भारत निर्मल योजना की धज्जियां उड़ाता ग्राम पंचायत ? सोख्ता गड्ढा व नाडेप के नाम पर की गई राशि हजम !
भारत सागर न्यूज।घोड़ाडोंगरी।(आशीष पेंढारकर) ग्रामीण विकास विभाग एवं पंचायती राज की ओर से निर्मल भारत अभियान के तहत ग्राम पंचायत अंनकावाडी पंचायत क्षेत्र में जल सोख्ता गड्ढे निर्मित किए हैं, जोकि पंचायत द्वारा लाखों की खेल करने की कहानी बयान करते देखे जा रहे हैं... जबकि जल स्रोतों जैसे हैंडपंप, नलकूप, गांव में घरों के पास 10 फीट गहराई, 10 फीट चौड़ाई और 10 फीट लंबाई का गड्ढा खोदा गया था, पर 2:30 फीट चौड़ाई 2:30 फीट लंबाई पर निर्माण कर दिया गया... इसमें सबसे नीचे 4 फीट तक पत्थर के बोल्डर भरना था, बीच में जीरो गिट्टी 3 फीट तक भरनी थी, सबसे ऊपर बजरी से पुराई करना था, लेकिन पंचायत क्षेत्र के उपयंत्री का पेट देखते बनता है, सचिव की तोंद इतनी बड़ी हो गई है कि, सारी की सारी नियम वाली को जिला मुख्य कार्यपालन अधिकारी बैतूल के मुख्य द्वार पर उल्टा लटकते हुए देखी जा सकती है... पानी संरक्षण एवं कचरा एकत्रित करने के लिए ग्राम पंचायत अनकावाड़ी ने अच्छी पहल की थी, इसके लिए पंचायत ने गांव में सोख्ता गड्ढा बनवाए हैं... गांव की साफ व स्वच्छ रखने एवं पानी संरक्षण करने के लिए गांव में सोख्ता गड्ढे व कचरा एकत्रित करने के लिए नाडेप बनवाए जा रहे हैं, या बनवाने के नाम पर लाखों की राशि का गोलमाल किया गया, यह तो ग्राम पंचायत क्षेत्र में जिले के आकाओं के जांच पर निर्भर करता है... क्योंकि गांव के वीरान डेहरी वार्ड में सोख्ता गड्ढा व नाडेप बनाए जा ने थे... अब तक पंचायत ने कई क्षेत्र में यह काम पूरा करने का वादा कर लिया है
ग्रामीणों के अनुसार ग्राम पंचायत में बैठे यंत्री, सरपंच, सचिव, उपयंत्री, ग्राम रोजगार सहायक, मनरेगा अधिकारी से लेकर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत घोड़ाडोंगरी की मिलीभगत के चलते, निर्माण कार्य के राशि में खेल कर ग्रामीणों को निराश किया गया... चुके समस्त गांव में सोख्ता गड्ढा व नाडेप बनने से पानी का संरक्षण होगा, साथ ही गांव में कचरा भी नहीं फैलेगा, इस तरह की मंशा ग्रामीणों की थी... जबकि ठीक इससे विपरीत सोखते गड्ढे एवं नाडेप का निर्माण कर घरों के आसपास गंदे पानी के उचित समाधान के लिए सोख्ता गड्ढा एक अच्छा विकल्प था, जिसे हितग्राहियों से खुदवाई कर मजदूरी की राशि तक पंचायत द्वारा हड़प कर दी गई, साथ ही 10 फीट औरस, चौरस, लंबाई खुदाई करवाने के बाद गड्ढे से निकला हुआ मलबे को उसी सोख्ता गड्ढा में डालकर 2:30 बाई 2:30 सोख्ता गड्ढा निर्माण कर समस्त राशि का गोलमाल कर दिया गया... जबकि निर्मल भारत अभियान योजना के अंतर्गत सोख्ता गड्ढा भू-जल स्तर को बढ़ाने के लिए यह काफी कारगर सिद्ध है... ग्राम पंचायत में सोख्ते गड्ढे बनाने का मुख्य उद्देश्य ग्राम पंचायत को नाली रहित बनाना है, पर जनपद पंचायत घोड़ाडोंगरी की गाथा ही कुछ निराली है, चुके जिले में बैठे आकाओं के अनुसार सोख्ता गड्ढा से बढेगा गांव का जलस्तर -ग्राम पंचायत अनकावाड़ी मैं कई गांव आते हैं...इन गांवों में सरकारी हैंडपंपों के आगे पानी संरक्षण करने के लिए पंचायत द्वारा सोख्ता गड्ढा बनाया गया है..गड्ढे की ईंट, सीमेंट से चारो तरफ कच्ची पक्की मुंडेर बनाई गई है, बीच में मुरम के बजाय गड्ढे से निकाला हुआ मलबा वापस सोख्ता गड्ढा में डाला गया है, जिससे गड्ढे का पानी धीरे-धीरे जमीन में रमता रह ने के, बजाए घरों के दीवारों को कमजोर करेगा...इससे गर्मी के दिनों में गांव का जलस्तर पूरी तरह से गिरेगा और मवेशियों को पानी पीने के लिए दरबदर भटकना पड़ेगा, सराहनीय कार्य ग्राम पंचायत अनकावाडी का, जो कि देखते बनता है... किस तरह से निर्मल भारत योजना के राशि का गोलमाल कर ग्राम पंचायत अंनकावाड़ी के साथ ही जनपद पंचायत घोड़ाडोंगरी के आकाओं के क्या कहने...?
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