पानी की व्यवस्था के लिये कई समस्याओं का करना पड़ता था सामना, अब नल जल योजना से घर में नल से आ रहा है जल–श्रीमती हंसा पटेल !
देवास ब्लॉक के ग्राम सुकल्या क्षिप्रा में “जल जीवन मिशन” से हर घर नल से आ रहा है जल
गांव में 01 करोड़ 61 लाख 10 हजार रूपये की लागत से उच्चस्तरीय टंकी एवं जल वितरण नेटवर्क का किया निर्माण
नल जल योजना से ग्राम में 1378 परिवारों को नियमित मिल रहा पानी
ग्रामीणजन प्रधानमंत्री श्री मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री चौहान को दे रहे हैं धन्यवाद
देवास - केंद्र एवं राज्य शासन द्वारा हर घर को मिले जल, इसके लिए “जल जीवन मिशन” चलाया जा रहा है। जिसके माध्यम से अब ग्रामीणों क्षेत्रों में जहां पहले कभी पानी लाने के लिए कई कठिनाईयों को सामना करना पड़ता था, लेकिन “जल जीवन मिशन” के माध्यम से अब घरों नल के माध्यम से पानी आ रहा है। ग्रामीणों को मिली पानी की सुविधा के लिए वे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद दे रहे हैं।
“जल जीवन मिशन” के माध्यम का लाभ देवास ब्लॉक के ग्राम सुकल्या क्षिप्रा को मिला। जिससे ग्राम में अब हर परिवार को जल जीवन मिशन से हर घर नल से जल मिल रहा है। ग्राम सुकल्या क्षिप्रा जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर पर देवास और इंदौर के मध्य में स्थित है। ग्राम में 1378 परिवार जिसमें 5128 जनंसख्या निवास करते है। ग्राम क्षेत्रफल के आधार पर बड़ा ग्राम है। ग्राम में क्षेत्रफल एवं जनसंख्या का घनत्व अधिक होने से ग्राम में पानी की समस्या कई वर्षों से बनी हुई थी। ग्रामीणजन क्षिप्रा नदी से पेयजल लाने के लिये मजबूर थे और ग्रीष्म ऋतु में तो ग्रामवासियों को पेयजल की व्यवस्था करने के लिये बहुत संघर्षों का सामना करना पड़ता था। महिलायें सिर पर घड़ा भर कर तपती धूप में लाने के लिये विवश होना पड़ता था। पेयजल की समस्या के समाधान के लिये जल जीवन मिशन के अंतर्गत नल-जल योजना का क्रियान्वयन किया गया।ग्राम में लागत 01 करोड़ 61 लाख 10 हजार रुपए से उच्चस्तरीय टंकी एवं पानी वितरण नेटवर्क का निर्माण किया गया है, जिसमें 225 हजार ली. पानी भरने की क्षमता है एवं एक सम्पवेल बना हुआ है जिसकी क्षमता 20 हजार ली. है। साथ ही जल कीटाणु शोधक यंत्र भी लगाया गया है जिससे की स्वच्छ एवं शुद्ध (कीटाणु रहित) पेयजल ग्रामवासियों को उपलब्ध हो। ग्राम में 05 जल स्त्रोतों के माध्यम से सम्पूर्ण ग्राम में 6400 मी. की पाइप लाइन के माध्यम से वर्तमान में सभी 1378 घरों में नियमित, पर्याप्त एवं शु़द्ध पेयजल मिल रहा है।
ग्राम के संरपच विश्वास उपाध्याय ने बताया कि ग्राम में नल जल योजना 14अप्रैल 2024 से ग्राम में निरंतर ग्राम के सभी घरों में नल से नियमित, पर्याप्त एवं शुद्ध पेयजल मिल रहा है। योजना के आने के पूर्व ग्राम में पूरानी नलजल योजना थी, पंरतु उससे पेयजल की पर्याप्त पूर्ति नहीं हो पाती थी और इसके साथ पंचायत द्वारा कुछ जगहों पर नलकूप खनन कर पानी की पूर्ति की जाती थी, पर नियमित संचालन में दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। ग्राम में जल जीवन मिशन के अंतर्गत नल जल योजना के आने से ग्रामीणजन की मुलभूत आवश्यकता का समाधान हुआ हैं। ग्राम में पेयजल व्यवस्था के उचित क्रियान्वयन के लिये ग्राम पेयजल स्वछता समिति का निर्माण किया गया है, जो योजना की सतत् निगरानी रखती है और संचालन का जिम्मा ग्राम के संजना महिला स्वयं सहायता समूह को दिया गया जो ग्राम के प्रत्येक परिवार से 60 रुपए प्रति परिवार जलकर वसूली का कार्य भी करते हैं।पेयजल की व्यवस्था से सभी ग्रामवासी बहुत खुश है।
पेयजल समिति की सदस्य एवं संजना समूह की अध्यक्ष श्रीमती हंसा पटेल ने बताया किग्राम में जल जीवन मिशन आने का सबसे ज्यादा फायदा हमारे गॉव की महिलाओं को मिल रहा है। महिलाओं का पानी भरने के लिये बहुत समय व्यर्थ चला जाता था एवं शारीरिक परिश्रम करना पड़ता था परंतु आज महिलायें घर के काम के साथ खेतों, मजदूरी एवं अन्य कार्यों में परिवार को सहयोग कर रही है। हमें पी.एच.ई. की ओर से जल परीक्षण करने का प्रशिक्षण एवं जल परीक्षण किट भी प्रदान की गई है जिसकी सहायता से हम समय-समय पर पानी का परीक्षण करते है एवं हमारे यहॉ सभी को साफ एवं पीने योग्य पानी मिल रहा है।
साथ ही जल जीवन मिशन के आने का एक ओर फायदा यह हुआ है कि योजना संचालन का कार्य महिला स्वयं सहायता समूह को दिया है गया है, जिसमें हम जलकर वसूली एवं उसका पूरा हिसाब रखने का कार्य हमारे द्वारा किया।
“जल जीवन मिशन” के माध्यम का लाभ देवास ब्लॉक के ग्राम सुकल्या क्षिप्रा को मिला। जिससे ग्राम में अब हर परिवार को जल जीवन मिशन से हर घर नल से जल मिल रहा है। ग्राम सुकल्या क्षिप्रा जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर पर देवास और इंदौर के मध्य में स्थित है। ग्राम में 1378 परिवार जिसमें 5128 जनंसख्या निवास करते है। ग्राम क्षेत्रफल के आधार पर बड़ा ग्राम है। ग्राम में क्षेत्रफल एवं जनसंख्या का घनत्व अधिक होने से ग्राम में पानी की समस्या कई वर्षों से बनी हुई थी। ग्रामीणजन क्षिप्रा नदी से पेयजल लाने के लिये मजबूर थे और ग्रीष्म ऋतु में तो ग्रामवासियों को पेयजल की व्यवस्था करने के लिये बहुत संघर्षों का सामना करना पड़ता था। महिलायें सिर पर घड़ा भर कर तपती धूप में लाने के लिये विवश होना पड़ता था। पेयजल की समस्या के समाधान के लिये जल जीवन मिशन के अंतर्गत नल-जल योजना का क्रियान्वयन किया गया।ग्राम में लागत 01 करोड़ 61 लाख 10 हजार रुपए से उच्चस्तरीय टंकी एवं पानी वितरण नेटवर्क का निर्माण किया गया है, जिसमें 225 हजार ली. पानी भरने की क्षमता है एवं एक सम्पवेल बना हुआ है जिसकी क्षमता 20 हजार ली. है। साथ ही जल कीटाणु शोधक यंत्र भी लगाया गया है जिससे की स्वच्छ एवं शुद्ध (कीटाणु रहित) पेयजल ग्रामवासियों को उपलब्ध हो। ग्राम में 05 जल स्त्रोतों के माध्यम से सम्पूर्ण ग्राम में 6400 मी. की पाइप लाइन के माध्यम से वर्तमान में सभी 1378 घरों में नियमित, पर्याप्त एवं शु़द्ध पेयजल मिल रहा है।
ग्राम के संरपच विश्वास उपाध्याय ने बताया कि ग्राम में नल जल योजना 14अप्रैल 2024 से ग्राम में निरंतर ग्राम के सभी घरों में नल से नियमित, पर्याप्त एवं शुद्ध पेयजल मिल रहा है। योजना के आने के पूर्व ग्राम में पूरानी नलजल योजना थी, पंरतु उससे पेयजल की पर्याप्त पूर्ति नहीं हो पाती थी और इसके साथ पंचायत द्वारा कुछ जगहों पर नलकूप खनन कर पानी की पूर्ति की जाती थी, पर नियमित संचालन में दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। ग्राम में जल जीवन मिशन के अंतर्गत नल जल योजना के आने से ग्रामीणजन की मुलभूत आवश्यकता का समाधान हुआ हैं। ग्राम में पेयजल व्यवस्था के उचित क्रियान्वयन के लिये ग्राम पेयजल स्वछता समिति का निर्माण किया गया है, जो योजना की सतत् निगरानी रखती है और संचालन का जिम्मा ग्राम के संजना महिला स्वयं सहायता समूह को दिया गया जो ग्राम के प्रत्येक परिवार से 60 रुपए प्रति परिवार जलकर वसूली का कार्य भी करते हैं।पेयजल की व्यवस्था से सभी ग्रामवासी बहुत खुश है।
पेयजल समिति की सदस्य एवं संजना समूह की अध्यक्ष श्रीमती हंसा पटेल ने बताया किग्राम में जल जीवन मिशन आने का सबसे ज्यादा फायदा हमारे गॉव की महिलाओं को मिल रहा है। महिलाओं का पानी भरने के लिये बहुत समय व्यर्थ चला जाता था एवं शारीरिक परिश्रम करना पड़ता था परंतु आज महिलायें घर के काम के साथ खेतों, मजदूरी एवं अन्य कार्यों में परिवार को सहयोग कर रही है। हमें पी.एच.ई. की ओर से जल परीक्षण करने का प्रशिक्षण एवं जल परीक्षण किट भी प्रदान की गई है जिसकी सहायता से हम समय-समय पर पानी का परीक्षण करते है एवं हमारे यहॉ सभी को साफ एवं पीने योग्य पानी मिल रहा है।
साथ ही जल जीवन मिशन के आने का एक ओर फायदा यह हुआ है कि योजना संचालन का कार्य महिला स्वयं सहायता समूह को दिया है गया है, जिसमें हम जलकर वसूली एवं उसका पूरा हिसाब रखने का कार्य हमारे द्वारा किया।
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