केयर इंडिया महिला एवं पानी परियोजना के अंतर्गत इंटरफेस मीटिंग का आयोजन Care India
केयर इंडिया महिला एवं पानी परियोजना के अंतर्गत इंटरफेस मीटिंग का किया आयोजन, ग्रामीणों को शासन की योजनाओं से कराया अवगत INTERFACE MEETING WOMEN + WATER PROJECT केयर इंडिया ( महिला एवं पानी परियोजना ) द्वारा मालवीय सेन धर्मशाला बस स्टेंड देवास में हर बार की तरह इस बार भी पेस प्रशिक्षार्थी में से चयनित मेल और पेस चेम्पियन ग्रामीणों की इंटरफेस मीटिंग का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में विशेष अतिथि पीएचई से श्रीमती रश्मि रोकड़े जिला अधिकारी, श्रीमती कमला जादोन ब्लाक समन्वयक, वाटर डाट ओआरजी माखन सिंह पवार , प्रेमनाथ तिवारी सरस्वती ज्ञान पीठ विद्यालय संचालक, श्रीमती चंदा बाई सरपंच ग्राम खरेली कार्ड संस्था से जितेंद्र राठौर धर्मेंद्र गुनाया उपस्थित थे। अतिथियों ने सर्वप्रथम माँ सरस्वती जी के समक्ष दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया । अतिथियों का स्वागत शाल श्रीफल एव पुष्प मालाओं द्वारा किया गया । कार्यक्रम में देवास एवं टोंकखुर्द ब्लाक के लगभग 40 से 50 अलग अलग गांव से आए केयर के पेस चैम्पियन एवं मेल चैम्पियन प्रशिक्षणार्थी का तिलक लगाकर स्वागत किया गया । उपस्थित अधिकारियों ने अपने अपने विभाग की मुख्य शासन की योजनाओं से उपस्थितजनों को अवगत कराया तथा महिला शक्तिकरण,स्वास्थ्य सेवाओं,जल संरक्षण , स्वच्छता , वित्तीय साक्षरता आदि पर विस्तार से चर्चा कर प्रशिक्षणार्थियों की जिज्ञासाओं का समाधान किया । प्रशिक्षणार्थियों ने मीटिंग में बताया कि संस्था केयर इंडिया से जुड़ने पर हमारे जीवन में काफी परिवर्तन आया है । आर्थिक स्थिति में भी सुधार आने के साथ गांव की स्वच्छता एवं पानी संबंधि समस्याओं के समाधान होने लगे है ।
साथ ही विश्व महावारी कोविड 19 की समय समय पर जानकारी देकर ग्रामीणजन के जान बचाने में सहायता प्रदान की हाथ धोने से लेकर खाने पीने के बारे में चिकित्सा परामर्श व दवाएं की महत्वपुर्ण जानकारी देकर जनहानि को कम करने में सहायता प्रदान की साथ ही केयर इंडिया फील्ड कोआर्डिनेटर राजपाल सेंधालकर ने पेस प्रोग्राम पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला । इस अवसर पर केयर से ट्रेनर बंशीलाल चौहान , सीताराम , जगेंद्र सिंह यादव, दीपक रायकवार , प्रतिभा माली , सचिन पंचोली , मुकेश मालवीय , संतोष कुमार मालवीय , सुनील मालवीय , आदि उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन श्री पूर्णानंद शास्त्री जी लेक्चरार ने किया । तथा आभार सुनील मालवीय ने माना ।
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