्टर लगा दिये।
इसके बाद तो देवास की जनता ने ब्रिज पर चौपाटी खोलने तक की बात कह दी, कोई यातायात विभाग को अप्रत्याशित गाली खाने वाला बना रहा है तो कोई ब्रिज पर हाथ ठेला चार पहिया बनाकर ले जाने वाले तंज कस रहा है। कुल मिलाकर देवास के यातायात विभाग को शहर की जनता ने हाशिए पर ले जाकर खड़ा कर दिया है। हालांकि यहा देवास पुलिस ने स्पष्ट किया है उक्त निर्णय लगातार हो रही दुर्घटनाओं को रोकने का एक प्रयोग मात्र है। इधर कांग्रेस ने भी इसके लिये एक प्रेस नोट जारी कर इस आदेश को गलत बताया है।
क्या किया जा सकता है - सुझाव भारत सागर न्यूज की ओर से
ब्रिज पर दुर्घटनाओं का एक मात्र कारण अव्यवस्थित और गैर अनुशासित वाहन चलाना है। पोस्टर अनुशासित वाहन चलाने, ओवरटेक न करने का भी लगाया जा सकता है और उस पर भी दंडात्मक कार्यवाही का न सिर्फ पोस्टर लगाना है बल्कि कार्यवाही करना भी है। इसी के साथ इस ब्रिज पर अस्थायी डिवाइडर भी बनाये जा सकते हैं ताकि लोग आमने सामने की लेन को ओवरटेक न करें। इस ब्रिज पर स्पीड लीमीट भी तय की जा सकती है।
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