तेज आंधी के बाद आधे घंटे हुई बारिश,चने के आकार के गिरे ओले, फसलें हुईं आड़ी !

आष्टा - सोमवार को शाम के समय मौसम में आए बदलाव ने किसानोें की चिंता बढ़ा दी है। तेज आंधी ने जहां नगर में अफरा-तफरी मचा दी। टीन शेड हवा में उड़ते नजर आएं तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में खड़ी फसलें आड़ी हो गईं। इसके बाद बारिश का दौर शुरू हुआ जो आधे घंटे तक जारी रहा। इस बीच कुछ सेकंड के लिए चने के आकार के ओले भी गिरे। इस समय क्षेत्र में तेजी से कटाई का कार्य किया जा रहा है तथा कटी हुई फसलें खेत, खलिहानों में पड़ी हुई हैं। किसानों का कहना है कि फसल गीली होने पर उनके वाजिब दाम मंडी में नहीं मिल सकेंगे। जिससे नुकसान उठाना पड़ेगा। मौसम को देखते हुए क्षेत्र के किसानों ने एक साथ से कटाई का काम शुरू कर दिया है। इसके चलते मजदूरों का भी टोटा बना हुआ है। मजदूरों के रेट भी बढ़ गए हैं। जबकि कई किसान हार्वेस्टर मशीनों का भी उपयोग कर रहे हैं। इस वर्ष 95 हजार हेक्टेयर में रबी फसल की बोवनी की गई है।‌ इसमें गेहूं की फसल करीब 75 हजार हेक्टेयर में बोई गई है। तेज आंधी के कारण नगर के बस स्टैंड, पुराना बस स्टैंड, अलीपुर, कन्नौद रोड आदि क्षेत्रों में घर व दुकानों के टीन शेड उड़ते दिखाई दिए। आंधी के थमने के बाद ही बारिश का सिलसिला शुरू हो गया बारिश आधे घंटे तक रिमझिम होती रही। यहां छोटे आकार के ओले भी कुछ देर के लिए गिरे जो बाद में थम गए। किसान राजेंद्र सिंह ने बताया कि इस बार फसल की स्थिति अच्छी थी, लेकिन बारिश होने से फसल खराब होगी जिससे भाव कम मिलेंगे।यदि ऐसे ही बारिश होती रही तो गेहूं फसल को काफी नुकसान होगा। फसल गीली होने पर किसानों को मंडी में भाव कम मिलेंगे।


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