एक दिन पहले क्षिप्रा नदी में छलांग लगाने वाले युवक के शव को मिले 24 घंटे भी नही हुए और एक बुजुर्ग ने लगा दी छलांग ...! आखिर प्रशासन यहाँ जाली क्यों नही लगा रहा ?

मृतक के पास मिला सुसाइट नोट, पुलिस कर रही जांच 



देवास। शिप्रा नदी में आत्महत्याओं की घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। आए दिन कोई ना कोई पुल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर रहा है। कहा जाए तो शिप्रा नदी का पुल सुसाइट पाईंट बन गया है। शनिवार को एक युवक ने नदी में छलांग लगा ली थी जिसका शव रविवार सुबह 24 घंटों के बाद बाहर निकाला गया था। उसके शव का पोस्टमार्टम करने में कुछ ही घंटे हुए की इंदौर का एक बुजुर्ग व्यक्ति नदी में कूद गया। जिसे तैराक ने निकाला घटना की सूचना मिलने पर औद्योगिक थाना पुलिस मौके पर पहुंची और बुजुर्ग को गंभीर अवस्था में जिला चिकित्सालय भेजा गया। जहां डॉक्टर ने जांच कर उसे मृत घोषित कर दिया। बताया गया है कि मृतक के पास से एक सुसाइट नोट भी मिला है। मृतक का सोमवार सुबह पोस्टमार्टम किया जाएगा। मामले को लेकर औद्योगिक थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।


जानकारी के अनुसार रविवार दोपहर में महेश पिता रामगोपाल दीक्षित उम्र 70 वर्ष निवासी ग्रीन सेटेलाइट इंदौर शिप्रा नदी में कूद गए थे। मौके पर मौजूद तैराक ने नदी में गया और बुजुर्ग को निकाला। घटना की सूचना मिलने पर औद्योगिक थाना पुलिस मौके पर पहुंची और बुजुर्ग को डायल 100 से जिला चिकित्सालय भेजा जहां डॉक्टर ने जांच कर उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने जानकारी में बताया कि व्यक्ति के पास एक सुसाइट नोट मिला है। इसके साथ ही मृतक के पास से एक बैग भी मिला है। फिलहाल मामले को लेकर पुलिस जांच कर रही है। सोमवार सुबह मृतक का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। मामले को लेकर औद्योगिक थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।

लगातार हो रही इन घटनाओं से भी प्रशासन इस ओर सुध नही ले रहा है। लेकिन क्या देवास और प्रशासन का प्रशासन इतना लापरवाह है जो इस बॉर्डर पर जाली लगाने का काम भी नही हो पा रहा है। यदि इन स्थान पर ऊंची जाली लगाई जाती है तो यहाँ पर दो लाभ इस जाली के होंगे, पहला तो यहाँ हो रही आत्महत्या की घटनाओं पर अंकुश लगेगा दूसरा यहाँ से फेंके जाने वाले कचरे से नदी में प्रदूषण भी नही होगा। गौरतलब है कि आये दिन यहाँ पर दुर्घटनाओं में कई जानें जा चुकी है। इधर लोग आए दिन पूजन सामग्रियों का विसर्जन करते रहते हैं। फिलहाल आवश्कता है कि देवास और इंदौर के प्रशासन मिलकर इस जाली के लगाने का काम करें। हो सकता है इस बार फिर सीएम का ट्वीट बढ़िया हो जाये। उल्लेखनीय है कि पी पिछले दिनों पुलिस अधीक्षक डॉ शिवदयाल सिंह ने यहाँ दुर्घटनाओं के दौरान सुरक्षा साधनों की कमी को देखते हुए सुरक्षा के साधन उपलब्ध करवाए थे। 

पढ़िए -बड़े भाई को फोन कर कहा मैं नदी में कूद रहा हूं....और लगा दी छलांग....!


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