प्रशासनिक अमले पर विधायक, ज़िला पंचायत अध्यक्ष के फोन का नही हो रहा असर ?
आष्टा/रायसिंह मालवीय - प्रचंड गर्मी में आम तौर पर पानी की किल्लत होना लाजमी है। पर सरकार चाहे तो बोरवेल या कुआ खुदवाकर उस समस्या का निदान कर सकती है। उसी कड़ी में अगर हम बात करें तो आष्टा विकासखंड के ग्राम नानजीपुरा में पानी की समस्या से निजात पाने के लिए बोर लगवाने के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष गोपाल सिंह इंजीनियर, क्षेत्रीय विधायक रघुनाथ सिंह मालवीय ने पीएचई विभाग को निर्देशित किया था कि तत्काल सर्वे कर बोर लगवाया जाए, 3 दिन से मशीन का रास्ता देख रही महिलाएं मशीन के इंतजार में बैठी रहती है। पीएचई विभाग से अभी तक मशीन नहीं पहुंचाई। पीएचई विभाग वाले रोज बोलते हैं कि आज मशीन आएगी महिलाएं रोज बोर लगाने की जगह पर बैठकर इंतजार करती है।
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पीएचई विभाग ने अभी तक मशीन गांव में नहीं पहुंचाई,आखिर पीएचई विभाग क्यों नहीं सुन रहा जिला पंचायत अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय विधायक की बात ? जबकि ग्राम की दर्जनों महिलाएं खाली बर्तन लेकर क्षेत्रीय विधायक और ज़िला पंचायत अध्यक्ष से गुहार लगा चुकी है . क्या जनप्रतिनिधियों की प्रशासनिक पकड़ कमजोर क्यों हो रही हैं ? आखिर ऐसे क्या कारण है जो इन आमजनों की समस्याओ का निदान जिम्मेदार नहीं कर पा रहे है ? पानी जैसी मूलभूत समस्याओ का निदान ही नहीं हो पा रहा है तो विकास कार्यो का धरातल पर काम कैसे होगा, यह एक बड़ा प्रश्न है . फ़िलहाल देखना होगा कि इस मूलभूत समस्या का हल आखिर कब होगा ?
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