अ.भा. श्री बलाई महासंघ ने किया एसपी कार्यालय का घेराव !
- जघन्य हत्याकाण्ड एवं दलित परिवार पर दर्ज झूठा प्रकरण मामले में की जाए दोषियों पर कार्यवाही
देवास। अखिल भारतीय बलाई महासंघ ने शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव कर जघन्य हत्याकाण्ड के आरोपियों पर कठोर कार्यवाही करने एवं भौंरासा थाना प्रभारी द्वारा पीडि़त दलित परिवार के लोगों पर झूठा प्रकरण दर्ज किए जाने को लेकर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय को ज्ञापन सौंपा।
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महासंघ ने ज्ञापन में बताया कि परिजनों के अनुसार सोनकच्छ विधानसभा के ग्राम चौबारा धीरा में प्रशासन की घोर लापरवाही के चलते जमीन हड़पने में दरिंदो ने एक दलित नौजवान युवक दीपक मालवीय को अगवा किया और फिर हत्या कर लाश ग्राम तालोद सोनकच्छ के जंगल में पेड़ से लटका दी और पहचान छुपाने के लिए चेहरा एसिड से जला दिया। हत्यारों द्वारा जमीन नाम से करवाने के लिए दीपक पर कई तरह का दबाव बनाया जा रहा था। परिजनों ने 7 दिन पूर्व गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी और दो दिन पूर्व पुलिस अधीक्षक कार्यालय में लिखित में आवेदन दिया था, लेकिन आरोपियों के सत्ता से जुड़े होने के कारण पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नही की गई। परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताया कि यदि पुलिस समय रहते दीपक की तलाश करती तो उसकी हत्या नही होती।
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वही दूसरा मामला सोनकच्छ तहसील के ग्राम मोडरिया का है जहां गत दिवस 10 अप्रैल 2023 को रात्रि 9 बजे गांव के 10 से 15 दबंगों द्वारा दलित परिवार के ऊपर जान से मारने के इरादे से हमला किया गया। दलित परिवार ने भौंरासा थाने में रिपोर्ट लिखवाई, परंतु थाना प्रभारी हितेश पाटिल ने मामूली धाराओं में प्रकरण दर्ज कर पीड़ित परिवार को भगा दिया गया। परिवार के सदस्यों ने आरोपियों पर धारा बढ़ाने हेतु आवेदन दिया था। जिसके विपरीत दबंगों ने भौंरासा थाना प्रभारी हितेश पाटिल से मिलकर पीडि़त दलित परिवार पर झूठा प्रकरण बना दिया। पीड़ित दलित परिवार को इसकी खबर तक नही हुई। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि भौंरासा थाना प्रभारी हितेश पाटिल गांव के दबंग से मिले है।
अखिल भारतीय श्री बलाई महासंघ ने मांग की है कि जघन्य हत्याकांड के आरोपियों पर कठोर धाराओं में प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया जाकर मृतक दीपक मालवीय के परिवार के किसी एक सदस्य को शासकीय नौकरी एवं 50 लाख रूपए आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाए। साथ ही भौंरासा थाना प्रभारी द्वारा पीड़ित दलित परिवार पर दर्ज किए गए झूठे प्रकरण पर कार्यवाही करते हुए थाना प्रभारी को निलंबित किया जाकर प्रकरण खत्म किया जाए। शीघ्र कार्यवाही नही होने पर महासंघ द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन- प्रशासन की होगी। ज्ञापन पश्चात एसपी श्री उपाध्याय ने आश्वस्त किया कि जघन्य हत्याकाण्ड मामले में जैसे ही पीएम रिपोर्ट आएगी जांच कर दोषियों पर कार्यवाही की जाएगी। वहीं भौंरासा मामले में फर्जी रिपोर्ट जिसके खिलाफ दर्ज की गई थी। उनकी लोकेशन ट्रेस कर रहे है। प्रकरण में निष्पक्ष जांच कर न्यायोचित कार्यवाही करेंगे। ज्ञापन के दौरान संत मनोहर दास साहेब, विजेंद्र राणा, अमरीश बिजोनिया, प्रदीप मालवीय, संदीप सुनेल, रविंद्र बरोडिया, पंकज बड़ोदिया, अमन मालवीय, विक्रम बामनिया, भगवान मालवीय, समंदर मालवीय, कमल मोथलिया, सचिन सिंदल, सतीश सिंदल, महेंद्र सिसोदिया, जितेन्द्र मालवीय, अशोक वाघमारे, संजय बड़ोदिया, रोहित मालवीय, सुभाष सोनेल, हेमेंद्र राणा, दीपक सेंधालकर, अखिलेश मालवीय, भीम घारू, विक्की मालवीय, अक्षय बाली, राका बामनिया, हेमंत मालवीय, अंकित मालवीय, सुरेश अगीरवाल, बबिता चौहान सहित बड़ी संख्या में महासंघ के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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