देवास जिले में आयुष की आहरचर्या से मिल रही है एनीमिया से निजात, देवगुराडिया गांव में आयुष की परंपरागत चिकित्सा से मिली राहत !
देवास - महिलाओ में लौह तत्व की कमी पर प्रभावी नियंत्रण के लिए आयुष विभाग जिलेभर मे प्रयास कर रहा है। आयुष की आहरचर्या का समुचित पालन करने से शरीर में खून की मात्रा बढ जाती है। एनीमिया ग्रस्त महिलाओ को इससे बेहतर लाभ मिल रहा है। जिला आयुष अधिकारी डॉ. गिर्राज बाथम ने जिले के आयुष चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए है कि अपने-अपने क्षेत्र मे एनीमिया चिन्हित महिलाओं के स्वास्थ्य लाभ की दिशा में कार्य करें।
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शासकीय आयुर्वेदिक औषधालय देवगुराडिया के चिकित्सा अधिकारी डॉ.सुभाष सिसोदिया ने बताया कि आयुष पद्धति से गांव मे मौजूद खाद्य पदार्थो हरी सब्जियो, चूंकदर, मूंगफली के दाने, गुड, अंकुरित अनाज, दाले, मूंग के लड्डू, नींबू और आंवले के उपयोग से महिलाओं के शरीर में तेजी से खून बनने लगता है। ग्राम देवगुराडिया की महिलाओं को आयुष पद्धति से आहरचर्या के बाद काफी राहत मिली है। देवगुराडिया की आंगनवाडी कार्यकर्ता श्रीमती ममता भी गांव से एनीमिया दूर करने की कोशिश में आयुष की आहारचर्या को ग्रामीण महिलाओं तक पहुंचाने मे मदद कर रही है।
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