कलेक्टर गुप्ता की अध्यक्षता में वर्षा ऋतु में बाढ़ एवं आपदा राहत के संबंध में बैठक संपन्न। A meeting was held under the chairmanship of Collector Gupta regarding flood and disaster relief during the rainy season.
- वर्षा ऋतु में बाढ़ एवं आपदा राहत के लिए जिला एवं तहसील स्तर पर कंट्रोल रूम 15 जून से स्थापित करें।
- विकासखण्ड लेवल पर आपदा प्रबंधन की टीम बनाये, मॉक ड्रील की जाये, स्वेंदनशील क्षेत्रों की पहचान कर लें।
- गोताखोरों तथा तैराकों की सूची बनाये, राहत कैम्पों का चिंहांकन कर लें।
देवास - कलेक्टर ऋषव गुप्ता की अध्यक्षता में कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में वर्षा ऋतु में बाढ़ एवं आपदा राहत के संबंध में बैठक आयोजित हुई। बैठक में पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय, डीएफओ प्रदीप मिश्रा, सीईओ जिला पंचायत प्रकाश सिंह चौहान, अपर कलेक्टर महेंद्र सिंह कवचे, सहायक कलेक्टर टी प्रतीक राव, एसडीएम बागली शोभाराम सोलंकी, एसडीएम देवास प्रदीप सोनी, एसडीएम खातेगांव प्रवीण पाटीदार, एसडीएम कन्नौद अभिषेक सिंह, सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।
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बैठक में कलेक्टर गुप्ता ने निर्देश दिये कि जिला कमांड कंट्रोल एवं कॉआर्डिनेशन सेंटर स्थापित करें। जिला स्तर एवं तहसील स्तर पर कंट्रोल रूम 15 जून तक स्थापित करें। विकासखण्ड लेवल पर आपदा प्रबंधन की टीम बनाये, मॉक ड्रील की जाये। स्वेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर लें। जन जागृति अभियान चलाये।
कलेक्टर गुप्ता ने कहा कि नेमावर और धाराजी में होमगार्ड की व्यवस्था नियमित रूप से की जाये। नाव चालक क्षमता के हिसाब से नागरिकों को नहीं बैठाए, नागरिकों को लाइफ जैकेट पहनाकर कर ही नाव में बिठाये। नेमावर और धाराजी में सायरन बजाकर खतरे की जानकारी देकर नागरिकों को सचेत करें। राहत कैम्पो का चिंहांकन कर लें। राहत कैम्पो में भोजन की व्यवस्था की तैयारी रखें। खाद्य सामग्री का भण्डारण कर के रखें। शहरी क्षेत्र में नाले-नालियों की सफाई करवायें तथा बाधाओं को हटाये। तालाब, नदी और नालो की मॉनिटरिंग भी करें। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री संपत उपाध्याय एवं डीएफओ प्रदीप मिश्रा ने अपने-अपने विभागों द्वारा की जाने वाली तैयारियों की जानकारी दी।
कलेक्टर गुप्ता ने निर्देश दिये कि खतरनाक मकानों का चिन्हांकन कर लें। बरसात में अधिक पानी गिरने पर पानी निकालने के लिए मोटर पम्प की व्यवस्था करें। राजमार्गो के पास पानी भरता है तो वैकल्पिक नाली की व्यवस्था करें। हेण्डपंप और कुंओ में बरसात के पहले और पहली बरसात के बाद क्लोरीन डाल कर पानी को साफ करें। सभी एसडीएम को अपने क्षेत्रांतर्गत अधिकरियों की सूची व मोबाइल नंबर रखने के लिए कहा गया, ताकि जरूरत पड़ने पर तत्काल संबंधित विभागीय अधिकारियों से संपर्क किया जा सके। वर्षा ऋतु में पुल-पुलियों तथा रपटों पर बाढ़ की स्थिति में बैरिकेटिंग करने के लिए लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया गया।
कलेक्टर गुप्ता ने कमान्डेंट होमगार्ड को निर्देश दिये कि गोताखोरों तथा तैराकों की सूची तैयार रखें। गोताखोरों तथा तैराकों को आपात स्थिति में कार्य करने की ट्रेनिंग भी दें। इसके अलावा मोटर बोट, लाइफ जैकेट, टॉर्च-रस्सा व अन्य व्यवस्था करने के लिए भी निर्देशत किया गया। जल संसाधन विभाग तालाबों की पाल का निरीक्षण कर लें। बांधो के पास जेसीबी की अग्रीम व्यवस्था करें।
बैठक में कलेक्टर गुप्ता ने निर्देश दिये कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों तथा निचली बस्तियों को पहले से ही चिंहित कर लिया जाये। बाढ़ की स्थिति में राहत शिविर लगाने के लिए उपयुक्त स्थलों का चयन पूर्व से ही कर लिया जाये। राहत शिविर के लिए ऐसे स्थलों का चयन करें जहां पर आसानी से राहत सामग्री पहुंचाई जा सके। राहत शिविरों में भोजन, पेयजल, प्रकाश की व्यवस्था, चिकित्सा आदि की पुख्ता व्यवस्था की जायें। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए स्कूलों को बंद रखें।
बैठक में कलेक्टर गुप्ता ने निर्देश दिये कि वर्षा के दौरान छोटे पुलियों एवं रपटों पर स्टॉपर लगायें तथा कर्मचारियों को तैनात करें। किसी भी स्थिति में पानी का बहाव होने पर लोगों को पुलिया व रपटों को पार नहीं करने दिया जाये। स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिये कि दवाईयों का पर्याप्त स्टॉक रखें, डॉक्टरों एवं सहायक स्टॉफ की अपने मुख्यालय पर ही रहें। पशु पालन विभाग पशुओं के ईलाज के लिए दवाईयों की अग्रिम व्यवस्था करें। बिजली विभाग बिजली की व्यवस्था सुचारू रूप से करें एवं करंट से बचाव की व्यवस्था करें। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था उपलब्ध कराने के संबंध में निर्देशित किया गया।
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