मेंढकीचक नाले के पास कॉलोनाइजर ने बाउंड्री वॉल बनाने के लिए कांट दिए हरे-भरे वृक्ष !

अतिक्रमण कर बाउंड्रीवाल से चेम्बरो को भी दबा दिया, रोड से सटाकर बनाई जा रही बाउंड्रीवाल



देवास। एक और जहां वन विभाग व प्रशासन पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए बड़े स्तर पर निरन्तर पौधारोपण अभियान चला रहा है। वहीं दूसरी ओर कुछ पर्यावरण विरोधी एवं अतिक्रमणकारी प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर नियम विरुद्ध शासकीय भूमि पर लगे हरे भरे वृक्षों को काट रहे है। सामाजिक संस्था नेशनल यूनिटी ग्रुप संस्थापक अनिल सिंह ठाकुर ने बताया कि बुधवार को मेंढकीचक नाले के समीप स्थित गोल्डन पाम कालोनी  के बाउंड्रीवाल का निर्माण कार्य चल रहा है। बाउंड्रीवाल निर्माण में ईमली के हरे-भरे वृक्ष जो शासकीय सीमा में आ रहे हैं उनको बेरहमी से कालोनाइजर ने कटवा दिए। कॉलोनाइजर द्वारा बाउंड्रीवाल के लिए चेम्बरो के बीचों बीच गड्ढे खोदकर सीमेंट क्रांकीट के पोल खड़े किए जा रहे है। चेम्बर लाइन डाली गई है। उसी लाइन के बीचो-बीच से नियमों की अनदेखी कर अतिक्रमण कर बाउंड्री वाल बनाई जा रही है। जिससे रोड छोटा होकर आवागमन में बाधा बनेगा। जबकि अगर नियम से देखा जाए तो रोड के दोनों ओर शासकीय भूमि होती है। उसी अनुसार जगह छोड़ना चाहिए। लेकिन जगह नहीं छोड़ी गई है और चेम्बरो को भी बाउंड्रीवाल में दबा दिया गया है। जो आने वाले समय में बरसात में पानी के बहाव को रोकेगा। जिससे चेंबर की सफाई करने में कर्मियों को भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि चेम्बर बाउंड्रीवाल के अंदर आ रहे हैं। समय रहते अगर ध्यान नहीं दिया गया तो विकट परिस्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसका खमियाजा लोगों को भुगतना पड़ेगा।  नेशनल यूनिटी ग्रुप के अनिल सिंह ठाकुर, सुनील सिंह ठाकुर, जयसिंह, जगदीश माली, रोहित उपाध्याय, सत्यराजसिंह, अभिजीत सिंह गौड़ आदि ने बाउंड्रीवाल का निर्माण कार्य रुकवा कर हरे-भरे वृक्षों को कटने से बचाया जाए। साथ ही नियम से जगह छोडक़र बाउंड्रीवाल बनाने के निर्देश दिए जाने की मांग की है।




Comments

Popular posts from this blog

हाईवे पर होता रहा मौत का ख़तरनाक तांडव, दरिंदों ने कार से बांधकर युवक को घसीटा

मध्यप्रदेश की विधानसभा के विधानसभावार परिणाम .... सीधे आपके मोबाइल पर | election results MP #MPelection2023

होटल कर्मचारी ने दिया ईमानदारी का परिचय, लोटाया पैसों और गहनों से भरा बैग